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IT Sector Outlook: महंगाई और संभावित मंदी के कारण आईटी सर्विसेज को निश्चित रूप से निकट अवधि की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. (Reuters)
Accenture Guidance Impact on Indian IT Sector: भारतीय आईटी सर्विसेज कंपनियों की ग्लोबल पियर कंपनी एक्सेंचर (Accenture) का Q1FY24 में रेवेन्यू 16.04 बिलियन डॉलर रहा. यह लोकल करंसी के टर्म में इसमें सालाना बेसिस पर 1 फीसदी और यूएस डॉलर के टर्म में 3 फीसदी ग्रोथ रही है. यह अनुमान से कुछ कमजोर है. वहीं मैनेजमेंट ने Q2FY24 के रेवेन्यू के लिए 15.4-16 बिलियन डॉलर का गाइडेंस (Accenture Growth Guidance) दिया है, जिसका मतलब CC के संदर्भ में -2% से +2% YoY की ग्रोथ है. फिलहाल Accenture की ग्रोथ गाइडेंस ने इंडियन आईटी सेक्टर का मूड खराब कर दिया है और इसके बाद आज आईटी शेयरों (IT Stocks) में बिकवाली देखने को मिली है.
नतीजे उम्मीद से कमजोर
ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज का कहना है कि Accenture का Q1FY24 के लिए नतीजे फाइनेंशियल और संचालन के मामले में उम्मीद से कमजोर रहे हैं. Q1FY24 में कंपनी का रेवेन्यू 16.04 बिलियन डॉलर रहा और लोकल करंसी के टर्म में इसमें सालाना बेसिस पर 1 फीसदी और यएूस डॉलर के टर्म में 3 फीसदी ग्रोथ रही है. कंपनी GAAP EPS 3.1 डॉलर रहा, जबकि एडजस्टेड EPS 3.27 डॉलर रहा. न्यू बुकिंग 18.4 बिलियन डॉलर रहा, सर्विसेज बुक/बिल 9.8 बिलियन डॉलर रहा. कंसल्टिंग बिजनेस बुकिंग 8.6 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया.
ओवरआल Q1FY24 की बुकिंग यह दिखा रही है कि सेक्टर में अनिश्चितता के बाद भी डिमांड बनी हुई है. 100 मिलियन डॉलर की तिमाही बुकिंग के साथ टॉप 30 ग्राहकों में मजबूत क्लाइंट रिलेशनशिप परिलक्षित होते हैं, और नई बुकिंग 450 मिलियन डॉलर से अधिक के साथ कंपनी को Gen AI के लिए मजबूत मांग का सामना करना पड़ रहा है.
मैनेजमेंट गाइडेंस
मैनेजमेंट ने Q2FY24 के रेवेन्यू के लिए 15.4-16 बिलियन डॉलर का गाइडेंस दिया है, जिसका मतलब CC के संदर्भ में -2% से +2% YoY की ग्रोथ है. मेनेजमेंट ने वित्त वर्ष 2024 के रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को 2% से 5% तक बरकरार रखा है, जो कि व्यापक आर्थिक स्थितियों में अनिश्चितता और खर्च में देरी के कारण वित्त वर्ष 2024 में धीमी ग्रोथ का संकेत देता है. एक्सेंचर को उम्मीद है कि FY24 के लिए GAAP ऑपरेटिंग मार्जिन 14.8% से 15.0% के बीच रहेगा, जो कि FY23 के स्तर से 110 से 130bps का विस्तार है. समायोजित ऑपरेटिंग मार्जिन, जिसमें FY4 में व्यवसाय अनुकूलन लागत के लिए अनुमानित 450 मिलियन डॉलर और FY23 में 1.1 बिलियन डॉलर शामिल नहीं है, 15.5% से 15.7% की रेंज में होना चाहिए, जो कि FY23 के स्तर पर 10 से 30bps का विस्तार है.
आईटी सेक्टर आउटलुक
महंगाई और संभावित मंदी के कारण आईटी सर्विसेज को निश्चित रूप से निकट अवधि की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, फेड के नरम रुख ने लिक्विडिटी के प्रवाह का संकेत दिया, जिससे तेजी से सुधार होगा. इसलिए, लॉन्ग टर्म आउटलुक अभी भी बरकरार है, जिसका नेतृत्व बड़े पैमाने पर तकनीकी बदलाव और सिस्टम पर बढ़ती निर्भरता के कारण होने की संभावना है. कंपनी को क्लाउड माइग्रेशन, ईआरपी मॉडरेशन और जेनरेटिव एआई की मांग लगातार दिख रही है. डिजिटल परिवर्तन को लागू करने के लिए एंटरप्राइजेज की आवश्यकता और उन क्षेत्रों में अंडर-पेनिट्रेशन लॉन्ग टर्म ग्रोथ की वजह बन सकते हैं.
इंडियन आईटी सेक्टर पर असर
ब्रोकरेज हाउस एक्सिस सिक्योरिटीज का कहना है कि डिजिटल टेक्नोलॉजीज, क्लाउड ट्रांसफॉर्मेशन, IoT, जेनरेटिव AI और मशीन लर्निंग में मजबूत निवेश से कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और इसमें तेजी आएगी. हालांकि, निकट अवधि की व्यापक आर्थिक प्रतिकूलताएं सभी वर्टिकल्स में आटोमेशन स्पेंड को प्रभावित कर सकती हैं. वर्टिकल फ्रंट पर, उत्तरी अमेरिका के रूरल बैंकिंग सेक्टर में गिरावट के कारण बीएफएसआई वर्टिकल पर मजबूत प्रभाव देखा गया.
दूसरी ओर, ऑटोमोबाइल, रिटेल, फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर इंडस्ट्री में सभी भौगोलिक क्षेत्रों में मजबूत पकड़ देखी जा रही है. निकट अवधि की चुनौतियों के बावजूद भारत में आईटी सेवा कंपनियों को मजबूत डील बुकिंग मिल रही है. हालांकि ब्रोकरेज हाउस भारत में आईटी सर्विसेज कंपनियों की दीर्घकालिक संभावनाओं के बारे में आशावादी बने हुआ है. निकट अवधि की चुनौतियां उनकी रेवेन्यू ग्रोथ की गति को प्रभावित कर सकती हैं. ब्रोकरेज ने लार्ज कैप सेग्मेंट से HCL Tech और LTIMindtree, जबकि मिड कैप से Coforge, Persistent Systems और Cyient को टॉप पिक चुना है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)