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FY24 में 39,48,143 पैसेंजर व्हीकल्स का रजिस्ट्रेशन हुआ जबकि FY23 में यह आंकड़ा 36,40,399 यूनिट था. इस हिसाब से देश में पैसेंजर व्हीकल्स के रजिस्ट्रेशन में 8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. (Image: FE File)
Retail Auto Sales in India Rose 10 per cent in FY 2023-24:भारत में पैसेंजर व्हीकल यानी यात्री वाहन (passenger vehicles), थ्री-व्हीलर (three- wheelers) और ट्रैक्टर ( tractors) की रिकॉर्ड बिक्री के दम पर ऑटोमोबाइल रिटेल सेल्स (Automobile retail sales) में वित्त वर्ष 2023-24 में दोहरे अंक की बढ़ोतरी देखी गई. डीलरों के संगठन फाडा यानी फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डिलर्स एसोसिएशन (FADA) ने सोमवार को यह जानकारी दी. FADA ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में ऑटोमोबाइल रिटेल सेल्स 10 फीसदी बढ़कर 2,45,30,334 यूनिट हो गई, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 2,22,41,361 यूनिट था.
FADA के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने अपने एक बयान में कहा कि इंडियन ऑटोमोबाइल सेक्टर (Indian automobile sector) ने टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर, पैसेंजर व्हीकल, ट्रैक्टर और कॉमर्शियल व्हीकल्स की मजबूत मांग के दम पर रिटेल सेल्स में दोहरे अंक की बढ़त दर्ज की. उन्होंने कहा कि खासकर पैसेंजर व्हीकल्स, थ्री व्हीलर्स और ट्रैक्टर्स की पिछले वित्त वर्ष में रिकॉर्ड बिक्री हुई.
8% बढ़ा पैसेंजर व्हीकल्स का रजिस्ट्रेशन
FY24 में 39,48,143 पैसेंजर व्हीकल्स का रजिस्ट्रेशन हुआ जबकि FY23 में यह आंकड़ा 36,40,399 यूनिट था. इस हिसाब से देश में पैसेंजर व्हीकल्स के रजिस्ट्रेशन में 8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सिंघानिया ने कहा कि बेहतर वाहन उपलब्धता, आकर्षक मॉडल मिश्रण और नए मॉडलों के लॉन्च जैसे तमाम कारकों ने रिटेल सेल्स की बढ़त में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि बेहतर सप्लाई चेन, मार्केटिंग, रोड इफ्रास्ट्रक्चर और SUV सेगमेंट के गाड़ियों की लगातार बढ़ रही मांग ने इसमें अहम योगदान दिया.
पिछले वित्त वर्ष में तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 49 फीसदी बढ़कर 11,65,699 यूनिट हो गई, जो FY23 में 7,83,257 यूनिट थी. सिंघानिया ने कहा कि इस सेगमेंट में बिक्री में वृद्धि लागत प्रभावी CNG फ्यूल विकल्पों और नए ईवी मॉडलों की शुरूआत के साथ-साथ मजबूत बाजार धारणा और उच्च गुणवत्ता वाली बिक्री के बाद सेवा के निर्बाध एकीकरण से हुई है.
पिछले वित्त वर्ष में ट्रैक्टर की बिक्री 2022-23 में 8,29,639 यूनिट से बढ़कर 8,92,313 यूनिट हो गई. वित्त वर्ष 2024 में दोपहिया वाहनों की बिक्री 9 फीसदी बढ़कर 1,75,17,173 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले यह 1,60,27,411 यूनिट थी. सिंघानिया ने कहा, मॉडल की उपलब्धता बढ़ने, सकारात्मक बाजार धारणा और कोविड महामारी के बाद ग्रामीण बाजारों में सुधार से इस खंड को फायदा हुआ. उन्होंने कहा कि ईवी के लाइनअप में विस्तार और प्रीमियम सेगमेंट में रणनीतिक लॉन्च ने भी आपूर्ति बाधाओं और बढ़ती प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पिछले वित्त वर्ष में कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन में 5 फीसदी की बढ़त देखी गई, जो 10,07,006 यूनिट पर पहुंच गई, जो वाहन सप्लाई चेन में सुधार के कारण हुआ, जिससे रिप्लेसमेंट परचेज में बढ़ोतरी हुई.
टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर के रिटेल सेल्स में इजाफा, इन वाहनों की घटी बिक्री
मार्च 2024 में कुल रजिस्ट्रेशन सालाना आधार पर 3 फीसदी की बढ़त के साथ 21,27,177 यूनिट रहा. पिछले महीने पैसेंजर व्हीकल्स, कॉमर्शियल व्हीकल्स और ट्रैक्टर के रिटेल सेल्स में गिरावट देखी गई. इसके उलट टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर की बिक्री में बढ़त दर्ज की गई. देश भर के 1,447 RTO में से 1,360 से डेटा फाडा ने इकट्ठा कर यह जानकारी दी है. FADA ने कहा कि FY25 में आगे बढ़ते हुए, भारतीय ऑटो उद्योग आशावाद और चुनौतियों के मिश्रण के बीच विकास के लिए तैयार है.
मार्च 2023 में 3,43,527 यूनिट्स की तुलना में पैसेंजर व्हीकल्स की रिटेल सेल्स 6 फीसदी घटकर 3,22,345 यूनिट रही. कॉमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री पिछले महीने 6 फीसदी घटकर 91,289 यूनिट रह गई, जो मार्च 2023 में 96,984 यूनिट्स थी. इसी तरह ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन पिछले महीने 3 फीसदी घटकर 78,446 यूनिट रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 81,148 यूनिट था. हालांकि, पिछले महीने टू-व्हीलर का रजिस्ट्रेशन सालाना आधार पर 5 फीसदी बढ़कर 15,29,875 यूनिट हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 14,50,913 यूनिट था. पिछले महीने थ्री-व्हीलर की बिक्री सालाना आधार पर 17 फीसदी बढ़कर 1,05,222 यूनिट हो गई.