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IRFC Q4 Results Date Update: इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन की 29 अप्रैल 2025 को होने वाली बोर्ड मीटिंग की तारीख बदल गई है. (File Photo : PTI)
Indian Railway Finance Corporation (IRFC) Board Meeting Rescheduled: इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) ने मार्च तिमाही के नतीजों को लेकर अपनी बोर्ड मीटिंग की तारीख बदल दी है. पहले यह बैठक 29 अप्रैल 2025 को होनी थी, लेकिन अब इसे एक दिन पहले यानी 28 अप्रैल 2025 को रखा गया है. IRFC, जो कि एक नवरत्न सार्वजनिक उपक्रम (PSU) है, इस बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजों के साथ-साथ नए वित्त वर्ष के लिए उधारी योजनाओं पर भी विचार करेगी.
अब 28 अप्रैल को होगी बोर्ड मीटिंग
IRFC ने शेयर बाजारों को दी गई एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी कि, "कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की जो बैठक पहले मंगलवार 29 अप्रैल 2025 को होने वाली थी, अब री-शिड्यूल होकर सोमवार 28 अप्रैल 2025 को बुलाई गई है." इस बैठक में चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के ऑडिटेड वित्तीय नतीजों के साथ-साथ कंपनी के मार्केट बॉरोइंग प्रोग्राम पर भी फैसले लिए जाएंगे.
बोर्ड की बैठक में क्या होगा
IRFC की इस बैठक में दो मुख्य बातों पर विचार होगा:
31 मार्च 2025 को खत्म तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के लिए ऑडिटेड फाइनेंशियल रिजल्ट्स, कैश फ्लो स्टेटमेंट और एसेट्स एंड लायबिलिटीज स्टेटमेंट को मंजूरी देना.
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए कंपनी के मार्केट बॉरोइंग प्रोग्राम (Market Borrowing Programme) को मंजूरी देना.
IRFC ने कहा, “इस बैठक में कंपनी के ऑडिटेड वित्तीय नतीजों के साथ-साथ अगले साल की फंड रेजिंग स्ट्रैटेजी पर भी चर्चा की जाएगी."
मल्टीबैगर PSU स्टॉक है IRFC
IRFC बीते तीन सालों में अपने निवेशकों को करीब 500 फीसदी का एब्सोल्यूट रिटर्न देकर एक मल्टीबैगर रेलवे PSU स्टॉक बन चुका है. हालांकि, साल 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें करीब 12 प्रतिशत की गिरावट आई है. मंगलवार को IRFC का शेयर 132 रुपये पर खुला और दिनभर में 133.50 रुपये तक पहुंचा, अंत में यह 132.25 रुपये पर बंद हुआ.
तीसरी तिमाही में कैसा रहा परफॉर्मेंस
वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में IRFC का नेट प्रॉफिट 1,630 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 1,599 करोड़ रुपये से 2 प्रतिशत अधिक था. वहीं, रेवेन्यू में भी हल्की बढ़त देखी गई और यह 6,763 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 6,737 करोड़ रुपये था.
रेलवे सेक्टर से बाहर भी है IRFC का कारोबार
IRFC सिर्फ रेलवे के लिए फाइनेंसिंग नहीं करती, बल्कि अब कंपनी पावर जनरेशन, ट्रांसमिशन, माइनिंग, फ्यूल, वेयरहाउसिंग, टेलीकॉम और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में भी विस्तार कर रही है, जो डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर रेलवे से जुड़े हैं. पिछले महीने ही IRFC को नवरत्न कंपनी का दर्जा दिया गया था, जिससे इसकी मजबूती का संकेत मिलता है.