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Adani Group statement: अडानी ग्रुप ने एक आधिकारिक बयान जारी करके अमेरिका में लगे तमाम आरोपों को खारिज कर दिया है. (File Photo: PTI)
Adani Group Issues Statement, Denies All Allegations by US Justice Department and SEC: अडानी ग्रुप ने अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. ग्रुप ने अपने आधिकारिक बयान में इन आरोपों को "बेबुनियाद और झूठा" बताया है और कहा है कि वे सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करेंगे. अडानी ग्रुप ने भरोसा दिलाया है कि उन्होंने सभी कानूनों का पूरी तरह पालन किया है. अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर भारत में पावर परचेज एग्रीमेंट हासिल करने के लिए अरबों डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया है.
अडानी ग्रुप का आधिकारिक बयान
अडानी ग्रुप के प्रवक्ता की तरफ से जारी मीडिया स्टेटमेंट में कहा गया है, "अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा अडानी ग्रीन के डायरेक्टर्स के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं और हम उनका खंडन करते हैं. जैसा कि अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने खुद भी कहा है कि लगाए गए आरोप केवल अभियोग हैं और जब तक आरोप साबित नहीं होते, तब तक आरोपी निर्दोष माने जाते हैं. सभी संभव कानूनी उपायों पर अमल किया जाएगा."
ग्रुप के प्रवक्ता की तरफ से गुरुवार 21 नवंबर को जारी इस बयान में आगे कहा गया है, “अडानी ग्रुप ने जहां भी काम किया है, वहां हमेशा गवर्नेंस, ट्रांसपेरेंसी और रेगुलेटरी कंप्लायंस के मामले में सबसे ऊंचे मानदंडों का पालन किया है और ऐसा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. हम अपने स्टेकहोल्डर्स, पार्टनर्स और कर्मचारियों को भरोसा दिलाते हैं कि हम कानून के मुताबिक चलने वाले ऑर्गनाइजेशन हैं और सभी कानूनों का पूरी तरह पालन करते हैं.”
क्या हैं अडानी ग्रुप पर लगे आरोप?
अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी, और अन्य सहयोगियों ने पावर परचेजिंग एग्रीमेंट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ डॉलर (करीब 2,200 करोड़ रुपये) रिश्वत दी.
भ्रष्टाचार का आरोप : अमेरिकी प्रोसेक्यूटर्स का कहना है कि अडानी ग्रुप ने निवेशकों से अपना भ्रष्टाचार छिपाते हुए 3 अरब डॉलर (करीब 24,000 करोड़ रुपये) का फंड जुटाया.
गिरफ्तारी वारंट: अमेरिका की एक अदालत ने गौतम अडानी और सागर अडानी के नाम गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं, जिन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाना है.
सिविल एक्शन: SEC ने भी गौतम अडानी और दो सहयोगियों के खिलाफ अमेरिका के एंटी-फ्रॉड कानून के तहत कार्रवाई शुरू की है, जिसमें भारी जुर्माने और अन्य प्रतिबंधों की मांग की गई है.