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Loan Apps ban on Apple: इसमें पॉकेट कैश, व्हाइट कैश, गोल्डन कैश और ओके रुपी शामिल हैं.
Loan Apps ban on Apple: टेक दिग्गज ऐपल ने देश में साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. ऐपल ने अपने ऐप स्टोर से कई हार्मफुल लोन देने वाले ऐप्स को हटाने का फैसला किया है. माना जा रहा है कि ऐपल ने ये कार्रवाई इसलिए की है क्योंकि ये सभी ऐप्स प्रेडट्री प्रैक्टिस में संलग्न थे. जिन ऐप्स को ऐपल ने बैन किया है उसमें पॉकेट कैश, व्हाइट कैश, गोल्डन कैश और ओके रुपी शामिल हैं.
ऐपल ने क्यों किया इन्हें बैन?
कई यूजर्स के रिव्यू के अनुसार, यह बताया गया कि ये ऐप्स अत्यधिक अनावश्यक शुल्क लगाते हैं. इसके अलावा जो लोग इनके जरिए कर्ज लिए हैं, लेंडर्स उनसे पैसे वसूलने के लिए अनैतिक रणनीति का इस्तेमाल करते थे. हाल के हफ़्तों में, भारत में यूजर्स को फास्ट-ट्रै लोन सर्विस प्रदान करने वाले ऐप्स ने महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल की है. कई यूजर्स ने ऐसे संदेश प्राप्त करने की सूचना दी है जिनमें व्यक्तिगत फ़ोटो और संपर्क जानकारी शामिल है. गौरतलब है कि संदिग्ध पहचान वाले व्यक्तियों और वेबसाइटों द्वारा बनाए गए एप्लिकेशन को भारी संख्या में समान रिव्यू प्राप्त हुईं. इसमें से कई ऐप्स पैसा चुकाने के लिए धमकियां का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.
मजबूत कानून जरूरी
ऐपल ने डेवलपर प्रोग्राम लाइसेंस समझौते में मेंशन नियमों और दिशानिर्देशों के उल्लंघन के कारण इन लोन ऐप्स को ऐप स्टोर से हटा दिया है. कई ऐप्स को वित्तीय संस्थानों के साथ अपनी एफिलिएशन का गलत दावा करते हुए पाए गए हैं. यह ध्यान देने वाली बात है कि लोन देने वाले ऐप न केवल यूजर्स की गोपनीयता को तोड़ते हैं बल्कि व्यक्तियों को उत्पीड़न और संभावित ब्लैकमेल के लिए भी उजागर करते हैं. इन कार्रवाइयों से पता चलता है कि यूजर्स को इसी से बचाने के लिए डिजिटल लोन इंडस्ट्री में मजबूत नियमों और निगरानी की तत्काल आवश्यकता है.