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Ace Investor : बाजार दिग्गज निवेशकों की हलचल पर बारीकी से नजर रखता है, और आशीष कचोलिया ने हाल में ऐसी ही कुछ हलचल मचाई है. (Pixabay)
By Suhel Khan
दलाल स्ट्रीट “बिग व्हेल” यानी दिग्गज निवेशकों की हलचल पर बारीकी से नजर रखता है, और आशीष कचोलिया ने हाल में ऐसी ही कुछ हलचल मचाई है. भविष्य के मल्टीबैगर को पहचानने की अपनी आदत के लिए मशहूर इस प्रसिद्ध निवेशक ने चुपचाप अपने पोर्टफोलियो में 2 नए स्टॉक जोड़े हैं.
कचोलिया का ध्यान हाई ग्रोथ क्षमता वाली स्मॉल और मिडकैप कंपनियों पर है, जो उनके मूव को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बनाता है. दिग्गज निवेशकों द्वारा उठाया गया ऐसा कदम दूसरे रिटेल निवेशकों के निर्णयों को प्रभावित करता है. उनका "बिग व्हेल" सरनेम उनकी एक्टिविटी के प्रति मार्केट की संवेदनशीलता को दर्शाता है. बाजार में मौजूदा मंदी को देखते हुए कचोलिया द्वारा ये हालिया खरीदारी विशेष रूप से दिलचस्प है. तो, कचोलिया के पोर्टफोलियो में ये 2 नए स्टॉक कौन हैं? आइए एक नजर डालते हैं.
Aelea Commodities Ltd (ACL)
पहली कंपनी जिसने बिग व्हेल का ध्यान आकर्षित किया है, वह है एलिया कमोडिटीज लिमिटेड. यह कंपनी 2018 में इनकॉरपोरेट हुई थी और यह एग्री-कमोडिटीज के ट्रेडिंग के बिजनेस में है. एसीएल ने 18 जुलाई 2024 को 51 करोड़ रुपये मूल्य के अपने इक्विटी शेयरों का आईपीओ पेश किया और बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुआ.
दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए किए गए एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, आशीष कचोलिया ने अपनी होल्डिंग कंपनी सूर्यवंशी कमोट्रेड प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से कंपनी के 3.80% शेयर खरीदे हैं. एसीएल मुख्य रूप से काजू के प्रसंस्करण पर केंद्रित है. कंपनी आरसीएन (रा कैश्यू नट) को कैश्यू केरनेल्स में प्रॉसेसिंग करने में माहिर है और शुगर और बगास जैसे अन्य कृषि उत्पादों और आरसीएन के लिए ट्रेडिंग एक्टिविटीज में लगी है.
408 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ, ACL के ग्राहकों में रिलायंस रिटेल, एलआरसीएम शुगर्स, केजरीवाल स्वीटनर्स एलएलपी, एमके ट्रेडर्स आदि जैसी कंपनियां शामिल हैं.
जब ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल इम्प्लॉएड) की बात आती है तो ACL अपने अधिकांश पियर्स से आगे है, जिसका वर्तमान ROCE 25% है, जबकि इंडस्ट्री का एवरेज 15% है. पिछले कुछ सालों में ACL की बिक्री में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है.
FY | Mar-21 | Mar-22 | Mar-23 | Mar-24 |
Sales (In Cr) | 475 | 103 | 109 | 142 |
वित्त वर्ष 2021 में बिक्री का आंकड़ा 475 करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 2024 में बिक्री का आंकड़ा 142 करोड़ रुपये रहा. दोनों साल की तुलना करें तो यह 70% की गिरावट है. हालांकि, वित्त वर्ष 2022, वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 के बीच कंपनी की बिक्री में लगातार ग्रोथ देखी गई है.
कंपनी हॉफ ईयर्ली फाइनेंशियल रिपोर्ट जारी करती है, और सितंबर 2024 के अंत तक कंपनी ने पहले ही 88 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज कर ली थी. वित्त वर्ष 2021 में EBITDA 20 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024 में घटकर 18 फीसदी हो गया.
इसी अवधि में नेट प्रॉफिट 11 करोड़ रुपये से मामूली रूप से बढ़कर 12 करोड़ रुपये हो गया. ACL के शेयर की कीमत की बात करें तो कंपनी जुलाई 2024 में करीब 173 रुपये पर लिस्ट हुई थी. जनवरी 2025 में शेयर की कीमत 317 रुपये के पीक पर पहुंच गई. लेकिन उसके बाद से इसमें गिरावट का रुख रहा है. 25 फरवरी 2025 को कीमत 203 रुपये है, जो इसकी लिस्टिंग प्राइस से 17 फीसदी अधिक है.
जहां तक वैल्युएशन की बात है, ACL के शेयर वर्तमान में 29x के प्राइस टु अर्निंग (पीई) पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि इंडस्ट्री का एवरेज लगभग 32x है. ग्रोथ की बात करें तो, ACL वर्तमान में अपनी मौजूदा इकाई में 40 MTPD (मीट्रिक टन प्रति दिन) की स्थापित क्षमता के 95 फीसदी पर काम कर रही है. ACL फेजवाइज एक्सपेंशन के साथ क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है, जिससे इसकी कुल क्षमता 40 MTPD से बढ़कर लगभग 140 MTPD हो जाएगी, जिससे प्रतिदिन 50 MT उत्पादन हो सकेगा.
