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Congress, AAP attack ECI: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने सोशल मीडिया पोस्ट हटाने के चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. (Screenshot of video shared by AAP)
Congress and AAP attack ECI and BJP after X Takes Down Post On Electoral Bonds: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के मसले पर पीएम मोदी पर निशाना साधने वाली सोशल मीडिया पोस्ट को हटाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में शामिल दोनों पार्टियों ने इस मामले में चुनाव आयोग और बीजेपी पर तीखा हमला किया है. दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) ने एक बयान जारी करके बताया है कि चुनाव आयोग के निर्देश की वजह से उसे सहमत न होते हुए भी कई राजनीतिक नेताओं और दलों के सियासी सोशल मीडिया पोस्ट हटाने पड़े हैं. पहले ट्विटर (twitter) कहे जाने वाले X ने चुनाव आयोग के ऐसे आदेश प्रभावित यूजर्स के साथ शेयर करने के साथ ही सार्वजनिक तौर पर जारी भी कर दिए हैं. एक्स ने कहा है कि चुनाव आयोग के आदेश के कारण लोकसभा चुनाव (General Election 2024) की अवधि के लिए उसने इन पोस्ट को रोक दिया है, लेकिन वो इस कार्रवाई से सहमत नहीं है.
बीजेपी के विंग की तरह काम कर रहा चुनाव आयोग: AAP
आम आदमी पार्टी ने इस मसले पर बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव आयोग और बीजेपी दोनों पर निशाना साधा है. पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “देश का दुर्भाग्य है कि इलेक्शन कमीशन भाजपा का एक्सटेंडेड विंग बनकर काम कर रहा है. भाजपा का साथ पाकर इलेक्शन कमीशन अपने आपको देश के संविधान और कानूनों से भी ऊपर मानने लगा है. हमारा कानून यह परमिशन देता है कि अगर एक आतंकवादी भी हो, तो उसको सुनवाई का मौका मिलेगा, लेकिन इलेक्शन कमीशन ने यह भी जरूरी नहीं समझा और सीधा एक्स को बोलकर हमारी एक ट्विटर पोस्ट को हटवा दिया. कंपनी एक्स ने भी हमें चिट्ठी लिखकर दुख जाहिर किया कि हमें सुनवाई का नहीं दिया जा रहा और हमारी पोस्ट को हटाया जा रहा है. ऐसा क्या था उस पोस्ट में?”
Election Commission आज BJP का साथ पाकर ख़ुद को संविधान से भी ऊपर समझने लगा है।
— AAP (@AamAadmiParty) April 17, 2024
चुनाव आयोग ने बिना किसी सुनवाई के X (ट्विटर) से हमारी वह पोस्ट डिलीट करवा दी, जिसमें नरेंद्र मोदी और BJP को मिले चंदे को लेकर खुलासा किया गया था।
-@PKakkar_pic.twitter.com/0kEN6y3pC8
भाजपा ने शरथ रेड्डी से 60 करोड़ लिये ये सच है: AAP
प्रियंका कक्कड़ ने मीडिया को एक पोस्टर दिखाते हुए कहा, “ये है वो पोस्ट..क्या झूठ है इस पोस्ट में? सच है इस पोस्ट में. इसमें लिखा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड एक स्कैम (घोटाला) था. इस स्कैम के जरिए 60 करोड़ रुपये शरथ रेड्डी ने भाजपा को दिए. वो शरथ रेड्डी, जिसको भाजपा साउथ शराब लॉबी का सरगना बता रही थी, उससे 60 करोड़ लिया. जिसके बाद वो एक सरकारी गवाह बना, अरविंद केजरीवाल जी के खिलाफ बयान दिया. वो शरथ रेड्डी जिसके 60 करोड़ भाजपा को देने का प्रमाण साफ-साफ इलेक्टोरल बॉन्ड्स में है. वो शरथ रेड्डी, जिसकी जमानत के समय ईडी चुप रही. ये एक सच है. ये सच हटाने को हमें बोला गया…इलेक्शन कमीशन को अब तक हम 9 शिकायतें दे चुके हैं. भाजपा के होर्डिंग्स और पोस्टर्स के बारे में. लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा इलेक्शन कमीशन.”
