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Paytm Stocks: बीएसई पर शेयर 20% की गिरावट के साथ 608.80 रुपये पर आ गए. वहीं एनएसई पर 19.99% गिरकर 609 रुपये पर आ गए. (Reuters)
Paytm Stock Crash Today: पेटीएम (Paytm) के शेयरों में आज 20 फीसदी तक की भारी गिरावट आई है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का निर्देश दिया था. इसके बाद कंपनी के शेयर में गिरावट आई. बीएसई पर शेयर 20 फीसदी की गिरावट के साथ 608.80 रुपये पर आ गए. वहीं एनएसई पर 19.99 फीसदी गिरकर 609 रुपये पर आ गए. जबकि बुधवार को यह 609 रुपये पर बंद हुआ था. कंपनी का मार्केट कैप (एमकैप) भी शुरुआती कारोबार में 9,646.31 करोड़ रुपये घटकर 38,663.69 करोड़ रुपये हो गया.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल: Neutral
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने Paytm अपनी अपनी रेटिंग डाउनग्रेड कर Neutral कर दी है और टारगेट प्राइस 575 रुपये दिया है. RBI ने दंडात्मक उपायों की घोषणा की है, जिसका Paytm के बिजनेस परफॉर्मेंस पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा. जबकि रेगुलेटर ने पहले पीपीबीएल में नए ग्राहकों को शामिल करने पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेटेस्ट एक्शन कंपनी को 29 फरवरी 2024 के बाद कोई भी क्रेडिट या जमा लेनदेन करने से रोकता है. पेमेंट के अलावा, प्रतिबंध कंपनी के फाइनेंशियल बिजनेस को भी प्रभावित करेंगे, क्योंकि कंपनी अपने फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स को प्लेटफॉर्म पर लेनदेन करने वाले ग्राहकों को क्रॉस-सेल करती है.
Paytm ने हाल ही में अपने BNPL ऑपरेशंस को छोटा करने की योजना की घोषणा की है और हायर-टिकट वाले इनडिविजुअल और मर्चेंट लोन को बढ़ाकर प्रभाव को कम करने के लिए काम कर रहा है. इस बैकड्रॉप में, लेटेस्ट उपाय इसके बिजनेस आउटलुक पर गंभीर चिंताएं पैदा करते हैं और ओवरआल इन्वेस्टर्स के भरोसे को नुकसान पहुंचाते हैं.कंपनी ने आरबीआई के उपायों से सबसे खराब सालाना EBITDA प्रभाव 3-5 बिलियन रुपये का उल्लेख किया है.
ब्रोकरेज हाउस जेफरीज: underperform
ब्रोकरेज हाउस जेफररीज ने Paytm पर अपनी रेटिंग 'buy' से घटाकर 'underperform' कर दी है और टारगेट प्राइस घटाकर अबतक सबसे कम 500 रुपये कर दिया है. आरबीआई द्वारा कंपनी के लोन बिजनेस पर बड़े बैन लगाए जाने के बाद जेफरीज ने स्टॉक पर रेटिंग घटाई है. आरबीआई की कार्रवाई के बाद पेटीएम पर बड़े रेपुटेशनल रिस्क का अनुमान लगाते हुए, जेफरीज ने टारगेट में करंट प्राइस से भारी कटौती की है. जेफरीज का मानना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई का बैन लगातार गैर-अनुपालन पर चिंताओं को दर्शाता है. आरबीआई ने पिछले साल मार्च में पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए ग्राहक जोड़ने से भी रोक दिया था.
जेफरीज ने यह भी अनुमान लगाया है कि आरबीआई की कार्रवाई का डायरेक्ट असर पेटीएम के वॉलेट और पेमेंट बिजनेस पर उसके EBITDA का लगभग 20-30 फीसदी होगा. ब्रोकरेज को यह भी लगता है कि उधार देने वाली साझेदारियों पर रेपुटेशन का प्रभाव पेटीएम के EBITDA पर 20-25 फीसदी का असर डाल सकता है.
RBI का क्या है आदेश
आरबीआई ने अपने आदेश में कहा था कि कि पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के 'नोडल खातों' को 29 फरवरी से पहले जल्द-से-जल्द जल्द समाप्त किया जाना चाहिए. वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 फीसदी हिस्सेदारी है लेकिन वह इसे अपनी सहयोगी के रूप में वर्गीकृत करता है, न कि अनुषंगी कंपनी के रूप में. आरबीआई के आदेश से कंपनी के सालाना परिचालन लाभ पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ने की आशंका है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)