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IT Stocks: इंडेक्स पर टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक सहित ज्यादातर शेयरों में बिकवाली है. (Pixabay)
IT Stock Fall Today: आज के कारोबार में आईटी सर्विसेज कंपनियों में भारी गिरावट (IT Stocks Crash) देखने को मिल रही है. आज इंट्राडे में निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. इंडेक्स पर टीसीएस (TCS), इंफोसिस (Infosys), विप्रो (Wipro), एचसीएल टेक (HCL Tech) सहित ज्यादातर शेयरों में बिकवाली है. असल में इंडियन आईटी कंपनियों की प्रमुख पियर Accenture ने अपने रेवेन्यू गाइडेंस में कटौती की है. वहीं पूरे फाइनेंशियल में कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान से कमजोर रहने की आशंका है. जिसके चलते ओवरआल इंडियन आईटी सेक्टर में भी डिमांड कमजोर रहने की आशंका बनी है. असल में एक अनिश्चित अर्थव्यवस्था क्लाइंट्स को अपनी कंसल्टिंग सर्विसेज पर खर्च कम करने के लिए प्रेरित करती है. एक्सेंचर ने अपने पूरे साल के रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान को 2 फीसदी से 5 फीसदी तक संशोधित कर 1 फीसदी से 3 फीसदी कर दिया है.
आईटी इंडेक्स टूटा
डील मजबूत, लेकिन गाइडेंस कमजोर
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि 2QFY24 में कंपनी की डील मजबूत रही है, लेकिन गाइडेंस में (Accenture Growth Guidance) कटौती से डिस्क्रीशनरी पेन में बढ़ोतरी का संकेत मिलता है. भारतीय आईटी सर्विसेज कंपनियों के एक प्रमुख पियर एक्सेंचर (ACN) का रेवेन्यू 2QFY24 में 15.8 बिलियन डॉलर रहा है जो सालाना आधार पर CC के टर्म में फ्लैट है और तिमाही आधार पर 2.6 फीसदी कम है. लेकिन कंपनी ने 3Q के लिए कमजोर रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस (1%)- 3% YoY CC दिया है. वहीं FY24 गाइडेंस को घटाकर 1.0% -3.0% (पिछली तिमाही के 2.0% -5.0% की तुलना में) कर दिया है. इसका मतलब है कि लो बेस और इनऑर्गेनिक सपोर्ट के बावजूद कंपनी के लिए वित्त वर्ष 2024 में 6.0% YoY CC ग्रोथ दिख सकती है.
मैनेजमेंट की कमेंट्री डिस्क्रीशनरी स्पेंडिंग में कमजोरी का संकेत देती रहती है, जिसकी आंशिक भरपाई कास्ट एफिशिएंसी से संबंधित खर्च से होती है. भारतीय आईटी पियर्स के साथ हमारी चर्चा ने निकट अवधि में कॉसियस स्पेंडिंग के माहौल को दिखाया है, जिससे उनके लिए FY24 ऑपरेशन परफॉर्मेंस में गिरावट आनी चाहिए. दूसरी ओर, आउटसोर्सिंग-ड्राइवेन डील बुकिंग मजबूत बनी रही. एक साल पहले के हाई बेस के बावजूद 2Q में 21.6 बिलियन की दूसरी सबसे बड़ी बुकिंग दर्ज की गई.
रिकवरी की गति उम्मीद से धीमी
मॉर्गन स्टैनली ने कहा कि एक्सेंचर द्वारा वित्त वर्ष के लिए अपनी गाइडेंस में कटौती और इसकी सतर्क टिप्पणी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. भारतीय आईटी के लिए रेवेन्यू रिकवरी की गति को लेकर कुछ चिंताएं हैं. ब्रोकरेज ने कहा कि उसका मानना ​​है कि रिकवरी की गति उम्मीद से धीमी हो सकती है और वित्त वर्ष 2025 के लिए रेवेन्यू फोरकास्ट जोखिम में हैं।
ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए ने यह कहा कि एक्सेंचर के गाइडेंस में तेज गिरावट का मतलब है कि वित्त वर्ष 24 की दूसरी छमाही में कोई बड़ी तेजी नहीं होगी. ब्रोकरेज घरेलू आईटी सेक्टर को लेकर सतर्क है, क्योंकि यहां कमाई डाउनग्रेड साइकिल में बना हुआ है. हालांकि, यह साइकिल मौजूदा वैल्युएशन में रिफलेक्ट नहीं हुआ है.