/financial-express-hindi/media/media_files/2025/03/17/OGdBXG039mallRgZ4jcf.jpg)
Vande Bharat Train: देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न रूटों पर कुल मिलाकर 136 वंदे भारत यानी 68 जोड़ी सेमी-हाईस्पीड ट्रेनें अपनी सेवाएं दे रही हैं. (Image : RRB)
Why has Vande Bharat Express train’s average speed dropped: वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ने देश में ट्रेन सफर को पूरी तरह बदल दिया है. भारत में सेमी हाई स्पीड तकनीक से बनी इस ट्रेन ने कनेक्विविटी और मोबिलिटी के एक नए युग की शुरुआत की है. इस अत्याधुनिक ट्रेन ने न सिर्फ यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाया है, बल्कि देश की इकोनॉमिक ग्रोथ में भी योगदान दिया है. चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनी वंदे भारत एक्सप्रेसको अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के लिए डिजाइन किया गया है. हालांकि, इस बात पर बीते कुछ दिनों से चिंता जताई जा रही है कि क्या समय के साथ इसकी परिचालन गति में कमी आई है.
वंदे भारत की स्पीड पर उठे सवालों का रेलमंत्री ने दिया जवाब
ये चिंताएं तब सामने आईं जब कई सांसदों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से ट्रेन की हाई स्पीड कैपेबिलिटी के बाद भी इसकी कम औसत स्पीड के पीछे के कारणों के बारे में पूछा. उन्होंने ट्रेन को उसकी अधिकतम स्पीड से चलाने के लिए सरकार की योजनाओं, समयसीमा और रणनीतियों के बारे में भी अपडेट मांगा.
सवाल के जवाब में अश्वनी वैष्णव ने कहा कि ट्रेन की स्पीड सिर्फ रोलिंग स्टॉक पर निर्भर नहीं करती, बल्कि इसके रूट पर स्थित ट्रैक की बुनियादी ढांचा भी ट्रेन की स्पीड को प्रभावित करता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय रेलवे में रेलवे ट्रैक को अपग्रेड करने और सुधारने की प्रक्रिया निरंतर जारी है. रेल मंत्री ने कहा कि 2014 में सिर्फ 31,000 किमी ट्रैक की स्पीड पोटेंशियल 110 किमी प्रति घंटे से अधिक थी,जिसे अब काफी सुधारकर लगभग 80,000 किलोमीटर कर दिया गया है.
देश में इतनी जोड़ी चलती है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन
फिलहाल देश के अलग-अलग हिस्सों में कुल मिलाकर 136 वंदे भारत यानी 68 जोड़ी सेमी-हाईस्पीड ट्रेनें अपनी सेवाएं दे रही हैं. 15 फरवरी, 2019 को लॉन्च हुई वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न रूटों पर अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं. भारत की सबसे तेज ट्रेन होने के नाते, यह स्पीड और एफीशियंसी में शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस दोनों से आगे है.