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उत्तर प्रदेश में पंचायत सहायक के 4821 खाली पदों पर चयन के लिए भर्ती निकलने वाली है.
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए उत्तर प्रदेश से अच्छी खबर आ रही है. प्रदेश में पंचायत सहायक के 4821 खाली पदों पर चयन के लिए भर्ती निकलने वाली है. यूपी पंचायती राज विभाग के निदेशक अटल कुमार राय ने प्रदेश में पंचायत सहायक पदों पर भर्ती के लिए सोमवार 10 जून को विज्ञापन जारी करने के निर्देश दिए हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक और डाटा एंट्री ऑपरेटर के 4821 पदों पर जल्द भर्ती शुरू होने वाली है. लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्तियां शुरू करने के निर्देश दे दिए थे.
कब से भरे जाएंगे एप्लिकेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी गुरुवार को अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान प्रदेश में खाली पदों पर जल्द भर्ती शुरू करने के आदेश दिए थे. इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म (एक्स) पर किए एक पोस्ट के जरिए सीएम योगी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार ने कहा कि जिन विभागों में रिक्तियां हैं और नियुक्तियां की जानी हैं, वहां से तत्काल अधियाचन चयन आयोगों भेजा जाए. पंचायती राज विभाग ने प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है. सूत्रों के अनुसार 15 जून से 30 जून तक आवेदन जमा होंगे.
पंचायत सहायक बनने के लिए ये उम्मीदवार होंगे पात्र?
पंचायत सहायक बनने के लिए उम्मीदवार के पास कम से कम किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट पास का सर्टिफिकेट होना चाहिए. उम्र की बात की जाए, तो 18 से 40 वर्ष के बीच की उम्र के उम्मीदवार इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सेकेंगे. वहीं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग को सरकारी नियम अनुसार छूट दी जाएगी. परीक्षा शुल्क 0 रुपये हो सकती है.
पुलिस भर्ती परीक्षा भी जल्द
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती की परीक्षा फिर से करने की कोशिश शुरू कर दी गई है. नागरिक पुलिस के 60,244 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड ने कवायद शुरू कर दी है. सूत्रों की माने तो भर्ती बोर्ड परीक्षा कराने के लिए कंपनी का चयन भी जल्द करने वाला है. इसके अलावा उम्मीदवारों द्वारा जताई गई आपत्तियों को दूर करने के लिए भी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किए गए हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता लगी थी, लेकिन अब यह खत्म हो गई है. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 6 महीने के अंदर लिखित परीक्षा कराने की तैयारी हो रही है. भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष ने भी बताया कि तय समय के अंदर परीक्षा कराई जाएगी और इसकी जानकारी भी जल्द ही उम्मीदवारों के साथ शेयर की जाएगी.