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मूर्ति ट्रस्ट की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति को राज्यसभा में सदस्य मनोनीत किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने यह जानकारी देते हुए सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित तमाम क्षेत्रों में उनके योगदान को प्रेरणादायक बताया है. (File Photo : PTI)
Sudha Murty nominated to Rajya Sabha announces PM Modi : समाजसेवी, लेखिका और मूर्ति ट्रस्ट की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति को राज्यसभा में सदस्य मनोनीत किया गया है, प्रधानमंत्री मोदी ने यह जानकारी देते हुए उन्हें प्रेरणास्रोत बताया है. प्रधानमंत्री ने विविध क्षेत्रों में उनके योगदान की तारीफ करते हुए कहा है कि सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित तमाम क्षेत्रों में उनका योगदान प्रेरणादायक है. सुधा मूर्ति देश की प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति की पत्नी भी हैं. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक उनके दामाद हैं.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विविध क्षेत्रों में सुधा मूर्ति के योगदान की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि राज्यसभा में उनकी मनोनयन ‘नारी शक्ति’ का एक सशक्त प्रमाण है. पीएम मोदी ने सुधा मूर्ति के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, ‘‘मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति जी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान असीम और प्रेरणादायक रहा है.’’
I am delighted that the President of India has nominated @SmtSudhaMurty Ji to the Rajya Sabha. Sudha Ji's contributions to diverse fields including social work, philanthropy and education have been immense and inspiring. Her presence in the Rajya Sabha is a powerful testament to… pic.twitter.com/lL2b0nVZ8F
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2024
सुधा मूर्ति ने पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
राज्य सभा में खुद को मनोनीत किए जाने पर सुधा मूर्ति ने अचरज भरी खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि महिला दिवस के दिन राज्यसभा में मनोनीत किया जाना उनके लिए दोहरे आश्चर्य की बात है. सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्हें इस एलान से काफी खुशी हुई है और वे इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी की आभारी हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि सरकार ने राज्यसभा में मनोनीत करने के लिए उनका नाम क्यों चुना. सुधा मूर्ति ने कहा कि उन्होंने ऐसे पद की कामना कभी नहीं की थी. उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य उनके लिए बिलकुल नया क्षेत्र है और इस बारे में अच्छी तरह जानकारी हासिल करने के बाद ही वे तय कर पाएंगी कि वे अपना योगदान किस तरह से दे पाएंगी. पीटीआई के मुताबिक सुधा मूर्ति इस वक्त थाईलैंड की यात्रा पर हैं और उन्होंने यह प्रतिक्रिया फोन पर हुई बातचीत में दी है.
सुधा मूर्ति को दिया जा चुका है पद्मश्री और पद्मभूषण सम्मान
पीएम मोदी ने आगे लिखा है, "राज्यसभा में सुधा मूर्ति जी की उपस्थिति हमारी 'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है. मैं उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं." 73 वर्षीय सुधा मूर्ति अब तक कई किताबें लिख चुकी हैं. उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) के दिन ही राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है. सुधा मूर्ति को साल 2006 में पद्मश्री और साल 2023 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है.