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PM Modi on electoral bonds : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को रद्द करने के फैसले ने देश को पूरी तरह से काले धन की तरफ धकेल दिया है. (Photo : ANI)
PM Modi alleges scrapping of electoral bonds scheme pushed India towards black money: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया है कि इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को रद्द करने के फैसले ने देश को पूरी तरह से काले धन की तरफ धकेल दिया है. दरअसल, मोदी सरकार द्वारा लाई गई इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को सुप्रीम कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद असंवैधानिक पाया और इसलिए उसे रद्द कर दिया. लेकिन मोदी का कहना है कि इलेक्टोरल बॉन्ड रद्द करने के फैसले पर लोग जब बाद में ईमानदारी से सोचेंगे तो, उन्हें पछतावा होगा. उन्होंने यह दावा भी किया कि चुनावी चंदे का ब्योरा इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम की वजह से ही देश के सामने आया है, जिसे इस स्कीम की सफलता मानना चाहिए. हालांकि इलेक्टोरल बॉन्ड मामले की सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से अदालत में लगातार इस विवरण को जारी नहीं करने के लिए दलीलें दी गईं. बॉन्ड के जरिए दिए गए चुनावी चंदे का सारा ब्योरा सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश और उस पर अमल के लिए देश की सबसे बड़ी अदालत के कड़ा रुख अपनाने के बाद ही सामने आ पाया. पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों का जवाब भी दिया है.
इलेक्टोरल बॉन्ड की वजह से मनी ट्रेल मिल रहा है : मोदी
पीएम मोदी से जब इलेक्टोरल बॉन्ड में धांधली किए जाने के विपक्ष के आरोपों पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, "मैं चाहता था कि इस काले धन से हमारे चुनाव को कैसे मुक्ति मिले. ट्रांसपैरेंसी कैसे आए...रास्ते खोज रहे थे...एक छोटा सा रास्ता मिला...आज जो लोग उलट-पुलट बोल रहे हैं, उन्होंने सराहा था, पार्लियामेंट की डिबेट देख लीजिए...सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बीस हजार रुपये तक पोलिटिकल पार्टियां कैश ले सकते हैं, मैंने कानून बनाकर, नियम बनाकर 20 हजार को ढाई हजार कर दिया..क्यों? क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि ये कैश वाला कारोबार चले...फिर मैंने कहा, इलेक्टोरल बॉन्ड..कि जो पार्टी अपनी सीक्रेसी मेनटेन करना चाहती है...होता था क्या कि पहले हमने बीजेपी में चेक से पैसा लेंगे ये तय किया..तो व्यापारी लोगों ने बोला कि हम चेक से नहीं दे सकते, क्योंकि चेक से देंगे तो लिखना पड़ेगा...लिखेंगे तो सरकार देखेगी कि विपक्ष को इतना पैसा दिया, तो वो हमें परेशान करेंगे.. मुझे याद है हमें नब्बे के दशक में चुनाव में बड़ी दिक्कत आई...पैसे नहीं थे...तो ये सारी चीजों का मुझे पता था...अब देखिए...इलेक्टोरल बॉन्ड न होते, तो किस व्यवस्था में ताकत है कि वो ढूंढ के निकालते कि पैसा कहां से आया और कहां गया...ये तो इलेक्टोरल बॉन्ड की सक्सेस स्टोरी है कि इलेक्टोरल बॉन्ड थे, तो आपको ट्रेल मिल रहा है मनी का...कि किस कंपनी ने दिया, कैसे दिया, कहां दिया....अब इसमें अच्छा हुआ-बुरा हुआ वो विवाद का विषय हो सकता है..इसकी चर्चा हो.” पीएम मोदी भले ही अब दावा कर रहे हों कि इलेक्टोरल बॉन्ड की वजह से मनी ट्रेल सामने आ रहा है, लेकिन विपक्ष का कहना है कि मनी ट्रेल सामने आने की मुख्य वजह सुप्रीम कोर्ट की सख्ती है, वरना सरकार ने तो अपनी तरफ से इसे सामने नहीं आने देने की पूरी कोशिश की थी और सारी जानकारी को गोपनीय रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट में लगातार दलीलें भी दी थीं.
#WATCH | On Opposition leaders, including Rahul Gandhi's, charge on electoral bonds and whether this was a bad decision, PM says, "...If there were no electoral bonds, who would have had the power to find out where the money came from and where it went? This is the success story… pic.twitter.com/JwJva8O7YV
— ANI (@ANI) April 15, 2024
आज पूरी तरह काले धन की तरफ देश को धकेल दिया है : मोदी
पीएम मोदी ने इंटरव्यू के दौरान इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को रद्द किए जाने पर फिक्र जताते हुए कहा, “मुझे चिंता है...मैं ये कभी नहीं कहता हूं कि निर्णय में कमी नहीं होती है...निर्णय तो..सीखते हैं...सुधारते हैं...इसमें भी सुधार के लिए बहुत संभावनाएं हैं...लेकिन आज पूरी तरह काले धन की तरफ देश को धकेल दिया है...और इसलिए मैं कहता हूं..सब लोग पछताएंगे...जब बाद में ईमानदारी से सोचेंगे, सब लोग पछताएंगे."
विपक्ष पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप
पीएम मोदी ने विपक्ष पर इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, "अब देखिए इलेक्टोरल बॉन्ड का भी...कैसा झूठ चल रहा है..कुल देश में 3 हजार कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड दिए हैं...उसमें, 3 हजार में 26 कंपनियां ऐसी हैं, जिन पर कार्रवाई हुई है...ये कहते हैं न ईडी..वीडी..ढिकना-विकना...3 हजार डोनर हैं, उसमें से 26...और उनमें से 16 कंपनियां ऐसी थीं, छापा जब लगा, उस समय बॉन्ड खरीदा...कोई जोड़ सकता है इसको...अगर बॉन्ड खरीदा....लोग ये जोड़ रहे हैं....उसकी विशेषता ये है कि ये जो 16 कंपनियों ने बॉन्ड खरीदा, उसमें से 37 पैसा अमाउंट बीजेपी को डोनेशन में मिली.....63 परसेंट बीजेपी के विरोधी पार्टियों को मिली...ये 16 कंपनी जिसका, ईडी, सीबीआई कोई न कोई उस समय एक्शन भी हुआ और बॉन्ड भी निकला...37 परसेंट अमाउंट बीजेपी को, 63 अपोजिशन को! क्या ईडी रेड करे और ऑपोजिशन को डोनेशन देने का कार्यक्रम करे...क्या बीजेपी ऐसा करेगी? इसका मतलब कि 63 परसेंट पैसा विपक्ष के पास जाए और आप आरोप हम पर लगाएं! लेकिन उनको गोलमोल बोलना है और भाग जाना है."