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Gandhar Oil Stock: आज कंपनी का स्टॉक बीएसई पर 295 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ जो आईपीओ प्राइस 169 रुपये की तुलना में 75 फीसदी ज्यादा है. (pixabay)
Gandhar Oil Bumper Listing Today: ऑयल, और ग्रीस बनाने वाली कंपनी गांधार ऑयल रिफाइनरी (Gandhar Oil) का आईपीओ भी निवेशकों के लिए वेल्थ किएटर बन गया है. डेब्यू (stock market listing) पर इस स्टॉक ने निवेशकों का पैसा डबल कर दिया. आज कंपनी का स्टॉक बीएसई पर 295 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ जो आईपीओ (Gandhar Oil IPO) प्राइस 169 रुपये की तुलना में 75 फीसदी ज्यादा है. वहीं कुछ देर में ही शेयर बढ़कर 345 रुपये पर पहुंच गया जो आईपीओ प्राइस से 104 फीसदी अधिक है. इस आईपीओ को निवेयाकों की ओर से भी शानदार रिस्पांस मिला थ्का और ग्रे मार्केट में भी इसे लेकर क्रेज बना हुआ था. फिलहाल सवाल उठता है कि लिस्टिंग के बा निवेशक शेयर को लेकर क्या करें. बेच दें या इसमें बने रहें.
66 गुना भरा था आईपीओ
गांधार ऑयल रिफाइनरी को निवेशकों की ओर से मजबूत रिस्पांस मिला था. यह ओवरआल 65.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था. एनआईआई के लिए रिजर्व हिस्से को 64.33 गुना बोली मिली. वहीं रिटेल निवेशकों के रिजर्व हिस्से को 29.79 गुना और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स के लिए रिजर्व हिस्से को 129.06 गुना बोली मिली. वहीं आईपीओ का जीएमपी 70 रुपये पर पहुंच गया था जो अपर प्राइस बैंड 169 रुपये के लिहाज से 41% प्रीमियम था. लेकिन लिस्टिंग पर यह ग्रे मार्केट प्रीमियम से बहुत आगे निकल गया.
शेयर में क्या करें
च्वॉइस ब्रोकिेग के रिसर्च एनालिस्ट राजनाथ यादव के अनुसार आज यह स्टॉक अच्छे खासे प्रीमियम पर एक्सचेंज पर लिस्ट हुआ. 304 रुपये के सीएमपी पर यह 16.9x के पी/ई मल्टीपल पर कारोबार कर रहा है. ग्रोथ आउटलुक और प्रॉफिटेबिलिटी मार्जिन को ध्यान में रखते हुए, वर्तमान में स्टॉक का वैल्युएशन वाजिब दिख रहा है, इसलिए निवेशकों को प्रॉफिट बुक करने की सलाह है. मौजूदा लेवल पर खरीदारी से बचें.
कंपनी का ग्रोथ आउटलुक मजबूत
ब्रोकरेज हाउस च्वॉइस ब्रोकिंग का कहना है कि Gandhar Oil ने खुद को व्हाइट आयल मार्केट में सफलतापूर्वक स्थापित किया है और इसकी टॉप और बॉटल लाइन में ग्रोथ देखने को मिली है. मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं का विस्तार Gandhar Oil को अपने उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने, संभावित रूप से एक बड़े बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने की अनुमति दे सकता है. इसकी पियर्स कंपनियां आइडेंटिकल बिजनेस में एंगेज नहीं हो सकते हैं, लेकिन वे समान एंड-यूजर इंडस्ट्री में सर्विस देते हैं. ब्रोकरेज का मानना है कि इस बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता से लागत दक्षता और संभावित रूप से हायर रेवेन्यू हासिल हो सकता है.
कंपनी के साथ प्रमुख ताकत
• भारतीय व्हाइट आयल मार्केट में लीडिंग मार्केट शेयर के साथ महत्वपूर्ण ओवरसीज सेल्स, कंज्यूमर और हेल्थकेयर एंड-इंडस्ट्रीज पर फोकस
• व्यापक और डाइवर्सिफाइड कस्टमर बेस और एक सप्लायर बेस में प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण शर्तों वाली लीडिंग तेल कंपनियां शामिल हैं
• रणनीतिक रूप से स्थित मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं और इन-हाउस अनुसंधान एवं विकास क्षमता
• प्रूडेंट मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के साथ फ्लेक्सिबल और स्केलेबल बिजनेस मॉडल
• लगातार बेहतर वित्तीय प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड
LIC के साथ कमाई का मौका, शेयर दे सकता है 21% रिटर्न, ब्रोकरेज ने दिया 823 रुपये का टारगेट
रिस्क और चिंताएं
• विभिन्न करंसी में एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव होता है, ऐसे में बिजनसे पर निगेटिव असर पड़ सकता है
• बिजनेस ग्रोथ को संभालने या योजना का पालन करने के लिए स्ट्रगल करना बिजनेस को कुछ नुकसान पहुंचा सकता है
• देर से डिलीवरी, अचानक कीमत में बदलाव, या कच्चे माल की आपूर्ति में कमी बिजनेस को नुकसान पहुंचा सकती है
• लॉन्ग टर्म कांट्रैक्ट के बिना कच्चे माल की एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी के लिए कुछ आपूर्तिकर्ताओं पर भरोसा
• महत्वपूर्ण वर्किंग कैपिटल्का की जरूरतें
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)