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राहुल गांधी ने संसद सदस्यता खत्म होने के बाद पहली बार की मीडिया से बात, (Screenshot from Rahul Ganghi's Press Conference)
Rahul Gandhi Press Conference Live: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद सदस्यता खत्म होने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए मोदी सरकार पर तीखा हमला किया. राहुल ने कहा कि उन्होंने अडानी मामले में कई अहम सवाल उठाए हैं, लेकिन सरकार उनका जवाब देने की बजाय मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. राहुल गांधी ने कहा कि देश के लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी को बचाने में क्यों लगे हुए हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार के लिए अडानी का मतलब देश और देश का मतलब अडानी है. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी घबराट में विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि उनकी लोकसभा की सदस्यता पीएम मोदी और अडानी के संबंधों के बारे में सवाल उठाने की वजह से ही खत्म की गई. राहुल ने कहा कि उन्होंने संसद में दिए अपने पिछले भाषण में अडानी मामले में कई सवाल उठाए थे और प्रधानमंत्री को डर लग रहा था कि अपने अगले भाषण में इस मुद्दे को फिर से उठा सकते हैं. यही वजह है कि पहले तो संसद में उन पर झूठे आरोप लगाकर बोलने से रोका गया और फिर उनकी सदस्यता खत्म की गई.
पीएम मोदी मेरे सवालों से डर रहे हैं : राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि पीएम मोदी मेरे सवालों से डर रहे हैं. संसद में दिए मेरे पिछले भाषण से इतने घबराए कि उसमें अडानी पर पूछे गए तमाम सवालों को संसद की कार्यवाही से पूरी तरह निकलवा दिया. इसके बाद इन्हें यह डर लगने लगा कि मैं अपने अगले भाषण में फिर से अडानी मुद्दे सवाल उठाऊंगा. राहुल ने कहा कि इसी वजह से सरकार के मंत्रियों ने मुझ पर झूठे आरोप लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि अडानी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है. जिसके बारे यह जांच की जानी चाहिए कि यह रकम किसने लगाई है? मैं यह सवाल पूछता रहूंगा. अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये की ऐसी रकम आई, जिसके बारे में पूरी जांच की जानी चाहिए. खुलासा होना चाहिए कि ये पैसा किसका है.
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संसद में झूठे आरोप लगाए, जवाब नहीं देने दिया : राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि संसद में बीजेपी के नेताओं-मंत्रियों ने मुझ पर झूठे आरोप लगाए. लेकिन जब मैंने स्पीकर से अनुरोध किया कि मुझे आरोपों का जवाब देने का मौका दिया जाए. मैंने इस बारे में स्पीकर को पत्र लिखे. उनके चेंबर में जाकर अनुरोध किया. लेकिन मेरे इस अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया गया. मुझे संसद में बोलने नहीं दिया गया. राहुल गांधी ने कहा कि ये लोग अब भी मुझे नहीं समझते. संसद की सदस्यता खत्म करना या जेल की सजा दिलवाने जैसी बातों से मैं डरता नहीं हूं. मैं तमाम जरूरी मुद्दों को उठाता रहूंगा. उन्होंने कहा कि मैं सावरकर नहीं, गांधी हूं और गांधी माफी नहीं मांगते.
मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है।
— Congress (@INCIndia) March 25, 2023
गांधी किसी ने माफी नहीं मांगते। pic.twitter.com/SGJvRv9q6u
राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें संसद से बाहर इसलिए किया गया ताकि वे अपना अगला भाषण न दे सकें, मोदी-अडानी रिश्ते के बारे में और सवाल न उठा सकें. उन्होंने कहा कि अगर वे मेरी संसद सदस्यता को हमेशा के लिए खत्म कर देंगे, तो भी मैं अपना काम करता रहूंगा. देश के लिए आवाज उठाता रहूंगा.
LIVE: Press briefing by Shri @RahulGandhi at AICC HQ, New Delhi. https://t.co/9sLbsyijBt
— Congress (@INCIndia) March 25, 2023
राहुल गांधी ने कहा कि मिस्टर अडानी का प्रधानमंत्री के साथ बेहद खास रिश्ता है. मैंने उस रिश्ते पर सवाल उठाए, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी घबरा गए. इसी घबराहट में उन्होंने ऐसे काम किए हैं, जिनसे विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है. उन्होंने कहा कि मैं अडानी और मोदी के रिश्तों पर सवाल उठाता रहूंगा. राहुल गांधी ने कहा कि मुझे अयोग्य ठहराने और मंत्रियों द्वारा झूठे आरोप लगाए जाने का पूरा खेल अडाणी मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए खेला गया.