/financial-express-hindi/media/media_files/2025/07/18/gold-rate-today-18-july-2025-freepik-2025-07-18-17-21-54.jpeg)
Gold Outlook : अमेरिकी बजटीय घाटा, केंद्रीय बैंकों का डॉलर से दूर होना और भू-राजनीतिक जोखिम सोने के लिए सकारात्मक बने रहेंगे. (Image : Freepik)
Gold and Silver Outlook : अगले हफ्ते घरेलू बाजार में सोने की कीमतें कुछ हद तक स्थिर रह सकती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक प्रमुख केंद्रीय बैंकों की बैठकों और वैश्विक व्यापार घटनाओं पर नजर बनाए हुए हैं. खासतौर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति और फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान निवेशकों की दिलचस्पी का केंद्र बने हुए हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
जेएम फाइनेंशियल के उपाध्यक्ष प्रणव मेर के अनुसार, ''हाल ही में सोने की कीमतें दस हफ्तों में पहली बार गिर गईं. इसका कारण निवेशकों की मुनाफा वसूली, भारत और चीन में कमजोर मांग और मजबूत अमेरिकी डॉलर है. भारत में खरीदार कीमतें और गिरने की उम्मीद में कम खरीद रहे हैं, जबकि चीन और सिंगापुर में कम कीमतों ने खरीदारी बढ़ा दी.''
एमसीएक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव में 3,557 रुपये की गिरावट देखी गई. एंजेल वन के प्रथमेश माल्या ने कहा, ''सोने में यह गिरावट निवेशकों की मुनाफा वसूली और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में सुधार के संकेतों के कारण आई.''
एमकेए ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की शोध विश्लेषक रिया सिंह ने कहा, ''इस सप्ताह सोने में एक दशक में सबसे तेज छह प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई. यह मुख्य रूप से तकनीकी कारणों से हुई, क्योंकि कीमतें 4,300 डॉलर प्रति औंस के ऊपर टिक नहीं पाईं. अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में आशावाद और मजबूत डॉलर ने सोने में निवेश को सीमित किया.''
रिया सिंह ने आगे कहा, ''हालांकि कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन सोने का दीर्घकालिक नजरिया मजबूत है. अमेरिकी बजटीय घाटा, केंद्रीय बैंकों का डॉलर से दूर होना और भू-राजनीतिक जोखिम सोने के लिए सकारात्मक बने रहेंगे.''
Also read: POMIS Guide: हर महीने 5500 रुपये पाने के लिए पोस्ट ऑफिस में ऐसे ओपन करें अकाउंट
चांदी में भी हाल ही में तेजी के बाद गिरावट आई है. एमसीएक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी 9,134 रुपये (5.83 प्रतिशत) कम हुई, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 3.02 प्रतिशत गिर गई. रिया सिंह ने कहा, ''चांदी का दीर्घकालिक दृष्टिकोण मजबूत है, क्योंकि सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन जैसे उद्योगों में मांग बढ़ रही है.''
इस सप्ताह की हलचल के बाद निवेशक आगामी केंद्रीय बैंक बैठकों और वैश्विक आर्थिक घटनाओं पर नजर रखकर अपने निर्णय लेंगे, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सोना और चांदी लंबे समय में सुरक्षित और लाभदायक निवेश बने रहेंगे.
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
Follow Us