/financial-express-hindi/media/media_files/2025/10/04/pm-modi-to-launch-pm-setu-scheme-2025-10-04-08-46-35.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से कुछ ही घंंटे में पीएम सेतु योजना की शुरूआत करेंगे. Photograph: (Image: X/@narendramodi)
PM SETU Scheme: बिहार समेत देशभर के युवाओं को नई उड़ान देने और स्किल इंडिया मिशन को और सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अब से कुछ ही घंटे में नई दिल्ली के विज्ञान भवन से पीएम सेलु यानी प्रधाानमंत्री स्किलिंग एंड एम्प्लॉयबिलिटी ट्रांसफॉर्मेशन थ्रू अपग्रेडेड आईटीआई (Pradhan Mantri Skilling and Employability Transformation through Upgraded ITIs - PM-SETU) योजना की शुरुआत करेंगे. करीब 60,000 करोड़ रुपये के बजट वाली इस स्कीम से देशभर के 1,000 सरकारी आईटीआई (Industrial Training Institutes-ITIs) अपग्रेड किए जाएंगे.
पीएमओ की ओर से बताया गया है कि इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत ITIs को “हब-एंड-स्पोक मॉडल” में विकसित किया जाएगा. जहां 200 ITIs हब के रूप में और 800 ITIs स्पोक्स के रूप में काम करेंगे. औसतन एक हब से चार स्पोक्स जुड़े होंगे. हब्स में इनोवेशन सेंटर, ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स सुविधाएं, डिजिटल लर्निंग सिस्टम, इनक्यूबेशन हब, प्रोडक्शन यूनिट और प्लेसमेंट सर्विसेस होंगी, जबकि स्पोक्स युवाओं तक आसान पहुंच और ट्रेनिंग के अवसर बढ़ाने का काम करेंगे.
खास बात यह है कि यह मॉडल गवर्नमेंट ओन्ड एंड इंडस्ट्री मैनेज्ड (Government Owned, Industry Managed) होगा. यानी ITIs सरकार की होंगी, लेकिन उनका प्रबंधन एंकर इंडस्ट्री पार्टनर्स करेंगे ताकि स्किलिंग पूरी तरह बाजार की मांग और रोजगार की जरूरतों के अनुरूप हो सके. इस योजना में विश्व बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक का वैश्विक को-फाइनेंसिंग सपोर्ट भी शामिल है.
क्या है पीएम सेतु स्कीम?
पीएम-सेतु योजना के तहत देश भर के 1,000 सरकारी आईटीआई को आधुनिक बनाकर हब-एंड-स्पोक मॉडल में विकसित करने की योजना है. इसमें 200 बड़े हब आईटीआई और 800 छोटे स्पोक आईटीआई शामिल होंगे. हर हब औसतन चार स्पोक्स से जुड़ा होगा, जिससे ऐसे समूह बनेंगे जिनमें बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, नई ट्रेड्स, डिजिटल सीखने की सुविधाएं और इनक्यूबेशन सेंटर जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी. उद्योग जगत के बड़े साझेदार इन ग्रुप्स को मैनेज करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि युवाओं को बाजार की मांग के अनुसार काम आने वाले स्किल मिलें. हब आईटीआई में इनोवेशन सेंटर, ट्रेनरों की ट्रेनिंग, प्रोडक्शन यूनिट और प्लेसमेंट सेवाएं भी होंगी. योजना के पहले चरण में पटना और दरभंगा के आईटीआई पर खास ध्यान दिया जाएगा.
पहले फेज में बिहार से होगी शुरूआत
पहले फेज में इस योजना का विशेष फोकस बिहार के पटना और दरभंगा स्थित ITIs पर रहेगा. उम्मीद है कि यह कदम न सिर्फ युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के नए दरवाजे खोलेगा, बल्कि भारत की तकनीकी शिक्षा व्यवस्था को भी वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाएगा.