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कर्ज यानी डेट (Debt) को सही तरीके से मैनेज न किया जाए तो भारी बोझ बन सकता है. (फोटो एक्सप्रेस ड्राइव)
How to Manage Your Finances and Avoid Falling Into a Debt Trap: कर्ज यानी डेट (Debt) को सही तरीके से मैनेज न किया जाए तो भारी बोझ बन सकता है. और इससे फाइनेंशियल स्ट्रेस हो सकता है. डेट से आपकी सेविंग पर बुरा असर पड़ सकता है. आपके भविष्य के फाइनेंशिंयल टार्गेट सीमित हो सकते हैं. एक हेल्दी फाइनेंशियल स्टेटस बनाए रखने और डेट के जाल में फंसने से बचने के लिए यहां कुछ तरीके सुझाए गए हैं. आप चाहें तो इन अहम बातों को अपना फाइनेंस मैनेज करने के लिए आजमा सकते हैं.
अपना बजट तैयार करें
निश्चित समयावधि के लिए एक बजट बनाएं जिसमें इनकम और खर्चे सभी शामिल हो. खर्च करने की आदतों पर नज़र बनाएं रखें. अपने ज़रूरतों और चाहतों पर होने वालें खर्चों की कैटेगरी तय करके चलें. आवास, उपयोगिताओं और किराने का सामान जैसी आवश्यकताओं के लिए फंड एलोकेट करें और सेविंग के लिए कुल इनकम एक हिस्सा अलग से रखें. अपने तय बजट पर कायम रहकर आप गैर-जरूरी चीजों पर ज्यादा खर्च करने से बच सकते हैं.
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इमरजेंसी फंड का भी इंतजाम करें
अप्रत्याशित खर्चों को संभालने के लिए सेविंग के साथ-साथ इमरजेंसी फंड का भी इंतजाम करके चलें. इस तरह के सिक्योरिटी नेट होने से आपको क्रेडिट कार्ड या लोन पर निर्भर हुए बिना मुश्किल वक्त से को कवर करने में मदद मिलती है. अपने इमरजेंसी फंड में कम से कम 3 महीने से साल भर के रहने के खर्च को बचाने का टार्गेट बनाकर चलें. ऐसा करने से इमरजेंसी के दौरान आपको कर्ज का सहारा लेने की जरूरत नहीं पड़ती है.
कर्ज रिपेमेंट को प्राथमिकता दें
कर्ज चुकाने को प्राथमिकता दें. अपने डेट को मैनेज करें, उनके इंटरेस्ट रेट और चुकता करने के लिए बचे एमाउंट के अनुसार लिस्ट तैयार करें. अपने कर्जों से व्यवस्थित रूप से निपटने के लिए एक खास तरह के सिस्टम को अपनाने पर विचार करें. अपने कर्ज का भुगतान करने के लिए हर महीने अतिरिक्त धनराशि एलोकेट करें, हायर इंटरेस्ट रेट वाले कर्जों और स्मॉल एमाउंट वाले कर्जों को पहले चुकता करें. इस तरीके को रेगुलर अपनाकर आप समय पर अपने कर्जों से निजात पा सकते हैं.
अपने वित्तीय क्षमता के दायरे में रहकर खर्च करें
अपनी वित्तीय क्षमता को पहचानें उससे परे जाकर खर्च करने से बचें. अनावश्यक चीजों पर खर्च करने से परहेज करें. अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए क्रेडिट और लोन पर निर्भर रहने के बजाय आप जो खरीद सकते हैं उसे खरीदने पर ध्यान दें. अपने वित्तीय क्षमता के दायरे में रहकर खुद को अधिक कर्ज के बोझ से बचा सकते हैं.
बैंकबाजार के सीईओ आदिल शेट्टी कहते हैं कि उधार के पैसे से जीने की ललक से सावधान रहें. इसके अलावा, अपनी आय, स्वास्थ्य और जीवन के जोखिमों के प्रति सतर्क रहें. इमरजेंसी फंड का इंतजाम करके चलें. हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस कवर खरीद लें. ऐसा करने से आपात स्थिति में कर्ज लेने की जरूरत नहीं होगी.
बिना सोचे-समझे की गई खरीदारी अनावश्यक कर्ज का कारण बन सकती है. खरीदारी करने से पहले, यह मूल्यांकन करने के लिए कुछ समय लें कि क्या यह आपकी आवश्यकताओं और वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप है. गैर-जरूरी खरीदारी करने से पहले 24 घंटे या एक हफ्ते इंतजार कर विचार कर लें.ऐसा करने से आपको यह आकलन करने के लिए पर्याप्त समय होता है कि क्या खरीदारी वास्तव में आवश्यक है. अगर आपके द्वारा खरीदारी के लिए किया गया फैसला आवेगी है तो पछतावा होगा. इसके साथ ही आप पर कर्ज का बोझ भी बढ़ सकता है.
(Article : Sanjeev Sinha)