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ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना प्रमुख अमर प्रीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को हुए नुकसान में रडार, कमांड और कंट्रोल सेंटर, रनवे और हैंगर शामिल हैं. (Image: PTI)
IAF Chief AP Singh Confirms 4-5 Pakistani Fighter Jets, Likely F-16s, Destroyed in Operation Sindoor: भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शुक्रवार को बताया कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमान गिराए, जिनमें F-16 और JF-17 जेट भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि सेना ने कई पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया और वहां रडार, कमांड सेंटर, रनवे, हैंगर और सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम को नुकसान पहुंचाया. इसके अलावा, एक C-130 विमान भी भारतीय एयर स्ट्राइक में क्षतिग्रस्त हुआ.
वायु सेना ने मार गिराए कई पाकिस्तानी लड़ाकू विमान: IAF चीफ
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, “जहां तक पाकिस्तान के नुकसान का सवाल है, हमने उनके कई एयरफील्ड और ठिकानों पर हमला किया. कम से कम चार जगहों पर उनके रडार, दो जगहों पर कमांड और कंट्रोल सेंटर, दो रनवे और तीन अलग-अलग स्टेशनों के हैंगर को नुकसान पहुंचाया गया. हमें एक C-130 विमान का सबूत मिला और लगभग 4-5 लड़ाकू विमान, संभवतः F-16, उस समय रखरखाव में होने के कारण वहां मौजूद थे. इसके साथ ही एक SAM सिस्टम भी नष्ट किया गया. हम एक लंबी दूरी की स्ट्राइक का भी सबूत रखते हैं, लगभग 300 किलोमीटर से अधिक, जिसमें AEW&C या कोई महत्वपूर्ण विमान और पांच उच्च तकनीक वाले लड़ाकू विमान F-16 और JF-17 श्रेणी के शामिल थे.”
सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आईएएफ की लंबी दूरी वाली सरफेस टू एयर मिसाइल्स (SAMs) ने पाकिस्तान को अपनी ही सीमा में संचालन करने से रोक दिया. उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया, क्योंकि 300 किलोमीटर से अधिक की यह सबसे लंबी सफल मिसाइल स्ट्राइक थी, जिसने पाकिस्तान की गतिविधियों को गंभीर रूप से सीमित कर दिया.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि भारत ने इस जंग में स्पष्ट उद्देश्य के साथ प्रवेश किया और अपने लक्ष्य पूरे होने के बाद इसे जल्दी समाप्त कर दिया. उन्होंने इसे दुनिया के लिए एक सबक बताया, क्योंकि कई अन्य युद्ध बिना अंत के जारी हैं. भारतीय सशस्त्र बलों को स्पष्ट निर्देश और लक्ष्य दिया गया. यह इतिहास में दर्ज होगा कि यह युद्ध साफ उद्देश्य के साथ शुरू हुआ और जल्दी समाप्त कर दिया गया, बिना इसे लंबे समय तक खींचे.
दुनिया देख रही है कि कई युद्ध लंबित हैं, लेकिन हमने स्थिति ऐसी बनाई कि विपक्ष ने बाधाओं को खत्म करने और संघर्ष विराम की मांग की. हमने भी राष्ट्रीय स्तर पर फैसला लिया कि यह संघर्ष समाप्त किया जाए, क्योंकि हमारे अपने उद्देश्य पूरे हो चुके थे. मुझे लगता है कि दुनिया को इससे सीख लेनी चाहिए.