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Gold prices crash: भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में इन दिनों तेज गिरावट देखने को मिल रही है. (Image : Pixabay)
Why Gold prices crashed 2000 rupees in just three days: भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में इन दिनों तेज गिरावट देखने को मिल रही है. पिछले तीन दिन में ही गोल्ड की कीमतें करीब 2000 रुपये प्रति दस ग्राम घट चुकी हैं. इसमें 700 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट तो सिर्फ आज यानी गुरुवार को ही देखने को मिली है, जिसके बाद दिल्ली में सोने के भाव 72,400 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गए हैं. आखिर क्या है इस गिरावट की बड़ी वजह? अचानक ऐसा क्या हो गया कि सोने के भाव इतनी तेजी से गिर गए?
क्या है इस गिरावट की बड़ी वजह
दरअसल सोने की कीमतों में इस गिरावट के लिए मुख्य तौर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) की इसी महीने हुई बैठक को जिम्मेदार माना जा रहा है. हालांकि यूएस फेड की बैठक तो 30 अप्रैल से 1 मई के दौरान हुई थी, लेकिन उसमें हुई चर्चाओं का ब्योरा यानी मीटिंग के मिनट्स हाल ही में सामने आए हैं. इस कार्यवाही के मुताबिक मीटिंग में इस बात पर चिंता जाहिर की गई है कि पिछले एक साल में महंगाई दर भले ही कुछ नरम पड़ी हो, लेकिन 2 फीसदी के लक्ष्य से यह अब भी दूर है और इंफ्लेशन का रुख पिछले अनुमानों की तुलना में कहीं ज्यादा जिद्दी नजर आ रहा है. इतना ही नहीं, मीटिंग में शामिल कई लोगों ने यह संकेत भी दिया कि वे जरूरत पड़ने पर महंगाई को काबू में करने के लिए मॉनेटरी पॉलिसी में और कड़ा रुख अपनाने को भी तैयार हैं. यूएस फेड की मीटिंग के इन मिनट्स के सामने आने से बाजार के उन खिलाड़ियों को निराशा हुई है, जिन्होंने ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद लगा रखी थी.
यूएस फेड ने बाजार की उम्मीदों पर पानी फेरा : एक्सपर्ट
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी का कहना है कि सोने की कीमतों में एक दिन में 700 रुपये और तीन दिन में 2000 रुपये प्रति 10 ग्राम की यह गिरावट मुख्य तौर पर फेडरल रिजर्व के मीटिंग के मिनट्स सामने आने का ही नतीजा है. उनके मुताबिक इन मिनट्स से पता चलता है कि यूएस फेड को ब्याज दरों में कटौती करने की कोई जल्दी नहीं है, क्योंकि इंफ्लेशन का स्तर अब भी 2 फीसदी के टारगेट ज़ोन से दूर है. उनका मानना है कि यूएस फेड की मीटिंग के मिनट्स सामने आने की वजह से डॉलर इंडेक्स में मजबूती देखने को मिली और गोल्ड में प्रॉफिट बुकिंग शुरू हो गई. जबकि इससे पहले ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों और जियो-पोलिटिकल टेंशन की वजह से सोने में रैली देखने को मिली थी और इसके भाव 74,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक जा पहुंचे थे. लेकिन यूएस फेड की मीटिंग के मिनट्स ने इन तमाम उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. इसके अलावा जियोपोलिटिकल टेंशन में कमी आने का असर भी गोल्ड प्राइसेज में गिरावट के तौर पर सामने आया है.
वायदा बाजार में क्या हैं संकेत
गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट यानी सोने के वायदा बाजार में भी मौजूदा रुझान गिरावट का ही संकेत दे रहे हैं. गुरुवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने के भाव में 730 रुपये से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. यह गिरावट सटोरियों की तरफ से पोजिशन्स में कटौती किए जाने के कारण देखने को मिल रही है. एमसीएक्स (MCX) पर जून डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट का रेट 731 रुपये की गिरावट के साथ 72,315 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया. जबकि बिजनेस टर्नओवर 7,956 लॉट का रहा. जानकारों की राय में अंतरराष्ट्रीय बाजार के कमजोर संकेत वायदा बाजार में सोने के भाव में आई इस गिरावट की बड़ी वजह हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो न्यूयॉर्क में सोने का भाव 1.19 फीसदी की गिरावट के साथ 2,387 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.