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Texel Industries Ltd (TIL)
टेक्सेल इंडस्ट्रीज लिमिटेड , जिसे पहले टेक्सेल प्लास्टिक के नाम से जाना जाता था, 1989 में स्थापित हुई थी और यह जियोसिंथेटिक टेक्सटाइल उत्पादों के निर्माण के बिजनेस में लगी हुई है. इस कंपनी को इंडस्ट्री में 35 से अधिक साल का अनुभव है और इसने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. कंपनी ने जियोसिंथेटिक टेक्सटाइल उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला के निर्माण में अपनी क्षमताओं को साबित किया है, जिसमें जियोमेम्ब्रेन, जियोटेक्सटाइल और ग्राउंड कवर शामिल हैं.
119 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ, कंपनी के ग्राहकों में हिंडाल्को , ऑर्किड फार्मा , ऑयल इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी , हिंदुस्तान जिंक आदि शामिल हैं.
आशीष कचोलिया ने टीआईएल में 7.86% की बड़ी हिस्सेदारी खरीदी है. टीआईएल की अंतिम सालाना रिपोर्ट के अनुसार , कंपनी के उत्पादों के लिए नए एप्लीकेशंस को धीरे-धीरे स्वीकृति मिल रही है और कंपनी को अलग अलग सेक्टर में अपने उत्पादों के लिए अच्छी डिमांड की उम्मीद है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि यह अनुमान लगाया गया है कि विकसित देशों की चीन +1 नीति के कारण सप्लाई चेन धीरे-धीरे भारत जैसे अन्य विकासशील देशों की ओर ट्रांसफर हो रही हैं. इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में टीआईएल के लिए अवसर पैदा होंगे.
टीआईएल की बिक्री वित्त वर्ष 2019 में 112 करोड़ रुपये से घटकर वित्त वर्ष 2024 में 95 करोड़ रुपये रह गई, जो 15 फीसदी की गिरावट है. EBITDA भी वित्त वर्ष 2029 में 5 करोड़ रुपये से गिरकर वित्त वर्ष 2024 में 2 करोड़ रुपये हो गया. नेट प्रॉफिट देखें तो यह भी अभी चिंताजनक तस्वीर है. टीआईएल ने वित्त वर्ष 2029 में 2 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया और वित्त वर्ष 2024 में 9 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया.
कंपनी की सिक्योरिटीज में ट्रेडिंग को बीएसई द्वारा 10 सितंबर 2001 से निलंबित कर दिया गया था. टीआईएल को 13 नवंबर 2019 से इक्विटी शेयरों के व्यापार में निलंबन को रद्द करने की मंजूरी मिल गई. तब से, टीआईएल का शेयर प्राइस फरवरी 2020 में लगभग 2 रुपये से बढ़कर 21 फरवरी 2025 को 89 रुपये के वर्तमान मूल्य पर पहुंच गया है. यह 4,350 फीसदी की छलांग है.
टीआईएल के शेयर वर्तमान में निगेटिव पीई पर ट्रेड कर रहे हैं और इसलिए स्क्रीनर.इन पर उपलब्ध नहीं हैं. हालांकि इंडस्ट्री का एवरेज 24x है. पिछले दशक के लिए इंडस्ट्री का औसत 17x है.
क्या ये आपकी वाचलिस्ट में होने चाहिए?
बिग व्हेल ने फिर से ऐसा किया है. क्या आशीष ने कुछ और छिपे हुए विजेताओं को खोज निकाला है? या फिर यह पराजय होने वाली है. एलिया कमोडिटीज लिमिटेड की बिक्री में उछाल आ रहा है, और उनके पास बड़ी योजनाएं हैं, जो आशाजनक हैं. दूसरी ओर टेक्सेल की वित्तीय स्थिति अभी चिंताजनक है. लेकिन कचोलिया को इन शेयरों में कुछ खास दिखाई देता है.
एलिया कमोडिटीज लिमिटेड की बिक्री में कुछ उतार-चढ़ाव रहा है, और टेक्सेल की हाल की वित्तीय परेशानियां एक खतरे की घंटी हैं. लेकिन कचोलिया को धैर्यवान माना जाता है, और उनके द्वारा चुने गए विकल्प अक्सर लंबे समय में लाभदायक साबित होते हैं. क्या ये दोनों भी ऐसा ही करेंगे? हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा. लेकिन एक बात पक्की है: जब “बिग व्हेल” अपने कदम बढ़ाता है, तो यह सिर्फ इस बारे में नहीं होता कि वह क्या देखता है - यह इस बारे में होता है कि क्या बाकी बाजार भी उसे अपनाता है.
Disclaimer:
नोट: हमने इस पूरे लेख में www.Screener.in के डेटा पर भरोसा किया है. केवल उन मामलों में जहां डेटा उपलब्ध नहीं था, हमने वैकल्पिक, लेकिन व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले और स्वीकृत सूचना स्रोत का उपयोग किया है.
इस लेख का उद्देश्य केवल दिलचस्प चार्ट, डेटा पॉइंट और थॉट प्रोवोकिंग राय साझा करना है। यह निवेश की कोई सिफारिश नहीं है. अगर आप निवेश पर विचार करना चाहते हैं, तो आपको अपने सलाहकार से परामर्श करने की सलाह दी जाती है. यह लेख केवल शिक्षाप्रद उद्देश्यों के लिए है.
सुहेल खान एक दशक से ज़्यादा समय से बाजारों के एक पैशनेट फॉलोवर रहे हैं. इस अवधि के दौरान, वे मुंबई स्थित एक प्रमुख इक्विटी रिसर्च संगठन में सेल्स एंड मार्केटिंग प्रमुख के रूप में एक अभिन्न अंग थे. वर्तमान में, वे अपना ज्यादातर समय भारत के सुपर निवेशकों के निवेश और रणनीतियों का विश्लेषण करने में बिता रहे हैं.
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