/financial-express-hindi/media/post_banners/hlVKqEajzDy4k5yFu3R4.jpg)
Grasim Industries Rights Issue: कंपनी का राइट्स इश्यू 17 जनवरी को खुलेगा और 29 जनवरी को बंद होगा. (Pixabay)
Grasim Industries Rights Issue to Open: बाजार के महंगे वैल्युएशन के बीच ग्रासिम इंडस्ट्रीज (Grasim Industries) के शेयरों में भारी छूट पर निवेश (Stock Market Ivestment) का मौका है. कंपनी ने अपने 4,000 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू के लिए 1812 रुपये/शेयर कीमत तय की है, जो मौजूदा मार्केट प्राइस से करीब 12.50% डिस्काउंट पर है. इसके जरिए कंपनी प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप को 2.2 करोड़ शेयर जारी करेगी. इश्यू 17 जनवरी को खुलेगा और 29 जनवरी को बंद होगा.
क्या है रेश्यो
राइट्स इश्यू को रिकॉर्ड डेट 10 जनवरी के अनुसार प्रत्येक 179 शेयरों के लिए 6 शेयरों के रेश्यो तय किया गया है. रिकॉर्ड डेट 10 जनवरी का मतलब है कि मौजूदा निवेशक जिसके पास 10 जनवरी 2024 से पहले शेयर होंगे, वे राइट्स इश्यू में भाग ले सकते हैं. गुरुवार को कंपनी का शेयर 2070 रुपये के भाव पर बंद हुआ. वहीं राइट्स इश्यू के लिए भाव 1812 रुपये तय किया है. यह कल के बंद भाव से 12.50 फीसदी डिस्काउंट पर है.
2024 का पहला IPO: Jyoti CNC का प्राइस बैंड 315-331 रुपये तय, 1000 करोड़ के आईपीओ में कमाई का मौका
क्यों फंड जुटा रही है कंपनी?
आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज, अपने कैपेक्स प्लान और मौजूदा कर्ज चुकाने के लिए फंड जुटा रही है. बोर्ड ने पिछले साल अक्टूबर में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. कंपनी ने कहा कि प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप अपने अधिकृत हिस्से और अनसब्सक्राइब्ड हिस्से (अगर कोई हो) को पूरी तरह से सब्सक्राइब करेंगे.
वहीं कंपनी अपने पेंट बिजनेस को लेकर भी बड़ी तैयारी में है. सितंबर में, कंपनी ने अपने पेंट बिजनेस के ब्रॉन्ड नाम का खुलासा किया था, जहां बड़े निवेश की तैयारी है. कंपनी बिड़ला ओपस को चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में लॉन्च करने वाली है. ग्रासिम डेकोरेटिव पेंट्स सेगमेंट में हाई क्वालिटी वाले प्रोडक्ट्स की एक विस्तृत रेंज पेश करेगा.
क्या है राइट्स इश्यू
राइट्स शेयर के तहत मौजूदा शेयरधारकों को निश्चित अनुपात में नए शेयर जारी किये जाते हैं. कंपनियां आमतौर पर फंड जुटाने के लिए राइट्स इश्यू का सहारा लेती है. शेयरधारक के पास जितने शेयर होते हैं, उसी के हिसाब से उसे राइट्स शेयर बेचे जाते हैं. राइट्स इश्यू में पार्टिसिपेशन बढ़ाने के लिए शेयर का भाव करंट प्राइस से कम रखा जाता है.