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Small Cap Funds: स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंडों में निवेशकों का भरोसा लगातार बना हुआ है. नवंबर के महीने में जहां स्मॉल-कैप फंडों में 3,699 करोड़ रुपये का फ्लो देखा गया. (File Image)
Mutual Funds Investment: शेयर बाजार एक ओर रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहा है, वहीं दूसरी ओर म्यूचुअल फंड के जरिए इक्विटी में पैसे लगाने वाले निवेशक सतर्क दिख रहे हैं. इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) में निवेश नवंबर महीने में मंथली बेसिस पर 22 फीसदी घटकर 15,536 करोड़ रुपये रह गया. जबकि स्मॉलकैप फंडों (Small Cap Funds) के प्रति निवेशकों का भरोसा कायम है. म्यूचुअल फंड कंपनियों के निकाय एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में इक्विटी म्यूचुअल खंड में 19,957 करोड़ रुपये का निवेश आया था. इससे पहले सितंबर में यह निवेश 14,091 करोड़ रुपये था.
कोटक म्यूचुअल फंड के सेल्स, मार्केटिंग एंड डिजिटल बिजनेस हेड मनीष मेहता ने कहा कि शायद दिवाली के त्योहार और बैंकों के अवकाशों ने नवंबर में इक्विटी में नेट इनफ्लो को प्रभावित किया है. नवंबर, 2023 लगातार 33वां महीना है, जब नेट इनफ्लो जारी रहा. इक्विटी सेग्मेंट की सभी श्रेणियों में शुद्ध रूप से निवेश आया है. नवंबर में इक्विटी सेग्मेंट में 6 नए फंड भी शुरू हुए जिन्होंने 1907 करोड़ रुपये जुटाए.
स्मॉल-कैप फंड में जारी है निवेश
स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंडों में निवेशकों का भरोसा लगातार बना हुआ है. नवंबर के महीने में जहां स्मॉल-कैप फंडों में 3,699 करोड़ रुपये का फ्लो देखा गया, वहीं मिड-कैप में निवेशकों ने 2666 करोड़ रुपये शुद्ध रूप से निवेश किया. सेक्टोरल और थिमैटिक् फंडों ने भी निवेशकों को आकर्षित किया और ऐसी योजनाओं में 1965 करोड़ रुपये का निवेश मिला. मल्टी-कैप कैटेगरी में 1713 करोड़ रुपये का निवेश आया. जबकि लार्ज एंड मिडकैप कैटेगरी में 1847 करोड़ रुपये का निवेश आया.
एसआईपी रिकॉर्ड हाई पर
एसआईपी (SIP Investment) नए निवेशकों को आकर्षित करना जारी रखे हुए है. म्यूचुअल फंड योजनाओं में एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए किया जाने वाला निवेश पिछले महीने 17,073 करोड़ रुपये के नए आल टाइम हाई पर पहुंच गया. यह पिछले महीने के 16,928 करोड़ रुपये से 145 करोड़ रुपये अधिक है.
दरों में अनिश्चितता: डेट फंडों में आई बिकवाली
डेट फंडों से 4707 करोड़ रुपये की निकासी देखी गई. कॉरपोरेट बॉन्ड फंड में 1578 करोड़ रुपये और अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में 1866 करोड़ रुपये की निकासी देखी गई. डेट केटेगरी में, निवेशकों ने मनी मार्केट फंडों में 865 करोड़ रुपये और फ्लोटर फंडों में 648 करोड़ रुपये जोड़े. मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च में ऐप मैनेजर रिसर्च के एसोसिएट निदेशक, हिमांशु श्रीवास्तव के अनुसार टैक्स लॉ में संशोधन के बाद से, फिक्सड इनकम वाले फंडों में निवेश कम हो गया है. ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों कसे सतर्क किया है.