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Vodafone to sell stake in Indus Towers: ब्रिटिश कंपनी वोडाफोन ने इंडस टावर्स में अपनी 3% हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. (File Photo : Reuters)
Vodafone to sell 3% stake in Indus Towers: ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने टेलिकॉम टावर फर्म इंडस टावर्स में अपनी 3% हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. यह सौदा लगभग 2,841 करोड़ रुपये का होगा. कंपनी इस रकम का इस्तेमाल अपने कर्ज को कम करने और भारतीय ज्वाइंट वेंचर वोडाफोन आइडिया (Vi) की बकाया देनदारियों को चुकाने के लिए करेगी. वोडाफोन ने कहा है कि यह कदम Vi के लिए पूंजी जुटाने और बकाया भुगतान को प्राथमिकता देने की प्रक्रिया में मददगार साबित होगा.
इंडस टावर्स में 1% से कम रह जाएगी वोडाफोन ही हिस्सेदारी
वोडाफोन ने कहा है कि यह सौदा बुधवार को इंडस टावर्स के बीएसई पर 358.75 रुपये प्रति शेयर के बंद भाव के आधार पर तय किया गया है. हिस्सेदारी बेचने के बाद, कंपनी की इंडस टावर्स में शेयरहोल्डिंग 1% से भी कम रह जाएगी. फिलहाल वोडाफोन के पास इंडस टावर्स के 8.25 करोड़ शेयर हैं, जो कंपनी में करीब 3.1% हिस्सेदारी के बराबर हैं. इनमें से 7.92 करोड़ शेयर बेचे जाने का प्रस्ताव है. इस सौदे के बाद, इंडस टावर्स में वोडाफोन की हिस्सेदारी 1 फीसदी से भी कम रह जाएगी. कंपनी ने इससे पहले जून 2023 में इंडस टावर्स में अपनी 18% हिस्सेदारी बेचकर 15,300 करोड़ रुपये जुटाए थे.
हिस्सेदारी बेचकर चुकाए जाएंगे कर्ज
इंडस टावर्स में हिस्सेदारी बेचने से मिली रकम का इस्तेमाल वोडाफोन सबसे पहले अपने 101 मिलियन डॉलर यानी करीब 856 करोड़ रुपये के बकाया कर्ज को चुकाने में करेगी. यह कर्ज वोडाफोन के मौजूदा कर्जदाताओं (Lengers) से कंपनी के भारतीय एसेट्स के एवज में लिया गया है. इसके अलावा, वोडाफोन का इरादा बची हुई रकम का इस्तेमाल वोडाफोन इंडिया के नए इक्विटी शेयर में निवेश करने का है, जिसकी शर्तों के बारे में वोडाफोन इंडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा विचार के बाद फैसला लिया जाना है. इससे वोडाफोन इंडिया में वोडाफोन की इक्विटी हिस्सेदारी बढ़ जाएगी. वोडाफोन इंडिया इसके जरिये मिली फंडिंग का इस्तेमाल इंडस टावर्स को बकाया रकम का भुगतान करने में करेगी.
वोडाफोन आइडिया और इंडस टावर्स का सर्विस एग्रीमेंट
वोडाफोन आइडिया (Vi) और इंडस टावर्स के बीच एक मास्टर सर्विस एग्रीमेंट (MSA) है, जिसके तहत इंडस टावर्स को वोडाफोन के पास बकाया रकम पर गारंटी मिलती है. इंडस टावर्स में हिस्सेदारी यह सौदा वोडाफोन की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वह अपने कर्ज को कम करने और अपनी भारतीय ज्वाइंट वेंचर Vi की आर्थिक स्थिति को सुधारने पर फोकस कर रही है. इंडस टावर्स में वोडाफोन की बाकी हिस्सेदारी भी टेलिकॉम टावर फर्म्स को बेची जा सकती है, ताकि एमएसए के तहत वोडाफोन इंडिया की देनदारियों को पूरा किया जा सके.