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पिछले तीन लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल अनुमान कितने सही साबित हुए यहां देख सकते हैं.
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण का मतदान आज हो रहा है. इसके समापन के साथ हीं देश के सभी 543 लोकसभा सीटों के लिए मतदान पूरा हो जाएगा. वोटिंग खत्म होने के बाद सभी की निगाहें एग्जिट पोल पर टिकीं होंगी. आज मतदान समापन के बाद एग्जिट पोल अनुमान सामने आने लगेंगे. एग्जिट पोल में अगली सरकार किसकी बनने वाली है और उसे कितनी सीटें मिलने की संभावना है, इसका नतीजे आने से पहले अनुमान लगाया जाएगा. बता दें कि इस महीने 4 जून को वोटों की गिनती होनी है और इस दिन यानी मंगलवार को सभी सीटों के नतीजे आने की उम्मीद है.
अंतिम चरण के मतदान समापन के बाद और काउंटिंग शुरू होने से पहले एग्जिट पोल राजनीतियों पार्टियों को निराशा या उम्मीद देंगे. इस एग्जिट पोल के दौरान आम जनता ये देखना चाहेगी कि भाजपा के नेतृत्व में एनडीए क्या अपने 400 पार वाले नारे के आसपास रहती है या कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी गठबंधन INDIA अपने दावे के अनुरूप सीटें पाने के करीब पहुंच जाती है. आज एग्जिट पोल आने से यहा जान लेते हैं कि पिछले 2014 और 2019 के आम चुनावों में एग्जिट पोल अनुमान कितने सही साबित हुए थे. दोनों एग्जिट पोल में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को कितने भारी अंतर से जीत का अनुमान था?
2014 लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई के बीच आयोजित हुईं थी और नतीजे 16 मई को जारी किए गए थे. वहीं 2019 आम चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराई गई थी और 23 मई को नतीजे आए थे.
2014 में कितना सटीक रहा एग्जिट पोल अनुमान
2014 आम चुनाव के 8 एग्जिट पोल के आंकड़ों को देखें, तो इसमें भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 283 सीटें और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को 105 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था. उस साल एग्जिट पोल 'मोदी लहर' की ताकत का अनुमान लगाने में असफल रहा था. नतीजे सामने आए, तो 2014 आम चुनाव में एनडीए को कुल 336 सीटें और यूपीए को सिर्फ 60 सीटें मिलीं थी. इनमें से अकेले भाजपा ने 282 सीटें और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं थीं.
2019 में कितना सही साबित हुआ एग्जिट पोल अनुमान
2019 आम चुनाव के 13 एग्जिट पोल की बात करें, तो इसमें एनडीए को कुल संख्या 306 सीटें और यूपीए को 120 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था. जब चुनाव आयोग की ओर से नतीजे जारी किए गए, तो एनडीए गठबंधन को 306 सीटें और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को 120 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था. नतीजे सामने आए, तो एनडीए गठबंधन को कुल 353 सीटें मिली थीं और यूपीए ने 93 सीटें जीतीं थीं. इनमें से अकेले भाजपा ने 303 सीटें जीतीं और कांग्रेस को 52 सीटें मिली थी. इस तरह फिर एक बार एग्जिट पोल में सही साबित होने में अपफल रहा और इस अनुमान में एनडीए के प्रदर्शन को कम बताया गया था.
2009 में कितना सच हुआ था साबित
2009 में भी, जब यूपीए सत्ता में वापस आई थी, तब भी 4 एग्जिट पोल में विनर की संख्या को कम आंका गया था. एग्जिट पोल में तब यूपीए को 195 सीटें और एनडीए को 185 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था. नतीजे समाने आए, तो पता चला कि यूपीए को 262 सीटें मिली हैं और एनडीए ने सिर्फ 158 सीटें जीतीं हैं. इनमें से अकेले कांग्रेस ने 206 सीटें जीतीं थी और भाजपा को 116 मिली थी.