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PM Narendra Modi to visit Kanyakumari on May 30: पिछले लोकसभा चुनाव अभियान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ की गुफा में इसी तरह ध्यान लगाया था.(X/@narendramodi)
Vivekananda Rock Memorial: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने फैसलों के लिए जाने जाते हैं. अपने पिछले दो कार्यकाल के दौरान पीएम के ज्यादातर फैसले लोगों के लिए चौकाने वाले रहे हैं. इस बार भी कुछ ऐसा ही करने जा रहे हैं. आप सोच रहे होंगे देश में लोकसभा चुनाव चल रहा है और अगले महीने की पहली तारीख को अंतिम चरण का मतदान होना है. ऐसे में तमाम राजनीतिक दल व नेता चुनावी तैयारियों में कोई कसर रह न जाए उसके लिए ताबड़तोड़ रैलियां, रोड शो करने में व्यस्त रहने वाले हैं. इस चरण में 57 सीटों के लिए मतदान कराए जाने हैं. जिनमें से वाराणसी सीट भी है और इस सीट से तीसरी बार पीएम मोदी चुनाव मैदान में हैं.
पीएम मोदी विवेकानंद शिला पर 48 घंटे करेंगे ध्यान
वाराणसी से फिर एक बार पीएम मोदी जीते, तो हैट्रिक लगा देंगे. फिलहाल वह अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं. गुरूवार, 30 मई को अंतिम चरण के लिए मतदान वाले क्षेत्रों में प्रचार थम जाएगा. चुनाव प्रचार अभियान खत्म करने के बाद, गुरूवार की शाम प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी के रवाना हो जाएंगे. तमिलनाडु के कन्याकुमारी स्थित प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल यानी विवेकानंद शिला स्मारक पर पहुचने के बाद वह करीब 48 घंटे ध्यान करेंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता के हवाले समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा ने मंगलवार को बताया कि पीएम मोदी 30 मई की शाम से लेकर 1 जून की शाम तक विवेकानंद शिला पर दिन-रात ध्यान में लीन रहेंगे. पिछले लोकसभा चुनाव अभियान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ की गुफा में इसी तरह ध्यान लगाया था.
इसी प्रसिद्ध शिला पर विवेकानंद ने किया था ध्यान
भाजपा नेता ने बताया कि पीएम मोदी विवेकानंद शिला स्थित ध्यान मंडपम में ध्यान की अवस्था में रहेंगे. विवेकानंद शिला वही स्थान हैं जहां विवेकानंद ने ध्यान किया था. पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आध्यात्मिक प्रवास के लिए कन्याकुमारी को इसलिए चुना क्योंकि वह देश में विवेकानंद के दृष्टिकोण को साकार करना चाहते हैं. उन्हें यह विश्वास है कि चार जून को मतगणना होने के बाद वह तीसरी बार सत्ता में वापस लौटेंगे.
भाजपा के एक नेता ने कहा कि उसी स्थान पर ध्यान करना स्वामी जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को जीवन में लाने की प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इस स्थान को पवित्र ग्रंथों में भगवान शिव के लिए देवी पार्वती के ध्यान स्थल के रूप में भी जाना जाता है. यह स्थान भारत का सर्वाधिक दक्षिणी छोर है. भाजपा नेता ने कहा कि यह वह स्थान है जहां पर पूर्वी और पश्चिमी तटरेखाएं मिलती हैं और हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर मिलते हैं. एक नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी जाकर राष्ट्रीय एकता का संकेत दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और स्नेह को भी दर्शाता है कि वह चुनाव खत्म होने के बाद भी राज्य का दौरा कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान 1 जून को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और 7 राज्यों की 57 सीटों के लिए मतदान होना है. मतदान होने से दो दिन पहले चुनाव-प्रचार समाप्त हो जाता है. भाजपा के पदाधिकारियों ने बताया कि जिस स्थान पर प्रधानमंत्री ध्यान लगाएंगे उसका विवेकानंद के जीवन पर बड़ा प्रभाव था और यह भिक्षु के जीवन में इसका वही महत्व है जो गौतम बुद्ध के लिए सारनाथ का है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में घूमने के बाद विवेकानंद यही पहुंचे थे. उन्होंने यहां तीन दिन तक ध्यान लगाया और एक विकसित भारत का सपना देखा था.