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बिहार 2025: सियासी महा भिड़ंत, भाजपा-जेडीयू और महागठबंधन की होगी टक्कर!

बिहार चुनाव 2025 में भाजपा-जेडीयू गठबंधन और कांग्रेस-राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होगा। चुनाव तीन चरणों में होंगे और नए विधानसभा के गठन से पहले 22 नवंबर तक परिणाम घोषित किए जाएंगे।

बिहार चुनाव 2025 में भाजपा-जेडीयू गठबंधन और कांग्रेस-राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होगा। चुनाव तीन चरणों में होंगे और नए विधानसभा के गठन से पहले 22 नवंबर तक परिणाम घोषित किए जाएंगे।

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Sakshi Kuchroo
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बिहार के मतदाता तय करेंगे राज्य का भविष्य। Photograph (X)

जैसे-जैसे बिहार में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, चुनाव आयोग (ECI) द्वारा चुनाव तारीखों की घोषणा को लेकर चर्चा और उत्सुकता बढ़ रही है।

सूत्रों के अनुसार, ECI ने बिहार के मुख्य सचिव और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आदेश दिया है कि वे उन सरकारी अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग प्रक्रिया को पूरा करें, जो पिछले 3 साल से एक ही स्थान पर हैं। इस आदेश पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट 6 अक्टूबर तक मांगी गई है।

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यह एक सामान्य प्रक्रिया है ताकि चुनाव से पहले वातावरण निष्पक्ष और तटस्थ बना रहे।

इसका मतलब यह हो सकता है कि चुनाव आयोग बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा 6 अक्टूबर के बाद कर सकता है।

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अधिकारियों का तबादला क्यों किया जा रहा है?

जागरण को आदेश की एक कॉपी प्राप्त हुई है। उस आदेश के अनुसार, चुनाव आयोग ने अपने तबादले के आदेश में उन अधिकारियों को शामिल किया है जिनका चुनावी निष्पक्षता बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। इनमें जिला मजिस्ट्रेट (DM), ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO), डेप्युटी डेवलपमेंट कमिश्नर (DDC), सर्किल ऑफिसर (CO), जोनल और रेंज DIG, स्टेट आर्म्ड पुलिस के कमांडेंट, SSP, SP, अतिरिक्त SP, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, सार्जेंट मेजर और इसी तरह के रैंक के सभी अधिकारी शामिल हैं। इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव निष्पक्ष और तटस्थ माहौल में संपन्न हो।

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चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, किसी राज्य या केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव करवाने में सीधे शामिल अधिकारी को उनके मूल जिले या ऐसे स्थानों पर तैनात नहीं किया जा सकता, जहां उन्होंने लंबे समय तक सेवा दी हो। इसका मतलब है कि कोई भी चुनाव अधिकारी अपने मूल जिले में नहीं रह सकता। इसके अलावा, यदि किसी अधिकारी ने पिछले चार वर्षों में किसी जिले में तीन साल तक काम किया है, तो उसे तबादला किया जाना अनिवार्य है।

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बिहार चुनाव 2025: मतदान चरण

2020 में बिहार चुनाव तीन चरणों में आयोजित हुए थे- 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को, जिसके नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए गए थे।

इस वर्ष भी चुनावी शेड्यूल त्योहारों को ध्यान में रखते हुए तय किया जाएगा। छठ और दिवाली 18 अक्टूबर से 28 अक्टूबर के बीच पड़ते हैं, इसलिए अधिकारियों के मतदान की योजना इन तारीखों के आसपास बनाने की संभावना है।

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बिहार चुनाव 2025: मुकाबला भाजपा-जेयूडी और महागठबंधन के बीच

वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए इसके पहले नई विधानसभा का चुनाव और शपथग्रहण होना जरूरी है। रिपोर्टों के अनुसार, इस साल भी बिहार चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाने की संभावना है।

2025 के बिहार चुनाव में भाजपा-जेडीयू की सत्तारूढ़ गठबंधन और कांग्रेस-राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।

Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.

To read this article in English, click here.

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