scorecardresearch

Gold Price Prediction: क्या आगे भी सोने में यहीं तेजी जारी रहेगी? 2025 के लिए रिसर्च और जानकारों की राय

आज सोने की कीमतों में तेजी की वजह है वैश्विक अनिश्चितता, राजनीतिक तनाव, मंदी का डर और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध जैसे कारक, जो इसकी मांग बढ़ा रहे हैं.

आज सोने की कीमतों में तेजी की वजह है वैश्विक अनिश्चितता, राजनीतिक तनाव, मंदी का डर और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध जैसे कारक, जो इसकी मांग बढ़ा रहे हैं.

author-image
FE Hindi Desk
New Update
Gold Reuters 2

2025 में सोने की कीमतें किन बातों पर निर्भर करेंगी? ब्याज दरें, डॉलर की चाल, केंद्रीय बैंकों की नीतियां, महंगाई और दुनियाभर में जारी तनाव – यही तय करेंगे सोने का भाव कहां जाएगा. (Image: Reuters)

Gold Price Prediction: Top gold gurus and research houses reveal bold new targets for 2025 : इस समय सोने में निवेश करने वाले निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान है. वजह साफ है - सोने की कीमतें अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच चुकी हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है - दुनिया भर में बढ़ती आर्थिक अनिश्चितताएं और राजनीतिक तनाव, जिससे लोग सुरक्षित निवेश की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं.

दरअसल, 2022 से ही दुनिया के कई बड़े सेंट्रल बैंक्स ने अपने सोने के भंडार बढ़ाने शुरू कर दिए थे. इसी दौरान लोग भी गोल्ड ईटीएफ जैसे विकल्पों के जरिए सोने में निवेश करने लगे. जब डिमांड सप्लाई से अधिक हो गई, तो कीमतों ने रफ्तार पकड़ ली.

Advertisment

अक्टूबर 2022 में जहां सोने की कीमत करीब 1,500 यूएस डॉलर प्रति औंस थी, वहीं आज यह 3,400 डॉलर के पार जा चुकी है. यानी सिर्फ 2 साल 8 महीनों में 125% से ज्यादा की छलांग. बीते एक साल में ही सोना 50% से अधिक चढ़ चुका है, और पिछले 10 सालों में इसने लगभग 180% का रिटर्न दिया है.

Also read : Gold: आपकी गोल्ड ज्वेलरी असली है या नकली? खरीदने से पहले जरूर जान लें ये डिटेल, नहीं होगा नुकसान

क्या यह तेजी आगे भी जारी रहेगी?

सच तो यह है कि कोई भी यह निश्चित तौर पर नहीं कह सकता कि सोने की कीमतें आगे भी इसी रफ्तार से बढ़ेंगी. काश कोई जादुई क्रिस्टल बॉल होती. लेकिन मार्केट एक्सपर्ट, रिसर्च हाउस और ग्लोबल फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन्स लगातार इसके अनुमान प्रस्तुत करते रहते हैं.

इनमें से ज्यातादातर की राय है कि डॉलर की कमजोरी, टैरिफ के कारण बढ़ती महंगाई और जिओ पॉलिटिकल टेंशन के चलते सोने की कीमतों में तेजी आगे भी बरकरार रह सकती है. वर्तमान बुल रन में, सोने ने 22 अप्रैल 2025 को एक नया कीर्तिमान स्थापित किया - 3,500 डॉलर प्रति औंस.

अब सवाल उठता है कि 2025 और आगे सोना कहां तक जा सकता है? संस्थाओं और जानाकरों की नजर में गोल्ड का भविष्य. ज्यादातर विश्लेषकों ने 2025 के लिए अपने सोने के लक्ष्यों को ऊपर की ओर संशोधित किया है. आइए जानते हैं क्या कहते हैं कुछ बड़े नाम

गोल्डमैन सैक्स

गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी सोने को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी. उनका अनुमान है - 2025 के अंत तक कीमत 3,700 डॉलर तक जा सकती है, और अगर अमेरिका में मंदी आती है तो यह 3,880 डॉलर तक भी पहुंच सकती है. हाई-रिस्क परिस्थितियों में, गोल्डमैन का टॉप टारगेट 4,500 डॉलर है, यानी करीब 71.5% का संभावित रिटर्न.

