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Ladli Behna Impact : शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री न बनाए जाने से दुखी लाडली बहना योजना की लाभार्थियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री. (PTI Photo : 12 दिसंबर, 2023)
Ladli Behna Boost for BJP in Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश में शानदार चुनावी जीत के बाद बीजेपी आलाकमान ने भले ही शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को राज्य का मुख्यमंत्री न बनाया हो, लेकिन उनकी लोकप्रिय स्कीम 'लाडली बहना योजना' (Ladli Behna Yojana) ने पार्टी को विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) में 163 सीटें जिताने में बड़ी भूमिका निभाई है. यह किसी राजनीतिक विश्लेषक का दावा नहीं है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च टीम इस स्कीम की लाखों महिला लाभार्थियों के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद इस नतीजे पर पहुंची है. एसबीआई रिसर्च ने अपनी इस रिपोर्ट में आंकड़ों से हवाले से यह भी बताया है कि शिवराज सरकार की इस स्कीम का असर मध्य प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल तक कई राज्यों में पड़ रहा है.
40 लाख लाभार्थियों के आंकड़ों पर आधारित रिपोर्ट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च टीम ने अपनी ताजा रिपोर्ट मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना की करीब 40 लाख लाभार्थी महिलाओं के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर तैयार की है. इस रिपोर्ट में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर लाडली बहना स्कीम के असर के बारे में कई दिलचस्प बातें कही गई हैं. इनमें से कुछ खास बातों पर एक नजर :
लाडली बहना योजना के कारण महिलाओं के सशक्तिकरण का चुनाव में महिलाओं के वोटिंग पैटर्न पर काफी असर पड़ा है.
मध्य प्रदेश के तमाम जिलों में सत्ताधारी दल की सफलता की दर (district wise success rates) पर लाडली बहना योजना का काफी असर पड़ा है.
आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति वाली करीब 75 फीसदी महिलाओं (marginalised women) ने सत्ताधारी दल को वोट दिया है.
पन्ना, विदिशा और दमोह ऐसे तीन जिले हैं, जिनमें गरीब महिलाओं को लाडली बहना योजना से लाभ मिलने की दर सबसे ज्यादा रही. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP-Assembly-Election-2023) के दौरान इन जिलों की सभी विधानसभा सीटों पर सत्ताधारी दल यानी बीजेपी की जीत हुई है.
जिन 10 जिलों में लाडली बहना योजना की वजह से गरीब महिलाओं को सबसे ज्यादा लाभ मिला है, उनमें बालाघाट को छोड़कर बाकी सभी जिलों में आधे से ज्यादा सीटों पर सत्ताधारी दल की जीत हुई.
लाडली बहना योजना के लाभार्थियों के अनुपात में हर 1 फीसदी की वृद्धि पर बीजेपी की सफलता की दर में 0.36 फीसदी का इजाफा हुआ है. लाभार्थियों की दर में 10 फीसदी का इजाफा होने पर यह असर काफी महत्वपूर्ण हो जाता है.
लाभार्थियों के अनुपात में वृद्धि और बीजेपी की जिलावार सफलता के आंकड़ों की आपस में तुलना करने पर पता चलता है कि लाडली बहना योजना के कारण 30 से 35 सीटों पर प्रो-इनकम्बेंसी (pro-incumbency) का रुझान देखने को मिला है. यानी बीजेपी को लाडली बहना योजना की वजह से इतनी सीटों का फायदा हुआ है.
2023 के विधानसभा चुनाव में लाडली बहना योजना की वजह से महिलाओं के वोटिंग प्रतिशत (female voter turnout) में काफी इजाफा हुआ है.
महिलाओं के वोटिंग प्रतिशत में इस बढ़ोतरी की वजह से करीबी मुकाबले वाली सीटों पर बीजेपी की सफलता की दर, जो पहले 28% थी, इस बार बढ़कर 100% हो गई.
2018 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 74.03% था, जो 2023 के विधानसभा चुनाव में बढ़कर 76.03% हो गया.
2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश में महिलाओं के वोटिंग प्रतिशत में हुई बढ़ोतरी में लाडली बहना योजना का योगदान करीब 70% रहा है.
- लाडली बहना योजना की कम से कम 1% लाभार्थी महिलाएं दूसरे राज्यों से जुड़ी हुई हैं, जो वहां इस स्कीम की ब्रैंड एंबेसडर की तरह काम करती हैं. इन राज्यों में बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं. स्कीम की लाभार्थी महिलाएं इन राज्यों में अपने पैसे खर्च करके उनके विकास में अहम योगदान भी करती हैं.
क्या है लाडली बहना योजना
मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj-Singh-Chouhan) ने 28 जनवरी 2023 को महिलाओं के लिए "मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना" (Mukhyamantri Ladli-Behna-Yojana) का एलान किया था. महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए शुरू की गई इस स्कीम के दायरे में आने वाली 21 से 60 साल की उम्र वाली महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये देने का प्रावधान किया गया था. जल्द ही इस रकम को बढ़ाकर 1250 रुपये / महीना कर दिया गया. यह पैसे महिला लाभार्थियों के आधार नंबर से जुड़े बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए सीधे भेजे जाते हैं. सरकार ने इस रकम को धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रुपये/महीना तक करने का एलान भी किया है. एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट आने के पहले भी मध्य प्रदेश में यह चर्चा होती रही है कि बीजेपी को लाडली बहना योजना से काफी चुनावी फायदा हुआ है. लेकिन जीत हासिल करने के बाद बीजेपी आलाकमान ने इस स्कीम को लाने वाले शिवराज सिंह चौहान को दरकिनार करके मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया. इसके बाद ऐसी तस्वीरें भी आईं जिनमें योजना की लाभार्थी महिलाएं शिवराज से मिलकर रो रही हैं और उन्हें मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर अपने दुख का इजहार कर रही हैं.