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रिपब्लिक डे 26 जनवरी को लेकर देश के भीतर और बाहर भारतीय दूतावासों में जोरो-शोर से तैयारियां चल रह ही हैं.
Taliban envoy is Republic Day guest in Abu Dhabi: रिपब्लिक डे 26 जनवरी को लेकर देश के भीतर और बाहर भारतीय दूतावासों में जोरो-शोर से तैयारियां चल रही हैं. इसी क्रम में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में भारतीय दूतावास ने रिपब्लिक डे पर बतौर गेस्ट तालिबान के दूत को बुलाया है. भारतीय दूतावास ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में तालिबान के दूत बदरुद्दीन हक्कानी को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है. संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत संजय सुधीर के नाम से जारी निमंत्रण की एक प्रति अफगान पत्रकार बिलाल सरवरी ने ट्वीट की, जो अब अफगानिस्तान से बाहर रहते हैं. द इंडियन एक्सप्रेस ने निमंत्रण की पुष्टि की.
Significant improvements in relations between Taliban and Prime minister Modi’s government at every level.
— BILAL SARWARY (@bsarwary) January 20, 2024
This time, the Indian Ambassador in the UAE extended an invitation to the Taliban's envoy “Excellency Badrudin Haqqani” and his spouse for the Republic Day’s celebrations… pic.twitter.com/MA0Pv7FGNc
सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि निमंत्रण में 'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान' के दूत को संबोधित किया गया था. तालिबान खुद को "अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात" के रूप में प्रस्तुत करता है; वहीं इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान" का प्रतिनिधित्व तत्कालीन राष्ट्रपति अशरफ गनी ने किया था.
नई दिल्ली का मानना है कि भारत सरकार तब से तालिबान के साथ बातचीत कर रही है जब से उसने एक तकनीकी टीम भेजी और काबुल में भारतीय दूतावास को फिर से खोल दिया. सूत्रों ने कहा कि इसलिए बदरुद्दीन हक्कानी को निमंत्रण उसी दृष्टिकोण के अनुरूप है.
इस मुद्दे पर सावधानी से चलते हुए, भारत काबुल में तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन अभी तक तालिबान शासन को राजनयिक मान्यता नहीं दी है. भारत सरकार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समान टेम्पलेट का पालन कर रही है. वे तालिबान के साथ इंगेज हैं, लेकिन संयुक्त राष्ट्र के अनुसार उन्हें अब तक आधिकारिक मान्यता नहीं मिली है.
जलालुद्दीन हक्कानी के बेटों में से एक बदरुद्दीन हक्कानी को अक्टूबर 2023 में राजदूत नियुक्त किया गया था. उनके भाई, सिराजुद्दीन हक्कानी अफगानिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर हैं. तालिबान के प्रमुख नेताओं में से एक हक्कानी नेटवर्क 2008 में काबुल में भारतीय दूतावास सहित कई आतंकी हमलों में शामिल था.