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Buy ICICI Bank : ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक ने कोर अर्निंग में बेहतर प्रदर्शन किया है, और इसमें री-रेटिंग की संभावना है. (File Photo : Reuters)
ICICI Bank Stock Price : आज आईसीआईसीआई बैंक का स्टॉक फोकस में है और सेंसेक्स 30 का टॉप गेनर्स बना हुआ है. शेयर आज 2.50 फीसदी मजबूत होकर 1,465.90 रुपये के भाव पर पहुंच गया. बैंक के तिमाही नतीजे शनिवार को जारी किए गए थे, जो अनुमान से बेहतर हैं. ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने शेयर में खरीदारी की सलाह दी है और टारग्रेट प्राइस 1,670 रुपये कर दिया है. यह शुक्रवार के बंद भाव से 17% अधिक है. ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक का PPOP और एसेट क्वालिटी मजबूत होने के चलते ICICI बैंक पर BUY रेटिंग दोहराई है. बैंक ने कोर अर्निंग में बेहतर प्रदर्शन किया है, और इसमें री-रेटिंग की संभावना है.
NIM में बेहतर प्रदर्शन, पॉजिटिव फैक्टर
नुवामा का कहना है कि FY26 की पहली तिमाही में NIM (नेट इंटरेस्ट मार्जिन) तिमाही आधार पर 7 बेसिस प्वॉइंट घटा, लेकिन कोर NIM सिर्फ 4 बेसिस प्वॉइंट घटा है. जबकि अनुमान था कि इसमें 12–15 बेसिस प्वॉइंट की गिरावट आएगी. अब तक ICICI बैंक ही एकमात्र बैंक है जिसने NIM के मामले में अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है.
भले ही बैंक की होलसेल लोन की हिस्सेदारी कम है, फिर भी इसने अन्य बैंकों (जैसे HDFC बैंक) की तुलना में तेजी से देनदारियों की ब्याज दरें एडजस्ट की हैं, जो इसकी बेहतर देनदारी रणनीति को दिखाता है. एसेट क्वालिटी बेहतर बनी हुई है, क्योंकि फंसे हुए कर्ज में सिर्फ 2% की बढ़त हुई है, जो प्रमुख तौर पर एग्री लोन के कारण है. बैंक के लोन सालाना 11.5% और तिमाही आधार पर 2% बढ़े हैं.
NII (नेट इंटरेस्ट इनकम) तिमाही आधार पर 2% और सालाना 11% बढ़ा है, जबकि कोर NII में 3% की तिमाही बढ़त हुई है, जो इस सेक्टर में सबसे बेहतर है. कोर PPOP (प्रमुख परिचालन लाभ) तिमाही बेसिस पर 1% और सालाना बेसिस पर 11% बढ़ा है. बैंक का PPOP और एसेट क्वालिटी मजबूत होने के चलते ब्रोकरेज ने ICICI बैंक पर BUY रेटिंग (Buy ICICI Bank) दोहराई है. वहीं इसका टारगेट प्राइस 1,670 रुपये कर दिया है, जो पहले 1,630 रुपये था. ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक ने कोर अर्निंग में बेहतर प्रदर्शन किया है, और इसमें री-रेटिंग की संभावना है.
मजबूत एसेट क्वालिटी
ब्रोकरेज के अनुसार स्लीपेज रेश्यो (यानी नए फंसे हुए कर्ज की दर) सालाना आधार पर 2.1% से घटकर 1.9% हो गया. एग्री लोन को छोड़कर, यह दर तिमाही आधार पर भी 1.6% पर स्थिर रही. क्रेडिट कॉस्ट इस तिमाही में 54 बेसिस प्वॉइंट रहा, जो पिछली तिमाही के 29bp से ज्यादा है. इसकी वजह एग्री लोन में फंसा पैसा और पिछली तिमाही (Q4FY25) में बड़ी रिकवरी होना है.
सालाना आधार पर भी क्रेडिट कॉस्ट ज़्यादा रहा, क्योंकि पिछले साल Q1FY25 में बैंक ने 390 करोड़ रुपये के AIF प्रावधान वापस ले लिए थे. अच्छी बात यह है कि क्रेडिट कॉस्ट अब सामान्य स्तर पर लौट रहा है. PCR (प्रोविजन कवरेज रेश्यो) मजबूत बना हुआ है, यह इस तिमाही में 75.9% रहा, जो पिछली तिमाही के 76.9% के करीब है. बैंक प्रबंधन ने कहा कि हर सेक्टर में एसेट क्वालिटी मजबूत बनी हुई है. बैंक के पास अभी भी कुल लोन का 1% आकस्मिकप्रावधान है, जो एक सुरक्षा के रूप में रखा गया है.
Core PPOP में अच्छी बढ़त
लोन में तिमाही बेसिस पर 2% और सालाना बेसिस पर 11.5% की बढ़त हुई. जबकि डिपॉजिट में 13% सालाना ग्रोथ रही. एवरेज डिपॉजिट में 11% सालाना और 3% तिमाही बढ़त हुई. रिटेल लोन में 6% सालाना बढ़त हुई, लेकिन तिमाही में कोई खास बदलाव नहीं हुआ.
बिजनेस बैंकिंग (BB) में 29% सालाना और 3% तिमाही बढ़त रही. घरेलू कॉर्पोरेट लोन में 11% सालाना बढ़त, लेकिन 1% तिमाही गिरावट आई. पर्सनल लोन + क्रेडिट कार्ड (PL + CC) में 1% सालाना बढ़त, लेकिन 3% तिमाही गिरावट दर्ज की गई. NIM (नेट इंटरेस्ट मार्जिन) तिमाही बेसिस पर सिर्फ 7 बेसिस प्वॉइंट गिरा, जो उम्मीद से काफी कम गिरावट है. बैंक ने अब NIM की डे काउंट की जगह महीनों के आधार पर करना शुरू किया है.
NIM को क्यों मिला सपोर्ट
बचत खाते की ब्याज दर में कटौती और होलसेल डिपॉजिट की ब्याज दरों के री-प्राइसिंग ने लोन पर ब्याज दरों में कमी का असर कम कर दिया, जिससे NIM को सहारा मिला. एसेट्स पर मिलने वाली आय (यील्ड) तिमाही आधार पर 21bp घटी, जबकि फंड की लागत में 16bp की गिरावट रही. यह अब तक की सबसे तेज गिरावट है.
ICICI बैंक ने अब तक रेपो रेट में हुई 25bp की कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को दे दिया है, अगली 25bp कटौती का दो-तिहाई हिस्सा पास कर दिया गया है, और अंतिम 50bp कटौती अभी बाकी है. फीस सालाना 7% बढ़ी, लेकिन तिमाही आधार पर 6% घटी. ऑपरेटिंग खर्च में सालाना 8% और तिमाही में 6% बढ़ोतरी हुई. इसका एक कारण है कि Q1FY26 में कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की गई थी. वहीं PAT (नेट प्रॉफिट) में 16% सालाना और 1% तिमाही बढ़त हुई.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)