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The Kerala Story के निर्माता को फांसी पर लटका दो, NCP नेता के इस बयान पर मचा बवाल, क्या है पूरा विवाद

The Kerala Story Controversy: जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि वह अपने शब्द को वापस लेते हैं लेकिन माफी नहीं मांगेंगे.

The Kerala Story Controversy: जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि वह अपने शब्द को वापस लेते हैं लेकिन माफी नहीं मांगेंगे.

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FE Hindi Desk
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The Kerala Story में केरल में धर्मांतरण के बाद आतंकी संगठन जॉइन करने वाली 3 महिलाओं की कहानी है.

The Kerala Story Controversy: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता जितेंद्र अव्हाड द्वारा फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) को लेकर दिए गए एक बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है. NCP नेता जितेंद्र अव्हाड ने कहा था कि यह फिल्म एक राज्य और उसकी महिलाओं को बदनाम करती है. फिल्म The Kerala Story में केरल में धर्मांतरण के बाद आतंकी संगठन में शामिल होने वाली 3 महिलाओं की कहानी है. हालांकि शुरुआत में फिल्म में बताया गया था कि केरल में 32000 महिलाओं को झांसा देकर धर्मांतरण किया गया है. लेकिन बाद में इस आकड़ें को बदलकर 3 कर दिया गया. इसपर जितेंद्र अव्हाड़ ने कहा था कि जिस व्यक्ति ने इस फिल्म को बनाया है उसे पिब्लिक्ली फांसी पर लटका देना चाहिए.

शब्द वापस लूंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा: जितेंद्र आव्हाड

The Kerala Story को लेकर दिए गए बयान पर विवाद बढ़ने के बाद जितेंद्र आव्हाड ने सफाई भी दी है. एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में NCP नेता ने कहा कि उन्होंने यह बयान भावनाओं में बहकर दिया था, जिसे वह वापस लेते हैं. हालांकि उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया. पिछले कई सालों से फिल्मों को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है. इससे पहले विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर भी खूब हो-हंगामा मचा था और इस फिल्म को कुछ राज्यों में टैक्स-फ्री तो कहीं बैन किया गया था. इसी तरह The Kerala Story स्टोरी को भी केरल, तमिलनाडु और वेस्ट बंगाल में बैन किया गया है तो कई भाजपा शासित राज्यों में इसे टैक्स फ्री कर दिया गया है.

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क्या है फिल्म को लेकर पूरी विवाद?

फिल्म को लेकर विवाद पहली बार तब सामने आया था जब इसका ट्रेलर रिलीज हुआ था. टीजर में दावा किया गया था कि केरल की 32,000 महिलाओं को इस्लाम में धर्मांतरण कर, आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट द्वारा भर्ती किया गया था. फिल्म का विरोध करने वाले सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतना चौंकाने वाला आंकड़ा कहां से आ गया. क्या इसके निर्माताओं के पास कोई सबूत हैं? हालांकि बढ़ते विवाद के बावजूद इस फिल्म की स्क्रीनिंग जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में की गई. यह फिल्म 2016 के केरल के हादिया केस पर आधारित है, जहां कई लड़कियां लापता हो गई थीं और जिन्हें ISIS में शामिल होने के लिए कथित तौर पर इस्लाम स्वीकार्य करवाया गया था.

सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला

इस फिल्म को लेकर विवाद इतना बढ़ गया है कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. कोर्ट में इस फिल्म पर रोक लगाने के लिए कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं, जिसपर कोर्ट ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए इनकार कर दिया, "हेट स्पीच की कई किस्में हैं. इस फिल्म को सर्टिफिकेट और बोर्ड द्वारा मंजूरी दे दी गई है.” सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित इस फिल्म में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बलानी और सिद्धि इडनानी नजर आ रही हैं.

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फिल्म का बहिष्कार गलत: शबाना आजमी

इस बीच फिल्म के बहिष्कार करने वालों पर निशाना साधते हुए अभिनेत्री शबाना आजमी ने ट्वीट किया, “जो लोग द केरल स्टोरी पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं, वे उतने ही गलत हैं, जितने कि आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा पर प्रतिबंध लगाना चाहते थे. केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा एक बार फिल्म पारित कर दिए जाने के बाद किसी और को अलग से संवैधानिक बॉडी बनने की जरूरत नहीं है." एक तरफ जहां कांग्रेस और लेफ्ट दल इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं, दूसरी तरफ, अनुपम खेर, कंगना रानौत और विवेक अन्ग्निहोत्री जैसे लोग इसका सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं.

Shabana Azmi Ncp Films