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NSDL IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 30 जुलाई से खुल रहा है. (Image: Canva)
NSDL IPO: भारत की नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) ने अब शेयर बाजार में उतरने के लिए तैयार है. कंपनी का मोस्ट अवेटेड इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 30 जुलाई 2025 को खुल रहा है. यह IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत लाया जा रहा है, जिसमें कुल 5.01 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे. यानी NSDL की ओर से कोई फ्रेश इश्यू जारी नहीं किए जाएंगे. निवेशकों के लिए अपकमिंग आईपीओ कब तक खुला रहेगा? ग्रे मार्केट में इसे लेकर क्या ट्रेंड है? आईपीओ में किस दिन अलाटमेंट होगा और इसकी लिस्टिंग की तारीख समेत हर डिटेल.
NSDL IPO: साइज
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, इस इश्यू से कंपनी के शेयरधारक लगभग 4,012 करोड़ जुटाने की तैयारी में हैं, जिससे यह वर्ष 2025 के सबसे बड़े सार्वजनिक निर्गमों में से एक बन सकता है और कंपनी का वैल्यूएशन 16,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा.
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NSDL IPO : प्राइस बैंड
भारतीय कैपिटल मार्केट के इंफ्रास्ट्रक्चर का एक मजबूत स्तंभ कही जाने वाली कंपनी एनएसडीएल ने अपने आईपीओ के लिए प्रति शेयर प्राइस बैंड 760 से 800 रुपये तय किया है.
GMP : ग्रे मार्केट प्रीमियम 21%
आईपीओ बाजार में NSDL को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है. NSDL का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 160 के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. यह अपर प्राइस बैंड 800 रुपये के लिहाज से करीब 21 फीसदी प्रीमियम है. यही ट्रेंड बरकरार रहा तो कंपनी का स्टॉक 800 रुपये के आईपीओ प्राइस की तुलना में 960 रुपये के आसपास लिस्ट हो सकता है.
कौन बेच रहा है अपने शेयर?
इस ऑफर में हिस्सेदारी बेचने वाले बड़े संस्थानों में शामिल हैं:
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE)
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
एचडीएफसी बैंक
आईडीबीआई बैंक
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
एसयूयूटीआई (SUUTI) — Unit Trust of India के अधीन
यह बिक्री, बाजार नियामक SEBI के उस नियम का पालन करते हुए की जा रही है, जिसमें कहा गया है कि कोई भी एकल संस्था मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों (जैसे डिपॉजिटरी, स्टॉक एक्सचेंज) में 15% से अधिक हिस्सेदारी नहीं रख सकती.
कौन-कौन बेच रहा है अपने शेयर?
रॉयटर्स के मुताबिक IDBI Bank: 26.1% हिस्सेदारी
NSE: 24%
HDFC Bank: 7.95%
SBI: लगभग 5%
IPO मैनेजमेंट में कौन-कौन शामिल है?
ICICI Securities, Axis Capital और HSBC इस आईपीओ के लीड मैनेजर्स हैं. इस निर्गम को बाज़ार में सफलतापूर्वक लाने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं भारत के कुछ प्रमुख इन्वेस्टमेंट बैंकर:
ICICI Securities
Axis Capital
HSBC Securities & Capital Markets (India)
IDBI Capital Markets & Securities
Motilal Oswal Investment Advisors
SBI Capital Markets
किसके लिए कितना हिस्सा रिजर्व
इस इश्यू में QIB के लिए 50%, रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35% और NII के लिए 15% हिस्सा रिजर्व है.
मिनिमम निवेश
अगर आप NSDL IPO में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि इस इश्यू में निवेश लॉट साइज के हिसाब से किया जाएगा. एक लॉट में 18 शेयर होंगे. यानी न्यूनतम निवेशक को कम से कम एक लॉट के लिए आवेदन करना होगा. अगर हम प्राइस बैंड का अपर प्राइस बैंड 800 प्रति शेयर मानें, तो एक लॉट की कीमत 14,400 रुपये बनती है. यानी यह IPO कम से कम 14,400 रुपये के निवेश से शुरू होता है. वहीं, रिटेल निवेशक अधिकतम 2 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं. इस सीमा के तहत आप 13 लॉट यानी 234 शेयर तक आवेदन कर सकते हैं, जिसकी कुल राशि 1,87,200 रुपये होगी. इसलिए निवेश से पहले अपने बजट और जोखिम प्रोफाइल का मूल्यांकन ज़रूर करें.
NSDL IPO : जरूरी तारीखें
NSDL का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 30 जुलाई 2025 से खुलेगा और निवेशक 1 अगस्त 2025 तक इसमें आवेदन कर सकेंगे. इसके बाद, शेयरों का अलॉटमेंट 4 अगस्त 2025 को फाइनल होने की संभावना है. जिन निवेशकों को शेयर अलॉट नहीं मिलेंगे, उन्हें 5 अगस्त 2025 को रिफंड मिलने की उम्मीद है, और जिन्हें शेयर अलॉट होंगे, उनके डिमैट अकाउंट में उसी दिन यानी 5 अगस्त को शेयर ट्रांसफर कर दिए जाएंगे. आखिरी में NSDL के शेयर 6 अगस्त 2025 को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकते हैं.
क्या NSDL नए शेयर जारी कर रही है?
नहीं. इस ऑफर के जरिए कंपनी कोई नए शेयर जारी नहीं कर रही है. यह एक ऑफ़र-फॉर-सेल (OFS) है, यानी मौजूदा शेयरधारक - जैसे IDBI बैंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) - अपने कुछ शेयर बेचकर हिस्सेदारी कम करेंगे.
ऐसा क्यों किया जा रहा है?
सेबी (SEBI) के नियमों के अनुसार, डिपॉजिटरी, स्टॉक एक्सचेंज और क्लियरिंग कॉरपोरेशन जैसी बाजार इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में किसी भी एक संस्था की हिस्सेदारी 15% से ज्यादा नहीं हो सकती, जब तक वह खास संस्थागत निवेशक न हो. इसी नियम के पालन के लिए NSDL में हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई गई है.
NSDL क्यों है खास?
NSDL, भारत की पहली और सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है, जो निवेशकों के शेयर और एसेट्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखने का कार्य करती है. यह संस्था देश के पूंजी बाज़ार की पारदर्शिता, गति और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
कंपनी ने जुलाई 2023 में आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे, लेकिन अगस्त में यह प्रक्रिया रोक दी गई. बाद में अक्टूबर 2024 में SEBI से मंजूरी मिली और अब यह लिस्टिंग के लिए तैयार है..