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Mutual Funds SIP : पिछले पांच साल के दौरान आम निवेशकों का रुझान म्यूचुअल फंड में निवेश के प्रति खासा बढ़ा है. सिप के जरिये निवेशक लगातार निवेश कर रहे हैं . यही वजह है कि मई के आखिर सिप का एसेट बेस बढ़ कर 4.67 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. यह पिछले पांच साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है. पिछले पांच साल में सिप या सिप एयूएम हर साल 30 फीसदी तक बढ़ा है.
पांच साल में सिप का एयूएम 30 फीसदी बढ़ा
पिछले पांच साल में सिप के एयूएम (Asset under Management) में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह पूरे म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एयूएम से दोगुना बढ़ोतरी है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया यानी AMFI की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2016 में सिप का एयूएम 1,25,394 करोड़ रुपये का था जो 2021 में मई में 4,67,366 करोड़ रुपये का हो गया. यानी इसमें चार गुना की बढ़ोतरी हो चुकी है. आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच साल के दौरान सालाना आधार पर सिप में योगदान दोगुना बढ़ गया है. 2016-17 में म्यूचुअल फंड में सिप का सालाना योगदान 43,921 करोड़ रुपये था जो 2020-21 में बढ़ कर 96,080 करोड़ रुपये हो गया.
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SIP में मंथली कंट्रीब्यूशन में ढाई गुना बढ़ोतरी
मंथली सिप कंट्रीब्यूशन में सालाना आधार पर ढाई गुना से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. 2016-17 में एसआईपी में मंथली कंट्रीब्यूशन में 3,497 करोड़ रुपये का था वहीं मई 2021 में यह बढ़ कर 8,819 करोड़ रुपये हो गया. मौजूदा वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में ही सिप ने 42,148 करोड़ का योगदान दिया है. पिछले पांच साल में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी किस कदर बढ़ी है उसका पता इसी आंकड़े से चलता है. पिछले पांच साल में सिप अकाउंट चार गुना बढ़ गए हैं. अप्रैल 2016 में सिप अकाउंट एक करोड़ थे लेकिन अब ये बढ़ कर 3.88 करोड़ तक पहुच गए हैं. इसके और भी बढ़ने की उम्मीद है.