/financial-express-hindi/media/media_files/2025/04/04/Ac3bik8zf1QPJ6XocFMK.jpg)
Manoj Kumar Died: आभिनेता मनोज कुमार का 87 की उम्र में निधन, पीएम मोदी ने जताया अफसोस. (Image: X/@NarendraModi)
Manoj Kumar Death: बालीवुड के मशहूर एक्टर-डायरेक्टर मनोज कुमार का शुक्रवार सुबह 87 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने कोकिलाबेन अस्पताल में सुबह 4:03 बजे आखिरी सांस ली. अभिनेता नेता के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफसोस जताया और कहा - मनोज कुमार भारतीय सिनेमा के एक महान कलाकार थे, जिन्हें खासतौर पर देशभक्ति से जुड़ी फिल्मों के लिए जाना जाता था.
भारतीय सिनेमा जगत में अपनी अलग पहचान रखने वाले मनोज कुमार ने उपकार, पूरब और पश्चिम, क्रांति, रोटी कपड़ा और मकान जैसी कई नामचीन देशभक्ति फिल्में दीं. इस योगदान के लिए सरकार ने उन्हें साल 1992 में पद्म श्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया. मनोज कुमार को लोग प्यार से भारत कुमार बुलाते थे.
मौत की वजह दिल का दौरा और लिवर की बीमारी बताई गई. मनोज कुमार पिछले कुछ महीनों से डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस से जूझ रहे थे. उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें 21 फरवरी, 2025 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अंतिम दर्शन दोपहर में जुहू के विशाल टॉवर में होंगे और अंतिम संस्कार शनिवार को पवन हंस श्मशान घाट में होगा.
पीएम मोदी ने जताया अफसोस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनेता मनोज कुमार के निधन पर शोक जताया. एक्स पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा - मनोज कुमार भारतीय सिनेमा के एक महान कलाकार थे, जिन्हें खासतौर पर देशभक्ति से जुड़ी फिल्मों के लिए जाना जाता था.
Deeply saddened by the passing of legendary actor and filmmaker Shri Manoj Kumar Ji. He was an icon of Indian cinema, who was particularly remembered for his patriotic zeal, which was also reflected in his films. Manoj Ji's works ignited a spirit of national pride and will… pic.twitter.com/f8pYqOxol3
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2025
उनकी फिल्मों में हमेशा देश के लिए प्यार और गर्व झलकता था. उनका काम आज भी लोगों में देशभक्ति की भावना जगाता है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा. मनोज कुमार के परिजनों और उन्हें चाहने वालों के प्रति पीएम ने संवेदनाएं जाहिर की.
मनोज कुमार दादा साहब फाल्के समेत इन पुरस्कारों से थे सम्मानित
भारतीय सिनेमा में मनोज कुमार के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. उनके नाम एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और अलग-अलग श्रेणियों में सात फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं. भारतीय कला में उनके अपार योगदान के सम्मान में सरकार ने उन्हें 1992 में पद्म श्री से सम्मानित किया. उन्हें 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
ये हैं उनकी यादगार फिल्में
उपकार (1967)
पूरब और पश्चिम (1970)
क्रांति (1981)
रोटी कपड़ा और मकान (1974)
शहीद (1965)
जीवन और करियर से जुड़ी प्रमुख बातें
उनका असली नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी था.
लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर उन्होंने फिल्म 'उपकार' बनाई थी.
इमरजेंसी के समय उन्होंने सरकार का विरोध किया और कई मुश्किलों का सामना किया.