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Gourav Vallabh joins BJP : गौरव वल्लभ बीजेपी में शामिल, सनातन, राम मंदिर को मुद्दा बनाकर छोड़ी कांग्रेस

Gourav Vallabh joins BJP : गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थामने से कुछ ही देर पहले कांग्रेस को भेजे इस्तीफे में कहा कि वे राम मंदिर और सनातन जैसे मुद्दों पर पार्टी के रुख से दुखी थे.

Gourav Vallabh joins BJP : गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थामने से कुछ ही देर पहले कांग्रेस को भेजे इस्तीफे में कहा कि वे राम मंदिर और सनातन जैसे मुद्दों पर पार्टी के रुख से दुखी थे.

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FE Hindi Desk
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Gourav Vallabh joins BJP :  कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ ही देर बाद गौरव वल्लभ बीजेपी में शामिल हो गए. (Photo : ANI)

Gourav Vallabh joins BJP after resigning from Congress: कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामने वालों में आज एक और नाम शामिल हो गया. कांग्रेस के तेजतर्राज प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने अपनी पुरानी पार्टी से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटे बाद बीजेपी ज्वाइन कर ली. उन्होंने दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचकर महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता हासिल की. इससे कुछ ही देर पहले उन्होंने अपना इस्तीफा सोशल मीडिया पर शेयर किया था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम लिखे इस इस्तीफे में उन्होंने जिस तरह राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और सनातन जैसे मुद्दों को उठाते हुए कांग्रेस को घेरने की कोशिश की थी, उससे साफ झलक रहा था कि वे बीजेपी में जाने की तैयारी कर रहे हैं. थोड़ी ही देर में यह अनुमान सही साबित हुए. लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) के एलान के बाद से राजनीतिक दलों में नेताओं की आवाजाही का दौर तेज हो गया है. 

कांग्रेस के प्रभावशाली प्रवक्ता रहे हैं गौरव वल्लभ

गौरव वल्लभ ने कांग्रेस में रहते हुए एक प्रभावशाली प्रवक्ता के तौर पर अपनी पहचान बनाई. वे देश भर में सबसे ज्यादा मशहूर तब हुए, जब उन्होंने एक टीवी डिबेट में बीजेपी के तेज-तर्रार प्रवक्ता संबित पात्रा के साथ तीखी बहस की थी. उन्होंने हाल ही में राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर उदयपुर शहर सीट से चुनाव लड़ा था. इसके पहले 2019 में कांग्रेस ने उन्हें झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ  जमशेदपुर ईस्ट की हाई प्रोफाइल सीट से भी चुनाव लड़ाया था. लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 

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सोशल मीडिया पर शेयर किया इस्तीफा

गौरव वल्लभ ने गुरुवार को सुबह-सुबह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कांग्रेस अध्यक्ष के नाम लिखा अपना इस्तीफा सार्वजनिक करके बड़ा धमाका कर दिया. अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि कांग्रेस पार्टी आज दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें वे ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हैं. गौरव वल्लभ ने इस्तीफे में लिखा, "मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता. इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं." उन्होंने इस्तीफे में यह भी लिखा कि कांग्रेस पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम के दौरान जो रुख अपनाया उससे भी वे दुखी हुए थे. इसके साथ ही गौरव ने अपने इस्तीफे में जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी कांग्रेस के रुख से असहमति जाहिर की है. 

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बीजेपी में शामिल होने से पहले ही पकड़ ली थी पार्टी लाइन

गौरव वल्लभ ने गुरुवार की सुबह कांग्रेस से दिए अपने इस्तीफे में ही संकेत दे दिया था कि वे बीजेपी में जाने का मन बनाकर निकले हैं. उन्होंने इस्तीफे में लिखा है, ‘‘मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं...पार्टी व इंडिया गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं और उस पर पार्टी का चुप रहना, उसे एक तरह से मौन स्वीकृति देने जैसा है...एक तरफ हम जाति जनगणना की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ संपूर्ण हिंदू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं. यही कार्य शैली जनता के बीच यह भ्रामक संदेश दे रही है कि पार्टी एक खास धर्म की हिमायती है.’’ ये सभी आरोप वही हैं जो बीजेपी के नेता कांग्रेस पर हमेशा से लगाते रहे हैं. 

गौरव वल्लभ पर कांग्रेस का पलटवार

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने गौरव वल्लभ के इस्तीफे में लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी ने गौरव वल्लभ को हैसियत से ज्यादा दिया था. दो-दो जगह से चुनाव लड़ाया. केंद्रीय समिति में सलाहकार की भूमिका में रखा गया. तब उन्होंने पार्टी क्यों नहीं छोड़ी, तब पार्टी की नीतियों की आलोचना क्यों नहीं की? अब लोकसभा चुनाव हैं. भारतीय जनता पार्टी के कहने पर पार्टी छोड़ रहे हैं. उनको ये भी बताना चाहिए कि उनकी बीजेपी से डील क्या हुई है? गौरव वल्लभ के छोड़ने से पार्टी और मजबूत होगी. उनके जैसे स्वार्थी नेता की कांग्रेस में कोई जगह नहीं है."

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