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बच्चों को तनाव मुक्त रखने और भविष्य के लिए तैयार करना है मकसद. (Image: FreePik)
केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से बच्चों के पास साल में दो बार 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने मौके होंगे. रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को ये बात कही. इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के मकसद के बारे में बताया और कहा कि बच्चों पर शैक्षणिक तनाव के कम हो इस दिशा में सरकार काम कर रही है.
इसी सोमवार को केंद्रीय शिक्षामंत्री ने छत्तीसगढ़ में PM SHRI (प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) स्कीम लॉन्च की. इस स्कीम के तहत छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों को अपग्रेड किया जाना है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित दिन दयाल उपाध्याय ऑडोटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 2025-26 शैक्षणिक सत्र से छात्रों को 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में दो बार बैठने का मौका मिलेगा. नई शिक्षा नीति के तहत केंद्र सरकार ऐसी तैयारी कर रही है. आइए जानते हैं साल में दो बार बोर्ड परीक्षा कराने के मकसद के बारे में.
बेस्ट स्कोर होगा मान्य
देश में इस समय 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही है. देश के कुछ हिस्सों में राज्यस्तरीय बोर्ड परीक्षाएं में शुरू हो गई हैं या शुरू होने वाली हैं. शैक्षणिक सत्र 2023-24 अपने आखिरी पड़ाव की ओर बढ़ रही है. शैक्षणिक सत्र 2024-25 के बाद यानी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से बच्चों को 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं दो बार बोर्ड देने का मौका मिलेगा. दोनों ही बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों में से जिसमें बेस्ट स्कोर होगा, वही काउंट किया जाएगा.
बच्चों का तनाव होगा कम
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का विकल्प, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के उद्देश्यों के तहत किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों पर शैक्षणिक तनाव को कम करना है. एनईपी 2020 केंद्र सरकार की योजना है.
शिक्षा मंत्रालय की ओर से अगस्त 2023 में साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई थी. मंत्रालय ने कहा था कि ऐसा न्यू कैरिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) के तहत किया जा रहा है. एनसीएफ के तहत छात्रों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड परीक्षाएं साल में कम से कम दो बार आयोजित की जाएंगी.