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Titan Profit : टाइटन कंपनी का मुनाफा मार्च तिमाही में सालाना आधार पर करीब 7 फीसदी घटकर 786 करोड़ पर आ गया है. (Pixabay)
Buy or Sell or Hold Titan Stock : झुनझुनवाला पोर्टफोलियो के मल्टीबैगर स्टॉक टाइटन कंपनी (Titan) के लिए आज खराब दिन है. टाइटन का स्टॉक आज करीब 7 फीसदी टूटकर 3285 रुपये पर (Titan Company Stock Price) आ गया है. जबकि शुक्रवार को यह 3534 रुपये पर बंद हुआ था. बीते हफ्ते कंपनी ने अपने तिमाही नतीजे जारी किए थे, जो बाजार के अनुमान से कमजोर रहे हैं. कंपनी का मुनाफा मार्च तिमाही में सालाना आधार पर करीब 7 फीसदी घटकर 786 करोड़ पर आ गया है. कंपनी की नेट सेल्स सालाना बेसिस पर 17 फीसदी बढ़कर 10,047 करोड़ रही है. फिलहाल तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस की राय मिली जुली है. कुछ ब्रोकरेज ने शेयर के लिए टारगेट प्राइस भी घटा दिए हैं.
ब्रोकरेज हाउस की रेटिंग और टारगेट
मोतीलाल ओसवाल
रेटिंग: Buy
टारगेट प्राइस: 4100 रुपये
शेयरखान
रेटिंग: Buy
टारगेट प्राइस: 3990 रुपये
जेएम फाइनेंशियल
रेटिंग: Buy
टारगेट प्राइस: 3825 रुपये
गोल्डमैन सैक्स
रेटिंग: Buy
टारगेट प्राइस: 3950 रुपये
नुवामा
रेटिंग: Hold
टारगेट प्राइस: 3867 रुपये, पहले 4106 रुपये
CITI
रेटिंग: Neutral
टारगेट प्राइस: 3650 रुपये
UBS
रेटिंग: Neutral
टारगेट प्राइस: 3900 रुपये
CLSA
रेटिंग: Buy
टारगेट प्राइस: 4270 रुपये, 4547 रुपये
मॉर्गन स्टैनले
रेटिंग: Equal-weight
टारगेट प्राइस: 3526 रुपये, 3290 रुपये
जेफरीज
रेटिंग: Hold
टारगेट प्राइस: 3600 रुपये
जेपी मॉर्गन
रेटिंग: Overweight
टारगेट प्राइस: 3850 रुपये, पहले 3950 रुपये
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क्या कहना है ब्रोकरेज का
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि टाइटन कंपनी भारत में टॉप कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी कंपनी बनी हुई है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने FY25E और FY26E के लिए प्रति शेयर आय (EPS) अनुमान में 6 फीसदी और 5 फीसदी की कटौती की. ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि सोने की बढ़ती कीमतों के कारण डिमांड सेंटीमेंट प्रभावित हो सकता है, जिससे टाइटन कंपनी का नियर टर्म आउटलुक कमजोर दिख रहा है. हालांकि, महंगाई की अवधि के दौरान यह एक सामान्य ट्रेंड है. निकट अवधि की घबराहट के बावजूद, कंपनी अपने ग्रोथ आउटलुक में आक्रामक बनी हुई है, जो नए स्टोर जोड़ने, आकर्षक डिजाइन और बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी आदि से प्रेरित है. टाइटन ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 12-13 फीसदी का ज्वैलरी EBIT मार्जिन भी बनाए रखा है.
ब्रोकरेज हाउस जेएम फाइनेंशियल के अनुसार रेवेन्यू उम्मीद के मुताबिक रहा, लेकिन सभी सेग्मेंट में कम मार्जिन (ज्वैलरी में कमजोर ग्रॉस मार्जिन और अन्य सेग्मेंट में आपरेटिंग लीवरेज की कमी) के कारण सेग्मेंट मुनाफे में कुल मिलाकर लगभग 3 फीसदी की कमी आई. घड़ियों और चश्में के सेग्मेंट का प्रदर्शन अस्थिर रहा है, और स्थिर स्थिति तक पहुंचने से पहले और अधिक काम करने की जरूरत है. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव, चुनाव और शादी की कम तारीखों के कारण निकट अवधि में ग्रोथ और मार्जिन पर असर पड़ने की संभावना है.
कंपनी के कैसे रहे तिमाही नतीजे
टाइटन कंपनी का मुनाफा मार्च तिमाही में सालाना आधार पर करीब 7 फीसदी घटकर 786 करोड़ पर आ गया है. कंपनी की नेट सेल्स सालाना बेसिस पर 17 फीसदी बढ़कर 10,047 करोड़ रही है. जो एक साल पहले की समान तिमाही में 8553 करोड़ रुपये था. कंपनी बोर्ड ने फाइनेंशियल ईयर 2024 के लिए 11 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है. कंपनी का EBIT मार्च तिमाही में सालाना बेसिस पर 8 फीसदी बढ़कर 1139 करोड़ रुपये रहा है, जबकि EBIT मार्जिन 95 बेसिस प्वॉइंट घटकर 11.1 फीसदी पर आ गया.
घडि़यों और वियरेबल बिजनेस की बात करें तो मार्च तिमाही में इन सेग्मेंट में कुल इनकम सालाना बेसिस पर 8 फीसदी बढ़कर 940 करोड़ रुपये रहा है. जबकि डोमेस्टिक बिजनेस इस दौरान सालाना आधार पर 9 फीसदी बढ़ा है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश या बिकवाली की सलाह एक्सपर्ट व ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)