/financial-express-hindi/media/media_files/GJgAGs8hDNOrlHBduXL9.jpg)
Ambuja Cement Target : ब्रोकरेज हाउस ने अंबुजा सीमेंट के स्टॉक के लिए Reduce रेटिंग दी है और 440 रुपये का टारगेट दिया है. (Reuters)
Gautam Adani Group Share : गौतम अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनी अंबुजा सीमेंट के स्टॉक में (Ambuja Cement Stock) पिछले साल की गिरावट से अच्छी खासी रिकवरी आ चुकी है. शेयर अपने 1 साल के लो 404 रुपये की तुलना में करीब 66 फीसदी मजबूत हो चुका है. 1 नवंबर 2023 को शेयर 404 रुपये के भाव पर था, जो अभी 670 रुपये के आस पास है. हालांकि ब्रोकरेज हाउस एचएसबीसी ने आगे शेयर के मूवमेंट को लेकर अलर्ट किया है. ब्रोकरेज का कहना है कि हाल ही में अंबुजा सीमेंट ने पेन्ना सीमेंट के अधिग्रहण की घोषणा की है. इस डील में कुछ चिंताएं दिख रही हैं, जो कुछ दिनों के लिए कंपनी पर दबाव डाल सकती हैं. इससे शेयर में मौजूदा भाव से करीब 34 से 35 फीसदी गिरावट की आशंका है.
ब्रोकरेज हाउस एचएसबीसी ने अंबुजा सीमेंट के स्टॉक के लिए Reduce रेटिंग दी है और 440 रुपये का टारगेट (Ambuja Cement Target Price) प्राइस दिया है. यह मौजूदा भाव 670 रुपये की तुलना में 34 फीसदी नीचे है. ब्रोकरेज का कहना है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना मार्केट 40 से अधिक सीमेंट ब्रांड की उपस्थिति के साथ बहुत प्रतिस्पर्धी हैं. वहीं पीसीआईएल के पास ब्राउनफील्ड विस्तार के लिए सीमित अवसर हैं.
3-4 महीने में अधिग्रहण पूरा करने का लक्ष्य
13 जून को, अंबुजा सीमेंट ने 104 बिलियन रुपये यानी 10400 करोड़ रुपये के EV पर पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Penna Cement) का अधिग्रहण करने की योजना की घोषणा की थी. ब्रोकरेज का एचएसबीसी का अनुमान है कि पेन्ना सीमेंट का ईवी/टन 100-110 डॉलर प्रति टन है, जो रिप्लेसमेंट कास्ट के अनुरूप है. पेन्ना सीमेंट की परिचालन सीमेंट क्षमता 10MTPA है, जो सभी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में है. इसके अलावा पेन्ना सीमेंट के पास राजस्थान और आंध्र प्रदेश में निर्माणाधीन 4MTPA सीमेंट क्षमता भी है. अंबुजा ने अगले 3-4 महीने में अधिग्रहण पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
इस डील में क्या है पॉजिटिव
1. ब्रोकरेज हाउस एचएसबीसी के अनुसार अंबुजा सीमेंट की यह डील आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बढ़ते बाजारों में अंबुजा सीमेंट के लिए एक्सपोजर बढ़ाएगा. वर्तमान में, अंबुजा की दक्षिणी बाजारों में लिमिटेड प्रेजेंस है और आंध्र प्रदेश के बाजारों में बहुत कम या लगभग ना के बराबर प्रेजेंस है. जबकि पेन्ना सीमेंट एसेट्स अपेक्षाकृत नई और एफिशिएंट हैं.
2. ताड़ीपत्री में 1.8 MTPA क्षमता को छोड़कर, अन्य सभी प्लांट हाल फिलहाल के हैं और इसलिए उनकी लागत संरचना बेहतर होगी.
3. वित्त वर्ष 2022 में 67 फीसदी यूटिलाइजेशन रेट के बावजूद, पेन्ना की प्रति टन ऑपरेटिंग कास्ट अंबुजा से बेहतर थी.
4. पेन्ना सीमेंट की तुलना में एसीसी की प्राइस पोजिशनिंग काफी बेहतर है, जिससे पीसीआईएल के मार्जिन में उल्लेखनीय ग्रोथ होनी चाहिए.
5. राजस्थान में 3 MTPA की अपकमिंग क्लिंकर कैपेसिटी उत्तरी क्षेत्र में अंबुजा के लिए क्लिंकर-कैपेसिटी रेश्यो में सुधार करेगी.
6. वहीं अंबुजा भारत के पूर्वी तट और श्रीलंका में नए बाजारों तक पहुंचने के लिए पीसीआईएल के पैकिंग टर्मिनल नेटवर्क का लाभ उठा सकता है.
DDEL IPO : कमाई का मौका, 19 जून को खुलेगा 418 करोड़ का आईपीओ, 193-203 रुपये प्राइस बैंड
इस डील में क्या है निगेटिव
1. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना (एपी एंड टी) मार्केट की बात करें तो ये 40 से अधिक सीमेंट ब्रांड की उपस्थिति के साथ बहुत प्रतिस्पर्धी हैं. इन क्षेत्र में सीमेंट क्षमता 30-35MT के मांग आधार से लगभग 3 गुना अधिक है. इसके अलावा, सरकारी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं कुल मांग का एक बड़ा हिस्सा हैं, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर सीमेंट की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव और हाई ओपीसी सेल्स होता है.
2. जबकि समुद्री लॉजिस्टिक अंबुजा/अडानी ग्रुप की विशेषता है, पहले पेन्ना सीमेंट और रैमको सीमेंट दोनों समुद्र के माध्यम से पूर्वी तट के बाजारों को सेवा देने में विफल रहे थे.
3 . पीसीआईएल के पास ब्राउनफील्ड विस्तार के लिए सीमित अवसर हैं. वित्त वर्ष 2021 के अंत तक पेन्ना के पास c640MTs का चूना पत्थर भंडार था, जो मौजूदा ऑपरेशन के लिए पर्याप्त है. हालांकि, यह केवल तेलंगाना में छोटे विस्तार (2-3MTPA) का समर्थन कर सकता है.
4. एक अन्य सहायक कंपनी ऑपरेशनल परफॉर्मेंस की प्रेडिक्टेबिलिटी को और कम कर देगी.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश या बिकवाली की सलाह एक्सपर्ट व ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)