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ITC Hotels Demerger: आईटीसी लिमिटेड ने आईटीसी होटल्स लिमिटेड के डी-मर्जर के लिए 6 जनवरी की रिकॉर्ड डेट तय की है. (File Photo : Reuters)
ITC Hotels Demerger: Record Date Announced : आईटीसी लिमिटेड ने अपने होटल बिजनेस, आईटीसी होटल्स लिमिटेड (ITCHL), के डी-मर्जर के लिए 6 जनवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट के रूप में निर्धारित करने का एलान कर दिया है. यह डी-मर्जर 1 जनवरी 2025 से लागू माना जाएगा. इस फैसले का उद्देश्य आईटीसी ग्रुप के होटल बिजनेस को अलग इकाई के रूप में डेवलप करना है. कंपनी को उम्मीद है कि इस फैसले से बिजनेस पर ज्यादा बेहतर ढंग से फोकस किया जा सकेगा और कैपिटल स्ट्रक्चर में भी सुधार होगा.
डी-मर्जर का महत्व और प्रक्रिया
आईटीसी ने अगस्त 2023 में अपने होटल व्यवसाय को अलग करने की योजना का एलान किया था. डी-मर्जर प्लान के तहत, आईटीसी होटल्स में 40% शेयरहोल्डिंग आईटीसी लिमिटेड के पास रहेगी, जबकि बाकी 60% हिस्सेदारी आईटीसी के मौजूदा शेयरधारकों को उनके शेयर होल्डिंग रेशियो के हिसाब से आवंटित की जाएगी. कंपनी ने इस फैसले का एलान नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), शेयरधारकों और कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) की मंजूरी मिलने के बाद किया है. NCLT की कोलकाता बेंच ने अक्टूबर 2023 में डी-मर्जर योजना को मंजूरी दी थी. कंपनी ने 16 दिसंबर को NCLT के आदेश की प्रति हासिल करने के बाद जरूरी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया है.
आईटीसी होटल्स के लिए नए दौर की शुरुआत
आईटीसी ने इस फैसले का एलान करते हुए स्पष्ट किया है कि होटल बिजनेस अब अपने विकास के रास्ते पर स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ने को तैयार है. इस फैसले के पीछे का उद्देश्य होटल बिजनेस को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करने देना है, ताकि वह अधिक फोकस्ड रहकर कंपटीशन का बेहतर ढंग से मुकाबला कर पाए. डी-मर्जर के लागू होने के बाद, आईटीसी होटल्स अपने विकास की नई रणनीतियां तैयार कर सकेगा. इससे होटल व्यवसाय को अपने रेवेन्यू और ऑपरेशन्स को अधिक एफीशिएंट ढंग से मैनेज करने का मौका मिलेगा.
आईटीसी होटल्स का पिछला प्रदर्शन
आईटीसी होटल्स ने सितंबर 2023 में खत्म तिमाही के दौरान अपने रेवेन्यू में सालाना आधार पर 12.1% की ग्रोथ दर्ज की थी. इसके अलावा, EBITDA मार्जिन में भी 70 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी हुई, जिसके लिए कंपनी ‘रेवेन्यू पर अवलेबल रू’म (RevPAR) में सुधार के अलावा बेहतर ऑपरेशनल लीवरेज और रणनीतिक कॉस्ट मैनेजमेंट को बड़ी वजह मानती है. इस डी-मर्जर के एलान के बाद शेयर बाजार में आईटीसी केा प्रदर्शन भी बेहतर रहा है. सितंबर के अंत में आईटीसी के शेयर 528.55 रुपये पर पहुंच गए थे, जो 52-हफ्ते का सबसे ऊंचा स्तर था. हालांकि, हाल ही में इसके शेयर 470.60 रुपये पर स्थिर रहे, और पिछले एक साल में इसका रिटर्न 3% से भी कम रहा है.
शेयरधारकों के लिए क्या है खास?
6 जनवरी 2025 को निर्धारित रिकॉर्ड डेट के अनुसार, आईटीसी होटल्स के स्टॉक्स उन्हीं शेयरधारकों को आवंटित किए जाएंगे जो इस तारीख तक आईटीसी के शेयरहोल्डर होंगे. यह डी-मर्जर शेयर होल्डर्स के लिए वैल्यू क्रिएशन का बड़ा मौका हो सकता है, क्योंकि इससे आईटीसी होटल्स को अपनी अलग रणनीति को लागू करने और बाजार में बेहतर प्रदर्शन करने की छूट मिल जाएगी. आईटीसी होटल्स का डी-मर्जर भारतीय होटल उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. स्वतंत्र इकाई के रूप में, आईटीसी होटल्स के पास अपनी रणनीतियों को लागू करने और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करने का बेहतर अवसर होगा. डी-मर्जर के फैसले को बाजार में आम तौर पर पॉजिटिव ढंग से देखा जा रहा है.