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Private Equity, Venture Capital Fund Inflows plunge 40% in 2023: मौजूदा साल के दौरान भारत की घरेलू कंपनियों में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल फंड्स का निवेश पिछले साल के मुकाबले काफी कम रहा है. (Image: Pixabay)
Private Equity, Venture Capital Fund Inflows plunge 40% in 2023: मौजूदा साल के दौरान भारत की घरेलू कंपनियों में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल फंड्स का निवेश (Inflows) पिछले साल के मुकाबले काफी कम रहा है. यह जानकारी प्राइवेट कैपिटल और डेट फ्लो पर नज़र रखने वाली एजेंसी वेंचर इंटेलिजेंस और इंडस्ट्री बॉडी इंडियन प्राइवेट इक्विटी एंड वेंचर कैपिटलिस्ट एसोसिएशन (IVCA) द्वारा जुटाए गए आंकड़ों से सामने आई है. इन आंकड़ों के मुताबिक प्राइवेट इक्विटी (PE) और वेंचर कैपिटल (VC) फंड्स का भारत की घरेलू कंपनियों में निवेश (Investments) इस साल अब तक 27.9 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है. जबकि 2022 में यह रकम 47.62 अरब डॉलर रही थी. यानी पिछले साल के मुकाबले PE और VC फंड्स का इनफ्लो 40 फीसदी कम हो गया है.
वेंचर इंटेलिजेंस और IVCA के आंकड़ों के मुताबिक 2023 में अब तक PE और VC फंड्स ने निवेश से जुड़ी सिर्फ 697 डील्स की हैं, जबकि 2022 में ऐसी डील्स की संख्या 1,364 थी. दूसरी तरफ PE और VC के देश से बाहर भेजे जाने वाले फंड्स का आंकड़ा (outflow) मामूली रूप से बढ़कर 19.34 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है. 2022 में यह आंकड़ा 18.45 बिलियन अमेरिकी डॉलर था. हालांकि उद्योग (Industry) पर नजर रखने वालों का कहना है कि आने वाले साल के दौरान फंडिंग में बढ़ोतरी होने की काफी संभावना दिखाई दे रही है.
गिरावट के बावजूद इन सेक्टर में बढ़ा निवेश
प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल फंड्स के कुल निवेश में भारी गिरावट के बावजूद कई ऐसे सेक्टर हैं, जिनमें उन्होंने अच्छा खासा निवेश किया है और उसमें पिछले साल की तुलना में इजाफा भी किया है. ऐसे सेक्टर्स में हेल्थकेयर और लाइफ साइंस पहले नंबर पर है, जिसमें PE और VC फंड्स ने पिछले साल के मुकाबले 30.2 फीसदी ज्यादा निवेश किया है. इसके अलावा प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल फंड्स ने एनर्जी के क्षेत्र में भी निवेश बढ़ाते हुए पिछले साल की तुलना में 14.5 फीसदी ज्यादा पैसे लगाए हैं. इसी तरह रिटेल सेक्टर के निवेश में 98.8 फीसदी और एडवर्टाइजिंग और मार्केटिंग कंपनियों में PE और VC फंड्स के निवेश में 199.8 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है.
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इन सेक्टर्स में गिरा PE और VC फंड्स का निवेश
दूसरी तरफ, आईटी और आईटीईएस (IT & ITES) सेक्टर में निवेश पिछले साल के मुकाबले 64.5 फीसदी कम हुआ है. इसी तरह बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) के सेक्टर में भी इस साल निवेश 47.6 फीसदी कम रहा है. PE और VC फंड्स का निवेश मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 43 फीसदी, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन में 64 फीसदी, शिपिंग-लॉजिस्टिक्स में 60.6 फीसदी और एजुकेशन में 78.4 फीसदी कम हुआ है. एफएमसीजी (FMCG) में यह गिरावट 48.5 फीसदी, एग्री बिजनेस में 80.9 फीसदी, फूड एंड बेवरेज में 70.4 फीसदी और टेलिकॉम सेक्टर में 83.4 फीसदी रही है.
बड़े आकार वाले प्रोजेक्ट्स पर फोकस बढ़ा
IVCA के अध्यक्ष रजत टंडन का कहना है कि मौजूदा साल के दौरान PE और VC फंड्स की फंडिंग में गिरावट अस्थायी है और आने वाले दिनों में इसमें सुधार आने की उम्मीद है. उनका कहना है कि इस साल के आंकड़े बताते हैं कि PE और VC फंड्स अब संख्या में कम लेकिन बड़े आकार वाले निवेश में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. वे उन प्रोजेक्ट्स और बिजनेस पर फोकस कर रहे हैं, जिनमें वैल्यू क्रिएशन और सस्टेनेबल ग्रोथ के लिहाज से बड़ी संभावनाएं नजर आ रही हैं.