/financial-express-hindi/media/media_files/2025/10/14/adani-google-ai-hub-india-reuters-2025-10-14-16-16-25.jpg)
Google - Adani Partnership : गूगल-अडानी पार्टनरशिप से देश को मिलेगा सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर (File Photo : Reuters)
Adani-Google Partnership : अडानी ग्रुप और गूगल मिलकर विशाखापट्टनम में देश का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेटा सेंटर कैंपस बनाने जा रहे हैं. इस प्रोजेक्ट में गूगल अगले पांच साल में करीब 15 अरब डॉलर (लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल को देश की तकनीकी शक्ति को नई ऊंचाई देने वाला कदम बताया है.
अडानी कॉनेक्स और गूगल की साझेदारी
गूगल यह एआई डेटा सेंटर अडानी एंटरप्राइजेज की सहयोगी कंपनी अडानी कॉनेक्स (AdaniConneX) के साथ मिलकर विकसित करेगा. यह न सिर्फ भारत का सबसे बड़ा, बल्कि अमेरिका के बाहर गूगल का भी सबसे बड़ा एआई हब होगा. कंपनी ने बताया कि यह कैंपस गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर ऑपरेशन, ग्रीन एनर्जी, और मजबूत सबसी केबल नेटवर्क के जरिए भारत के एआई वर्कलोड को सपोर्ट करेगा. यह प्रोजेक्ट 2026 से 2030 के बीच पूरा किया जाएगा.
यह केंद्र केवल एक तकनीकी प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनने जा रहा है. इस एआई हब में TPU और GPU आधारित कंप्यूटिंग पावर होगी, जो डीप लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क ट्रेनिंग और बड़े एआई मॉडल्स के विकास के लिए जरूरी है.
पीएम मोदी ने जताई खुशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एलान पर खुशी जताते हुए कहा, “विशाखापट्टनम में गूगल एआई हब का एलान खुशी की बात है. यह भारत को टेक्नोलॉजी के लोकतंत्रीकरण की दिशा में नयी ताकत प्रदान करेगा. यह ‘AI for All’ के हमारे विजन को साकार करेगा, जिससे नागरिकों को अत्याधुनिक टूल्स मिलेंगे और भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.”
पीएम मोदी ने कहा कि यह निवेश भारत के ‘विकसित भारत’ के विजन के साथ पूरी तरह मेल खाता है और भारत को ग्लोबल टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 से ही डिजिटल विकास के लिए जरूरी नीतिगत समर्थन दिया है. उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की भी सराहना की और कहा कि “उन्होंने पहले भी दिखाया है कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को स्केल अप कैसे किया जा सकता है.”
Also read : Tata Motors PV Share Price : 400 रुपये पर शुरू हुआ शेयर का सफर, अचानक 40% क्यों टूटा भाव?
तेजी से उभरते भारत की आत्मा में निवेश : अडानी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस साझेदारी को ऐतिहासिक बताते हुए कहा,
“अडानी ग्रुप इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट में गूगल के साथ साझेदारी कर गर्व महसूस कर रहा है. यह सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश नहीं है, बल्कि एक तेजी से उभरते राष्ट्र की आत्मा में निवेश है.”
उन्होंने आगे कहा कि विशाखापट्टनम अब ग्लोबल टेक्नोलॉजी डेस्टिनेशन बनने जा रहा है. “यह साझेदारी देश के डिजिटल भविष्य को परिभाषित करेगी और एआई इनोवेशन को नई दिशा देगी,” अडानी ने जोड़ा.
भारत की ग्रोथ को नई रफ्तार मिलेगी : सुंदर पिचाई
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “विशाखापट्टनम में हमारा पहला एआई हब भारत की डिजिटल ग्रोथ में मील का पत्थर साबित होगा. इसमें गीगावाट स्केल कंप्यूट कैपेसिटी, इंटरनेशनल सबसी गेटवे और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होंगे. इसके जरिए हम भारत की इंडस्ट्रीज और यूजर्स तक अपनी इंडस्ट्री-लीडिंग तकनीक पहुंचाएंगे और एआई इनोवेशन को तेजी देंगे.”
गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने कहा, “गूगल एआई हब में निवेश देश के व्यवसायों, शोधकर्ताओं और क्रिएटर्स को एआई के साथ बढ़ने और नए समाधान तैयार करने की क्षमता देगा.” कुरियन ने कहा, “यह हब परफॉर्मेंस, सिक्योरिटी और स्केलेबिलिटी देगा, जिससे भारत ग्लोबल इनोवेशन का केंद्र बनेगा.”
Also read : बरसों से बंद बैंक खाते में पड़े हैं पैसे? UDGAM पोर्टल से करें चेक, ये है स्टेप-बाय-स्टेप तरीका
रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद
यह प्रोजेक्ट न केवल डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बल्कि नई ग्रीन एनर्जी, ट्रांसमिशन लाइन्स और एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स के निर्माण में भी मदद करेगा. आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने कहा, “आज डेटा नया ऑयल है और डेटा सेंटर नई रिफाइनरी हैं. यह सिर्फ आंध्र प्रदेश की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की डिजिटल यात्रा का अहम पड़ाव है.”