जेपी मॉर्गन और सिटी रिसर्च

जेपी मॉर्गन का मानना है कि अगर स्थितियां सामान्य रहीं तो 2026 तक सोना 4,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है. वहीं सिटी रिसर्च ने 3 महीने पहले अपना टारगेट 3,200 डॉलर से बढ़ाकर 3,500 डॉलर कर दिया था जो अब हासिल हो चुका है.

गोल्ड ईटीएफ में निवेश

हालांकि वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार मई 2025 में गोल्ड ईटीएफ से 1.8 डॉलर अरब की निकासी हुई, लेकिन यह सिर्फ एक महीने की तस्वीर है. लंबी अवधि में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है.

दुनियाभर के गोल्ड गुरुओं की राय

जॉर्ज मिलिंग-स्टेनली

स्टेट स्ट्रीट ग्लोबल एडवाइजर्स के प्रमुख गोल्ड रणनीतिकार हैं. उनका मानना है कि अनिश्चितता के इस दौर में सोने के नीचे गिरने की गुंजाइश कम और ऊपर जाने की संभावना ज्यादा है. उनका अनुमान है कि सोना 3,900 डॉलर तक जा सकता है.

जॉन पॉलसन

अरबपति हेज फंड मैनेजर जॉन पॉलसन मानते हैं कि डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी सोने को 2028 तक 5,000 डॉलर तक ले जा सकती है.

चार्ली मॉरिस

पूर्व फंड मैनेजर चार्ली मॉरिस के मुताबिक, बढ़ती महंगाई, उभरते बाजारों में तेजी और डॉलर की कमजोरी के कारण सोना 2030 तक 7,000 डॉलर तक जा सकता है.

रे डेलियो

अरबपति निवेशक और ब्रिजवाटर के को-सीआईओ रे डेलियो ने Q1 2025 में SPDR गोल्ड शेयर्स के 11 लाख शेयर खरीदे, जिसकी कुल कीमत करीब 319 मिलियन डॉलर है. भले उन्होंने कोई स्पष्ट टारगेट न दिया हो, पर यह कदम सोने में उनके विश्वास को दिखाता है.

रॉबर्ट कियोसाकी

‘Rich Dad Poor Dad’ के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी तो और भी बुलिश हैं. उनका मानना है कि गोल्ड 25,000 डॉलर तक जा सकता है. उनके अनुसार, विश्व वित्तीय प्रणाली की अस्थिरता और अमेरिकी ट्रेजरी की कमजोर स्थिति इसकी बड़ी वजहें हैं.

भारत में सोने का हाल

भारत में फिलहाल 24 कैरेट सोने की कीमत 97,990 रुपये प्रति 10 ग्राम है. मोतीलाल ओसवाल जैसी संस्थाएं गिरावट पर खरीद की सलाह दे रही हैं, और दीर्घकालिक लक्ष्य 1,06,000 रुपये प्रति 10 ग्राम बताया जा रहा है.

क्या आपको भी निवेश करना चाहिए?

सोने की कीमतों पर पूर्वानुमान कई कारकों पर आधारित होते हैं. ब्याज दरें, डॉलर की चाल, महंगाई, केंद्रीय बैंक की नीति और भू-राजनीतिक तनाव. इनका बदलना स्वाभाविक है, और इनके साथ ही बदल जाते हैं कीमत के अनुमान भी.

इसलिए, कीमत के अनुमान के आधार पर निवेश करने की बजाय एक ठोस रणनीति बनाएं जिसमें सोना आपके पोर्टफोलियो का हिस्सा हो. निवेश का उद्देश्य यह होना चाहिए कि सोने के जरिए आप अपने वित्तीय लक्ष्य हासिल करें, न कि केवल बढ़ती कीमतों का पीछा करें.

(Article : Sunil Dhawan)

Gold