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आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पोर्टल उद्ग्म प्लेटफार्म पेश किया है. उद्ग्म प्लेटफार्म का मतलब बिना क्लेम वाली जमा राशि तक उपयुक्त दावेदार की पहुंच के लिए प्रवेश द्वार उपलब्ध कराना है.
देश के बैंकों में पड़े बिना दावे वाली राशि का पता लगाना आसान हो चुका है. बैंक खाताधारकों की मदद के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक सेंट्रलाइज्ड वेब पोर्टल उद्ग्म (UDGAM - Unclaimed Deposits – Gateway to Access Information) लॉन्च किया है. आरबीआई के इस कदम से बिना क्लेम वाली राशि के बारे में एक जगह सारी जानकारी उपलब्ध होगी. उद्ग्म प्लेटफार्म का मकसद लोगों को एक ही जगह से अनक्लेम राशि का पता लगाने और उपयुक्त दावेदार की मदद करना है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पोर्टल उद्ग्म प्लेटफार्म पेश किया है. उद्ग्म प्लेटफार्म का मतलब बिना क्लेम वाली जमा राशि तक उपयुक्त दावेदार की पहुंच के लिए प्रवेश द्वार उपलब्ध कराना है.
इन बैंकों में पड़े अनक्लेम डिपॉजिट की डिटेल है उपलब्ध
UDGAM प्लेटफार्म को आरबीआई ने तैयार किया है ताकि लोगों एक ही जगह पर कई बैंकों में अपनी बिना क्लेम वाली जमाराशियों की खोज करने में आसानी हो और वे उस पर अपना दावा कर सके. पोर्टल पर मौजूदा समय में 7 बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India), पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India), धनलक्ष्मी बैंक (Dhanlaxmi Bank Ltd), साउथ इंडियन बैंक (South Indian Bank Ltd), डीबीएस बैंक इंडिया (DBS Bank India Ltd) और सिटी बैंक (Citibank N.A) में बिना दावे वाली जमाराशि के बारे में जानकारी उपलब्ध है.
ऐसे कर सकेंगे रजिस्ट्रेशन
- सबसे पहले UDGAM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
- इस प्लेटफार्म पर पहली बार विजिट कर रहे हैं तो रजिस्ट्रेशन करना होगा.
- udgam.rbi.org.in/unclaimed-deposits/#/register लिंक पर क्लिक कर मोबाइल नंबर, नाम, पासवर्, कैप्चा कोड और उपयुक्त शर्तों पर अपनी सहमति देकर रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे.
- रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद सभी जरूरी डिटेल की मदद से अनक्लेम डिपॉजिट डिटेल वेरीफाई करके दावा कर सकेंगे.
बाकी बैंकों के अनक्लेम डिपॉजिट डिटेल 15 अक्टूबर से होंगे उपलब्ध
रिजर्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी प्राइवेट लिमिटेड (ReBIT), भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएं (IFTAS) और इसमें भाग लेने वाले बैंकों ने पोर्टल विकसित करने में सहयोग किया है. बयान के मुताबिक मौजूदा वक्त में यूजर वेबसाइट पर उपलब्ध 7 बैंकों के संबंध में अपनी बिना क्लेम वाली जमा राशि का डिटेल हासिल कर सकेंगे. पोर्टल पर अन्य बैंकों के लिए ऐसी राशि का पता लगाने की सुविधा चरण बद्ध तरीके से 15 अक्टूबर, 2023 तक उपलब्ध कराई जाएगी.
SBI के पास 8,086 करोड़ हैं अनक्लेम्ड डिपॉजिट
बता दें कि सरकारी सेक्टर के बैंकों ने फरवरी, 2023 तक लगभग 35,000 करोड़ रुपये की बिना क्लेम वाली जमा राशि आरबीआई को ट्रांसफर किए थे. ये वे जमा खाते थे, जो 10 साल या उससे अधिक समय से संचालित नहीं थे. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 8,086 करोड़ रुपये के साथ बिना क्लेम वाली जमा राशि के मामले में टॉप पर है. इसके बाद 5,340 करोड़ रुपये पंजाब नेशनल बैंक, 4,558 करोड़ रुपये केनरा बैंक और बिना क्लेम वाली 3,904 करोड़ रुपये जमा राशि के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा का स्थान है.
रिजर्व बैंक ने इस साल 6 अप्रैल को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में बिना क्लेम वाली जमा राशि का पता लगाने के लिए एक सेंट्रल वेब पोर्टल बनाने का एलान किया था. आरबीआई ने अपने बयान में कहा कि वह बिना क्लेम वाली जमा राशि की संख्या में बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चला रहा है. वेब पोर्टल शुरू होने से लोगों को अपने बिना क्लेम वाले जमा खातों की पहचान करने में मदद मिलेगी और वे या तो जमा राशि का दावा कर सकेंगे या अपने जमा खातों को अपने संबंधित बैंकों में चालू कर सकेंगे.