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Investment Mantra: युवाओं को निवेश करते समय इन बातों का रखना चाहिए ध्यान, वरना बढ़ सकती हैं मुश्किलें

Investment Mantra: स्वास्थ्य और शिक्षा की तरह, निवेश एक प्रमुख जीवन कौशल है जो किसी के वित्तीय भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

Investment Mantra: स्वास्थ्य और शिक्षा की तरह, निवेश एक प्रमुख जीवन कौशल है जो किसी के वित्तीय भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

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FE Hindi Desk
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Investment Mantra: आइये जानते हैं आपको निवेश से पहले या निवेश के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

Investment Mantra: स्वास्थ्य और शिक्षा की तरह, निवेश एक प्रमुख जीवन कौशल है जो किसी के वित्तीय भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ख़ुशी की बात है कि महामारी के बाद दुनिया भर में युवा निवेशकों की संख्या में वृद्धि देखी गई है. 2022-2023 के दौरान, कुल mutual fund पोर्टफोलियो 25 से 35 वर्ष के युवाओं की हिस्सेदारी बढ़कर एक चौथाई हो गई है. हालांकि, ऐसा कहने के बाद, ज्यादा रिटर्न पाने के सपने को लेकर युवा निवेशक अक्सर इंट्राडे ट्रेडिंग, स्केलिंग, पोजिशनल ट्रेडिंग और क्रिप्टोकरेंसी जैसे विकल्पों पर ध्यान केंद्रित करने लगते हैं. लेकिन इन सभी में रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है. अगर आप युवा हैं और निवेश करने का सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. आइये जानते हैं आपको निवेश से पहले या निवेश के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

एक योजना बनाएं

सबसे पहले, अपने जीवन लक्ष्यों को परिभाषित करना होगा. क्योंकि यही आपके निवेश के लक्ष्यों को एक दिशा दिखाएगा. यह होमवर्क आपको स्टॉक, बॉन्ड, करेंसी, कमोडिटी, रियल एस्टेट, सोना और अन्य जगहों पर निवेश करने में अधिक मदद करेगा. एक अच्छी तरह से शोध की गई योजना मील के पत्थर साबित हो सकता है. आप तय करें कि आपको कितने सालों तक और किस चीज के लिए निवेश करना है. इसके आधार आप कोई स्कीम चुने और लगातार निवेश करते हैं.

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जोखिम कम करें और निवेश में लाएं विविधता

रिस्क रिटर्न की अनिश्चितता को दर्शाता है. कम जोखिम वाली योजनाएं आमतौर कम रिटर्न देती हैं लेकिन बाजार के उतार-चढ़ाव के प्रति कम संवेदनशील होती हैं. ज्यादा जोखिम वाले स्कीम्स में आपको रिटर्न ज्यादा मिलता है लेकि बाजार के उतार-चढ़ाव के प्रति ये ज्यादा संवेदनशील नहीं होते हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, केवल 10 फीसदी भारतीय निवेशकों के पास डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो है.

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लॉन्ग-टर्म का सोचें

समय के साथ टिकाऊ संपत्ति बनाने के लिए लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट काफी फायदेमंद होता है. शार्ट टर्म इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी तुरंत लाभ मिलने पर केंद्रित रहता है, जिसमें जोखिम बहुत ज्यादा होता है. निवेशक अपने निवेश को केवल 2-3 साल की अवधि के लिए रखते हैं जो महत्वपूर्ण रिटर्न अर्जित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है.

निवेश करने से पहले 'जान लें'

किसी भी एसेट में पैसे लगाने से पहले उसकी डायनामिक्स को समझना चाहिए. सुनी-सुनाई बातों या साथियों के दबाव के आधार पर निवेश न करें. किसी भी निवेश से पहले आपको उसके बारे रिसर्च जरूर करना चाहिए. ऊपर बताए गए निवेश-मंत्र युवा निवेशकों को उनके निवेश पर स्थायी रिटर्न दिलाने में मदद कर सकते हैं. वास्तव में, यह आपके भविष्य में निवेश करने का सही समय है ताकि आप अपने आने वाले समय में सही तरीके से फाइनेंशियल रूप से स्टेबल हो सके.

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