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Best Scheme: सिर्फ टैक्स सेविंग के लिए निवेश कर पैसा ब्लॉक करने की बजाए ऐसी स्कीम चुनें जो टैक्स बचाने के साथ हाई रिटर्न दे रही हों. (Pixabay)
ELSS Tax Saver Mutual Funds: 31 मार्च अब ज्यादा दिन दूर नही है. इसके पहले टैक्स सेविंग (Tax Savings) की कवायद शुरू होने वाली है. टैक्स बचाने के लिए एक बार फिर अर्निंग मेंबर अलग अलग स्कीम की तलाश में लग जाएंगे. बेहतर है कि अंतिम दिनों की टेंशन से बचने के लिए अभी से ये सारे उपाय कर लिए जाएं. यहां ध्यान रखें कि सिर्फ टैक्स सेविंग (Tax Saving Investments) के लिए निवेश कर पैसा ब्लॉक नहीं कना है, बल्कि ऐसी स्कीम चुनें जो टैक्स बचाने के साथ ही हाई रिटर्न भी दे रही हों. आखिर ऐसी स्कीम कौन सी हो सकती है.
ELSS: टैक्स सेविंग के साथ हाई रिटर्न
इसका जवाब है कि इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS). इक्विटी म्यूचुअल फंड की यह एक मात्र कैटेगरी है जो टैक्स सेविंग के (tax saver fund) भी काम आती है. यह एक टैक्स सेवर म्यूचुअल फंड है, जो इक्विटी से लिंक्ड होता है. यानी इसमें आपके निवेश का बड़ा हिस्सा इक्विटी योजनाओं में लगाया जाता है. वहीं कुछ एक्सपोजर फिक्स्ड इनकम में भी होता है. इसमें टैक्स सेविंग तो होती ही है, लंबी अवधि में आपको हाइ्र रिटर्न मिलता है. इस स्कीम में आईटी एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.50 लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स छूट मिलता है. हालांकि मार्केट लिंक्ड होने के चलते यह पूरी तरह से रिस्क फ्री नहीं हैं.
5 साल में बेस्ट लम्प सम रिटर्न
क्वांट ELSS टैक्स सेवर फंड: 30.66% सालाना
SBI टैक्स एडवांटेज III फंड: 28.40% सालाना
बैंक आफ इंडिया ELSS टैक्स सेवर फंड: 24.87% सालाना
Sundaram LT Tax Advtg III: 24.64% सालाना
बंधन टैक्स एडवांटेज (ELSS) फंड: 21% सालाना
मिरे एसेट ELSS टैक्स सेवर फंड: 21% सालाना
5 साल में बेस्ट SIP रिटर्न
क्वांट ELSS टैक्स सेवर फंड: 36.24% सालाना
बैंक आफ इंडिया ELSS टैक्स सेवर फंड: 27.47% सालाना
SBI LT Eqt: 26.79% सालाना
बंधन टैक्स एडवांटेज (ELSS) फंड: 26% सालाना
मोतीलाल ओसवाल ELSS टैक्स सेवर फंड: 25.29% सालाना
HDFC ELSS टैक्स सेवर फंड: 24.86% सालाना
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टैक्स के नियम
ELSS में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स लगता है, लेकिन 1 लाख तक की आय टैक्स फ्री है. जबकि 80C के तहत जिन फिक्स्ड इनकम वाले विकल्पों में छूट मिलती है, उनमें होने वाली पूरी आय टैक्सेबल है. वहीं इनमें जरूरी नहीं है कि लॉक इन के बाद पैसे निकाल लें. अगर मुनाफा हो रहा है तो जब तक चाहें, तब तक होल्ड कर सकते हैं. इस स्कीम में जब पैसे हों तब एसआईपी शुरू कर सकते हैं. हमने यहां 5 साल में टॉप रिटर्न देने वाले 5 ELSS स्कीम की जानकारी दी है.
(सोर्स : फंड परफॉर्मेंस डाटा- वैल्यू रिसर्च)
3 साल का लॉक इन
ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, यानी इसे 3 साल पहले भुनाया नहीं जा सकता है. अगर आपने कोई राशि एकमुश्त जमा की है तो 3 साल का लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद आपके पास ब्याज सहित पूरी राशि निकालने का विकल्प होता है. लेकिन, अगर आपने सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश किया है तो ऐसा नहीं है. एसआईपी करने वाले निवेशक सिर्फ वही रकम निकाल सकते हैं, जिनकी अवधि 3 साल पूरी हो गई है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि 3 साल का लॉक-इन पीरियड हर एसआईपी किस्त पर लागू होगा. लॉक इन के बाद भी बिना पैसा निकाले स्कीम को जारी रख सकते हैं.