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Delhi Cabinet minister quits AAP: दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी के विधायक राजकुमार आनंद ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. (Photo : ANI)
Delhi Cabinet minister Raaj Kumar Anand quits AAP: दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक राजकुमार आनंद ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. दिल्ली के पटेल नगर से विधायक आनंद ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी हुई है. दिल्ली सरकार के मंत्री का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस में 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से तिहाड़ जेल में बंद हैं. दिल्ली सरकार ने मंगलवार को ही केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज करके जायज ठहरा दिया है. आप ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
राजकुमार ने संदीप पाठक को सौंपा इस्तीफा
राजकुमार आनंद ने बुधवार को पार्टी महासचिव संदीप पाठक को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद अपने घर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मैं राजनीति में तब आया था जब केजरीवाल ने कहा था कि वे राजनीति को बदल देंगे, जिससे देश बदल जाएगा. लेकिन आज मैं बहुत अफसोस के साथ कहता हूं कि राजनीति तो नहीं बदली लेकिन नेता बदल गए. आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था, लेकिन आज यह पार्टी उसी भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई है.”
हमें सरकार में बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं : राजकुमार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार (Delhi Government) में समाज कल्याण मंत्री बनाए गए आनंद ने आम आदनी पार्टी के संगठन में दलितों और पिछड़े समुदायों के व्यक्तियों को उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अपनी हर प्रेस कॉन्फ्रेंस, हर सरकारी कार्यालय में बाबासाहेब (अंबेडकर) की तस्वीर लगाती है, लेकिन जब उनके आदर्शों का पालन करने की बात आती है, जब वास्तविक प्रतिनिधित्व की बात आती है, तो ऐसा नहीं किया जाता. आनंद ने कहा कि हमारे 13 सांसदों में एक भी दलित या पिछड़े समुदाय से नहीं है. राजकुमार आनंद ने कहा कि “मेरे लिए इस सरकार के हिस्से के रूप में काम करते रहना असंभव हो गया है. मैं अब इस पार्टी, इस सरकार और इसके मंत्री पद से अपना इस्तीफा देता हूं, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि ऐसे भ्रष्ट कार्यों में मेरा नाम जोड़ा जाए. मैं नहीं मानता कि हमें अब सरकार में बने रहने का नैतिक अधिकार है.''