/financial-express-hindi/media/media_files/2025/06/10/DIZEP4iJxJk00MoQhlHm.jpg)
Mutual Fund: इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश लगातार पांचवें महीने घटा है. Photograph: (Image: FE File)
AMFi Data says Net Equity MF inflow fell sharply in May, however SIP investment remained robust: मई महीने में भारतीय शेयर बाजार ने बेशक नई ऊंचाइयों को छुआ हो, लेकिन म्यूचुअल फंड निवेशकों का उत्साह कुछ ठंडा पड़ता दिखा. इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश लगातार पांचवें महीने घटा है, जो एक साल के निचले स्तर पर आ गया है. हालांकि, अच्छी खबर यह है कि निवेशकों का भरोसा पूरी तरह टूटा नहीं है, और कुल म्यूचुअल फंड संपत्ति (AUM) रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है.
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश में गिरावट
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund) में निवेश मई में 21.66 प्रतिशत घटकर 19,013 करोड़ रुपये रह गया. यह इक्विटी फंड में लगातार पांचवें महीने निवेश में गिरावट है. अप्रैल में यह आंकड़ा 24,269 करोड़ रुपये था, और इससे पहले मार्च में 25,082 करोड़ रुपये, फरवरी में 29,303 करोड़ रुपये, जनवरी में 39,688 करोड़ रुपये और दिसंबर में 41,156 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.
हालांकि, इस गिरावट के बावजूद, म्यूचुअल फंड योजनाओं में शुद्ध प्रवाह लगातार 51वें महीने सकारात्मक बना रहा है. यह दर्शाता है कि कुल मिलाकर निवेशक म्यूचुअल फंड में अपना विश्वास बनाए हुए हैं, भले ही इक्विटी में निवेश की रफ्तार धीमी हुई हो.
डेट फंड में निकासी, पर कुल AUM में उछाल
शेयर फंड की तरह, डेट फंड (कर्ज वाले फंड) में भी मई में एक बड़ा बदलाव देखा गया. अप्रैल में जहां डेट फंड में 2.2 लाख करोड़ रुपये का भारी निवेश हुआ था, वहीं मई में 15,908 करोड़ रुपये की निकासी हुई है. यह निवेशकों की बदलती प्राथमिकताओं और संभवतः ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता को दर्शाता है.
इन उतार-चढ़ावों के बावजूद, म्यूचुअल फंड उद्योग ने कुल मिलाकर मजबूत प्रदर्शन किया है. मई में उद्योग में 29,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ, जबकि अप्रैल में यह 2.77 लाख करोड़ रुपये था. इस निवेश के दम पर, उद्योग की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति (AUM) मई में बढ़कर 72.2 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो अप्रैल के अंत में 70 लाख करोड़ रुपये थी. यह उद्योग के लिए एक नया रिकॉर्ड है, जो दर्शाता है कि भले ही कुछ क्षेत्रों में निवेश धीमा हुआ हो, कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड भारतीय वित्तीय बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं.
विभिन्न इक्विटी श्रेणियों का हाल
इक्विटी फंड श्रेणियों में, फ्लेक्सी कैप फंड में मई में सबसे अधिक 3,841 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. यह दर्शाता है कि निवेशक ऐसे फंडों को पसंद कर रहे हैं जो बाजार की स्थितियों के अनुसार विभिन्न मार्केट कैप में निवेश करने की स्वतंत्रता रखते हैं.
हालांकि, कुछ इक्विटी श्रेणियों से निकासी भी देखी गई. इक्विटी से जुड़ी बचत योजनाओं (ELSS) से 678 करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गई. इसके अलावा, वैल्यू फंड और डिविडेंड यील्ड फंड से क्रमशः 92 करोड़ रुपये और 21 करोड़ रुपये की निकासी हुई.
विभिन्न मार्केट कैप फंडों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो, लार्ज-कैप फंड में मई में 1,250 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो अप्रैल के 2,671 करोड़ रुपये से काफी कम है. इसी तरह, मिड-कैप फंड में निवेश घटकर 2,808 करोड़ रुपये रह गया, जबकि अप्रैल में यह 3,313 करोड़ रुपये था. स्मॉल-कैप फंड ने भी मई में 3,214 करोड़ रुपये आकर्षित किए, जो अप्रैल के 3,999 करोड़ रुपये से कम है.