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Outperformers: स्टॉक एक्सचेंज के अलावा प्री इलेक्शन पीरियड में आउटपरफॉर्म और अंडरपरफॉर्म करने वाले स्टॉक्स की लिस्ट. (Pixabay)
General Election 2024 Impact on Stock Market: देश में अब जनरल इलेक्शन की तैयारियां शुरू हो गई हैं, जो संभव है कि अप्रैल महीने से शुरू हो जाए. वहीं चुनावी नतीजे जून तक आने की उम्मीद है. फिलहाल शेयर बाजार की भी नजरें अब इन आम चुनावों को लेकर हर एक गतिविधियों पर जमी हुई हैं. जिसके चलते बाजार में तेज उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. इस साल की बात करें तो सेंसेक्स 73428 के रिकॉर्ड लेवल तक पहुंचा था, जो अब 73000 के आस पास ट्रेड कर रहा है. वहीं निफ्टी भी फरवरी 2024 में 22250 के लेवल तक पहुंचने के बाद अभी 22150 के लेवल के करीब ट्रेड कर रहा है. ब्रोकरेज हाउस जेएम फाइनेंशियल ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में पिछले 5 आम चुनावों (1999, 2004, 2009, 2014 और 2019) के ट्रेंड के आधार पर स्टॉक एक्सचेंज के अलावा प्री इलेक्शन पीरियड में आउटपरफॉर्म करने वाले और अंडरपरफॉर्म करने वाले स्टॉक्स की लिस्ट दी है.
प्री इलेक्शन: 3 महीने में निफ्टी होता है मजबूत
ब्रोकरेज हाउस जेएम फाइनेंशियल ने 1999 से 2019 के बीच होने वाले 5 आम चुनावों के आधार पर बताया है कि इलेक्शन के पहले 3 महीनों में (Pre Election Stock Market) निफ्टी में तेजी आती है. यह औसत तेजी 10.7 फीसदी के करीब है. 5 चुनावों के समय ऐसा 4 बार हुआ है कि निफ्टी 3 महीने में मजबूत हुआ है. 2009 के दौरान निफ्टी प्री इलेक्शन 3 महीने में 25 फीसदी मजबूत हुआ तो 2019 में इसमें 8 फीसदी तेजी आई. 20004 में इंडेक्स 10 फीसदी कमजोर हुआ. 2014 में यह 15 फीसदी से ज्यादा और 2004 में करीब 8 से 9 फीसदी मजबूत हुआ था. वहीं बैंक निफ्टी की बात करें तो यह हर बार मजबूत हुआ है. इसमें एवरेज 21 फीसदी तेजी रही है. 214 में यह सबसे ज्यादा 46 फीसदी मजबूत हुआ है.
बता दें कि बीते साल ब्रोकरेज ने 31 अक्टूबर 2023 की रिपोर्ट में कहा था कि चुनावों के पूर्व 6 महीने में निफ्टी में और बैंक निफ्टी में तेजी रहती है. रिपोर्ट जारी होने के बाद से, निफ्टी करीब 17% बढ़ा है, जबकि बैंक निफ्टी 10% बढ़ा है.
इन शेयरों में रही है सबसे ज्यादा तेजी (Outperformers)
पिछले 5 आम चुनावों (1999, 2004, 2009, 2014 और 2019) के ट्रेंड के आधार पर जिन स्टॉक्स में सबसे ज्यादा तेजी आती है, उनमें अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprise ), कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank), सीमेंस (Siemens), श्री सीमेंट (Shree Cement), यूपीएल (UPL), इंडसइंड बैंक (Indusind Bank), अशोक लेलेंड (Ashok Leyland), फेडरल बैंक (Federal Bank), ग्रासिम इंडस्ट्रीज (Grasim Industries), बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) शामिल हैं.
ये शेयर रहे हैं अंडरपरफॉर्मर (Underperformers)
पिछले 5 आम चुनावों (1999, 2004, 2009, 2014 और 2019) के ट्रेंड के आधार पर जो शेयर अंडरपरफॉर्मर रहते हें, उनमें हिंदुस्तान यूनिलिवर (Hindustan Unilever), डिवाइस लैब (Divis Lab), ओएफएसएस (OFSS), ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries), टाटा स्टील (Tata Steel), ग्लेनमार्क फार्मा (Glenmark Pharmaceuticals), एचसीएल टेक (HCL Technologies), टाटा पावर (Tata Power) और सेल (SAIL) शामिल हैं.
(नोट: हमने यहां ब्रोकरेज रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर चुनावों के पहले स्टॉक इंडेक्स और शेयरों के प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले एक्सपर्ट से सलाह लें.)