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SRM Contractors: आईपीओ को निवेशकों का जमकर रिस्पांस मिला था. यह ओवरआल 86.57 गुना सब्सक्राइब हुआ है. (Pixabay)
SRM Contractors Stock to List : इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट कंपनी एसआरएम कॉन्ट्रैक्टर्स (SRM Contractors IPO) का शेयर 3 अप्रैल को स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने जा रहा है. यह शेयर लिस्टिंग पर सफल आवेदकों की जेब भर सकता है. पहले तो इसे हाई सब्सक्रिप्शन मिला और दूसरा ग्रे मार्केट में भी इसे लेकर क्रेज दिख रहा है. ग्रे मार्केट से बंपर लिस्टिंग के संकेत हैं. आईपीओ का साइज 130 करोड़ रुपये था और प्राइस बैंड 200-210 रुपये प्रति शेयर (SRM Contractors IPO Price Band).
ग्रे मार्केट प्रीमियम
एसआरएम कॉन्ट्रैक्टर्स को लेकर ग्रे मार्केट में (SRM Contractors IPO GMP) क्रेज देखने को मिल रहा है. कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक 125 रुपये के प्रीमियम पर दिख रहा है. इस लिहाज से आईपीओ प्राइस 210 रुपये की तुलना में यह स्टॉक 325 रुपये पर लिस्ट हो सकता है. यानी निवेशकों को लिस्टिंग पर 59 फीसदी रिटर्न मिल सकता है.
निवेशकों का मजबूत रिस्पांस (SRM Contractors IPO Subscription Status)
SRM Contractors के आईपीओ को निवेशकों का जमकर रिस्पांस मिला था. यह ओवरआल 86.57 गुना सब्सक्राइब हुआ है. आईपीओ में ऑफर का 50 फीसदी हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified institutional buyers) के लिए रिजर्व था और यह 59.59 गुना भरा है. 15 फीसदी हिस्सा गैर-संस्थागत निवेशकों (non-institutional investors) के लिए रिजर्व था और यह करब 215 गुना भरा है. जबकि 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों (retail investors) के लिए रिजर्व था और यह करब 47 गुना भरा है. आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी उपकरण की खरीद, कर्ज के पूर्ण या आंशिक रीपेमेंट, ज्वॉइंट वेंचर्स में निवेश, वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
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कंपनी के आउटलुक पर व्यू
ब्रोकरेज हाउस SMIFS के अनुसार हाल के कुछ साल में जम्मू-कश्मीर को रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में बढ़ावा मिला है. जम्मू-कश्मीर की प्रमुख आगामी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं हैं (i) जम्मू और श्रीनगर मेट्रोलाइट (INR 105990 मिलियन); (ii) अमरनाथ मार्ग परियोजना (परियोजना की अनुमानित लागत - INR 18000 मिलियन); (iii) खेलानी सुरंग का अपग्रेडेशन; और (iv) श्रीनगर-बारामूला उरी राष्ट्रीय राजमार्ग (परियोजना की अनुमानित लागत INR 8234.5 मिलियन). कंपनी जम्मू-कश्मीर में काम करती है और अपने रेवेन्यू का 75 फीसदी सड़क परियोजनाओं से हासिल करती है. कंपनी के आर्डरबुक में ग्रोथ दिख रही है और आगामी वित्त वर्ष में इस ग्रोथ से कंपनी को फायदा मिलेगा.
कंपनी का ऑर्डरबुक FY21 से FY23 के बीच 177 फीसदी बढ़कर 31 जनवरी, 2024 में 11,993.20 मिलियन रुपये हो गई, जिसमें से 7201.53 मिलियन रुपये का एग्जीक्यूशन बाकी है. FY23 में कंपनी का रेवेन्यू 3002.91 मिलियन रुपये दर्ज किया गया था, जो 12.75 फीसदी के EBITDA मार्जिन के साथ 383.02 मिलियन रुपये के EBITDA के साथ सालाना 13.91 फीसदी बढ़ा है. कंपनी ने FY23 में 34.86 फीसदी और 33.13 फीसदी का ROE और ROCE दर्ज किया, और अपने इंडस्ट्री प्रतिस्पर्धियों को पीछे कर दिया. जम्मू-कश्मीर में सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर की पहल के कारण कंपनी की ऑर्डरबुक वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 में बढ़ने की उम्मीद है.
कंपनी के बारे में
यह एक इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन और डेवलपमेंट कंपनी है जो मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में मुख्य रूप से रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम करती है. कंपनी कई तरह की सिविल कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी में लगी हुई है. कंपनी का कस्टमर बेस मजबूत है और यह लगभग सभी एंड-यूजर सेगमेंट को सर्विस प्रदान करती है. फाइनेंशियल की बात करें तो FY23 में, कंपनी का परिचालन से आने वारला रेवेन्यू 13 फीसदी बढ़कर 300 करोड़ रुपये रहा, जबकि पैट 7 फीसदी बढ़कर 18.74 करोड़ रुपये हो गया. मौजूदा फाइनेंशियल की बात करें तो दिसंबर 2023 को समाप्त 9 महीनों के लिए, रेवेन्यू 242 करोड़ रुपये रहा और पैट 20.17 करोड़ रुपये रहा.
(Disclaimer: कंपनी या स्टॉक पर विचार ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)