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Congress Income Tax row: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि आयकर विभाग ने उसके अलग-अलग बैंक खातों से 65 करोड़ रुपये निकाल लिए, जबकि डिमांड नोटिस पर IT ट्रिब्यूनल में सुनवाई हो रही है. (Image: Screengrab/@INCIndia)
Congress allegations on IT Department: कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि आयकर विभाग ने उसके अलग-अलग बैंक खातों से 65 करोड़ रुपये ‘अलोकतांत्रिक तरीके से’ निकाल लिए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि उनके खिलाफ यह कार्रवाई तब की गई है, जबकि पिछले वर्षों के रिटर्न से जुड़ा उनका मामला अदालत में विचाराधीन है. कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने यह आरोप लगाते हुए दावा किया कि 'अगर जांच एजेंसियों की कार्रवाई इसी तरह बेलागम ढंग से जारी रही, तो देश में लोकतंत्र खत्म हो जाएगा'. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.
कांग्रेस ने बैंकों से कहा - हमारे खातों से रकम न निकालें
कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी ने अपने बैंकों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वे हमारे अकाउंट्स से इस तरह कोई रकम न निकालें, क्योंकि यह मामला अदालत में है और आईटी ट्रिब्यूनल में इस पर सुनवाई जारी है. अजय माकन ने कहा, 'आयकर विभाग के अधिकारियों की तरफ से मिली पिछली डिमांड को हमने अपीलीय अधिकारी (appellate authorities) के पास चुनौती दी है, जिस पर सुनवाई हो रही है. फिर भी आयकर विभाग ने कांग्रेस और युवा कांग्रेस के अलग-अलग बैंक खातों से 65 करोड़ रुपये निकालने के लिए तमाम बैंकों को पत्र लिखे.
आयकर विभाग की कार्रवाई लोकतंत्र विरोधी : कांग्रेस
अजय माकन ने कहा कि इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल (Income Tax Appellate Tribunal) ने आयकर विभाग के कांग्रेस के खिलाफ जारी 210 करोड़ रुपये के रिकवरी के नोटिस पर स्टे दिया है और इस मामले में लिएन (lien) यानी ग्रहणाधिकार भी दर्ज कर लिया गया है. फिर भी आयकर विभाग ने पार्टी के बैंक खातों से पैसे निकालकर ‘अलोकतांत्रिक कार्रवाई’ की है. माकन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, “अलार्मिंग अपडेट : केंद्र सरकार की एजेंसियों की तरफ से ऐसी कार्रवाइयां की जा रही हैं, जिनसे भारत के बहु-दलीय लोकतंत्र को खतरा हो सकता है. अगर इन पर रोक नहीं लगाई गई, तो भारत में लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. न्यायपालिका ने हस्तक्षेप नहीं किया तो हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांत खतरे में पड़ जाएंगे.” अपनी एक और सोशल मीडिया पोस्ट में माकन ने लिखा है, “कल शाम से, कांग्रेस सरकारी तन्त्र के अलोकतांत्रिक रवैये की शिकार हुई है. हमें भारत की न्यायिक व्यवस्था पर पूरा यक़ीन है.”
आईटी ट्रिब्यूनल ने पिछले हफ्ते दी थी राहत
आयकर विभाग ने पिछले शुक्रवार को कांग्रेस के कई बैंक खातों पर रोक लगा दी थी. आयकर विभाग ने कांग्रेस के खिलाफ यह कार्रवाई 210 करोड़ रुपये की रिकवरी की डिमांड को आधार बनाते हुए की थी. लेकिन बाद में एक इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल ने बैंक खाते सीज करने के आदेश पर रोक लगाकर अगली सुनवाई तक इन्हें संचालित करने की अनुमति दे दी थी. माकन और सुनवाई में कांग्रेस का पक्ष रखने वाले वरिष्ठ वकील विवेक तनखा ने उस वक्त कहा था कि ट्रिब्यूनल ने कांग्रेस के खातों में जमा रकम में से 115 करोड़ रुपये को रोककर बाकी रकम को खर्च करने की इजाजत दे दी है. विवेक तन्खा ने उस वक्त यह भी कहा था कि उन्होंने ट्रिब्यूनल को बताया कि कांग्रेस के खाते फ्रीज किए जाने पर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी "चुनाव के त्योहार" में हिस्सा नहीं ले पाएगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के तमाम नेताओं ने इसे सरकार का लोकतंत्र पर हमला बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की थी.