हमारी 9 शिकायतों पर भी कार्रवाई करे आयोग : AAP
प्रियंका कक्कड़ ने मीडिया के सामने ऐसे कई पोस्टर भी दिखाए, जिनमें अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले में शामिल या उसका सरगना बताया गया है. ये पोस्टर दिखाते हुए प्रियंका ने आरोप लगाया कि बीजेपी के इन तमाम पोस्ट में केजरीवाल के खिलाफ गलत बातें कही गई हैं, "लेकिन भाजपा की ये पोस्ट इलेक्शन कमीशन को दिखाई नहीं दे रहीं. उनकी आंखें बंद हो गई होंगी." प्रियंका कक्कड़ ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा, “जिस तरह से हमें सुनवाई का मौका दिए बिना पोस्ट हटाने को कहा गया, ये तानाशाही नहीं तो क्या है? क्या ऐसे इलेक्शन कमीशन को निष्पक्ष मानना चाहिए? क्या ये लेवल प्लेइंग फील्ड है, जहां पर आप कुछ भी लिखते जाएं.... बीजेपी कुछ भी लिखती जाए, पर हम एक सच भी पोस्ट नहीं कर सकते? झूठ फैलाना भाजपा का सेकेंड नेचर है, मिस-इनफॉर्मेशन में भी इंडिया नंबर वन पर पहुंच गया भाजपा के रहते. पर ये सब इलेक्शन कमीशन को नहीं दिखता...मैं फिर से इलेक्शन कमीशन से गुजारिश करती हूं कि अगर वो सच में निष्पक्ष हैं, तो जो 9 शिकायतें हमने दी हैं, उन पर तुरंत एक्शन लें." प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “आज देश में तानाशाही का माहौल है. चुनाव आयोग स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रहा. चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी की 9 शिकायतों पर आज तक कोई सुनवाई नहीं की है.”
The social media platform 'X', formerly known as 'Twitter', has clarified that the ECI has issued directives to delete certain posts, one of which raised the issue of 'Electoral Bonds'.
— Congress (@INCIndia) April 17, 2024
It is incumbent upon the Election Commission to ensure free and fair elections.
The issue… pic.twitter.com/a1Mepbi3cQ
'इलेक्टोरल बॉन्ड' का मुद्दा सरकार को परेशान करता है : कांग्रेस
कांग्रेस ने भी इस मामले को उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है और चुनाव के आदेश पर सवाल उठाए हैं. पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि “सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (जिसे पहले 'ट्विटर' के नाम से जाना जाता था) ने स्पष्ट किया है कि ECI ने कुछ पोस्ट को हटाने के निर्देश जारी किए हैं, जिनमें से एक में 'इलेक्टोरल बॉन्ड' का मुद्दा उठाया गया है. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना निर्वाचन आयोग का कर्तव्य है. 'इलेक्टोरल बॉन्ड' का मुद्दा सरकार को बेहद परेशान करता है. प्रधानमंत्री ने इस योजना का बचाव करने की पूरी कोशिश की. लेकिन देश को अब पूरे जबरन वसूली रैकेट की जानकारी है. नरेंद्र मोदी (PM Modi) भ्रष्टाचार के चैंपियन हैं!”
— Global Government Affairs (@GlobalAffairs) April 16, 2024
X ने किया है चुनाव आयोग के आदेश का खुलासा
कुछ राजनीतिक दलों और उनके नेताओं के सोशल मीडिया पोस्ट को हटाने के चुनाव आयोग के निर्देश का खुलासा खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) ने किया है. ‘एक्स’ ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि “भारत के चुनाव आयोग ने निर्वाचित राजनेताओं, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा शेयर किए गए राजनीतिक बयानों वाले कुछ पोस्ट को हटाने की कार्रवाई करने के लिए एक्स को आदेश जारी किए हैं. इन आदेशों का पालन करते हुए हमने चुनाव (Lok Sabha Elections) की अवधि के लिए इन पोस्ट्स को रोक दिया है. लेकिन हम इस कार्रवाई से सहमत नहीं हैं और यह साफ कर देना चाहते हैं कि इन पोस्ट्स के साथ ही साथ आम तौर पर राजनीतिक भाषणों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में समझा जाना चाहिए. हमने प्रभावित यूजर्स को सूचित कर दिया है और पारदर्शिता दिखाते हुए उन आदेशों को यहां प्रकाशित कर रहे हैं. हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि वे भविष्य में किसी पोस्ट को हटाने के अपने तमाम आदेशों को खुद ही प्रकाशित कर दें.”