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Arun Govil’s statement on Constitution: मेरठ से बीजेपी उम्मीदवार अरुण गोविल के संविधान में बदलाव पर दिए बयान पर विवाद छिड़ हो गया है.
Opposition reacts on Arun Govil’s statement on Constitution: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर आरजेडी नेता लालू यादव और तेजस्वी यादव समेत इंडिया गठबंधन के कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि बीजेपी का इरादा बाबा साहब आंबेडकर के बनाए संविधान को बदलने का है. तमाम विपक्षी नेताओं ने ये आरोप कई बीजेपी नेताओं के संविधान पर दिए बयानों को देखते हुए लगाए हैं, जिनमें सबसे ताजा बयान उत्तर प्रदेश के मेरठ से बीजेपी उम्मीदवार अरुण गोविल का है. गोविल ने पत्रकारों से बातचीत में संविधान में बदलाव का समर्थन करते हुए कहा है कि परिवर्तन प्रगति की निशानी हैं. परिस्थितियों के हिसाब से बदलाव करने में कुछ भी गलत नहीं है. एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि क्या बीजेपी के 400 पार के नारे के पीछे ऐसा कोई बड़ा बदलाव करने की सरकार की मंशा है, तो गोविल ने कहा कि उन्हें ऐसा ही महसूस होता है, क्योंकि मोदीजी कोई भी बात यूं ही नहीं करते, उसके पीछे कोई न कोई अर्थ जरूर होता है.
भाजपा हराओ, संविधान बचाओ : अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अरुण गोविल के संविधान पर दिए बयान को शेयर करते हुए तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा है कि “जो लोग संविधान में प्रगतिशील संशोधन करने और मूलभूत बदलाव करने के बीच का अंतर नहीं समझते उन्हें टिकट देकर भाजपा ने भारी भूल की है, लेकिन फिर भी इससे ज़्यादा फ़र्क़ नहीं पड़ेगा क्योंकि जनता ने हर भाजपा प्रत्याशी को हराने का फ़ैसला पहले ही कर लिया है. दरअसल भाजपा संविधान को पलटकर ग़रीबों, वचितों, शोषितों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के हक़-अधिकार व आरक्षण मारकर और पूंजीपतियों के हक़ में नीति-योजना बनाकर, सारा फ़ायदा-मुनाफ़ा अपने खेमे के कुछ गिने-चुने खरबपतियों को दे देना चाहती है. जो चुनावी-चंदे के नाम पर अपने बेशुमार फ़ायदे का हिस्सा भाजपाइयों को दे देते हैं. सही मायनों में ये जनता से वसूली का तरीक़ा है क्योंकि कोई भी पूंजीपति अपनी जेब से नहीं देता है, वो तो जनता से ही वसूलकर भाजपाइयों के दल और उनका व्यक्तिगत ख़ज़ाना भरता है.इसीलिए अपने वर्तमान और भविष्य को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश और देश की जनता, इस बार बहकावे में नहीं आनेवाली और भाजपा को हराकर और हटाकर ही दम लेगी.भाजपा हराओ, संविधान बचाओ!”
जो लोग संविधान में प्रगतिशील संशोधन करने और मूलभूत बदलाव करने के बीच का अंतर नहीं समझते उन्हें टिकट देकर भाजपा ने भारी भूल की है, लेकिन फिर भी इससे ज़्यादा फ़र्क़ नहीं पड़ेगा क्योंकि जनता ने हर भाजपा प्रत्याशी को हराने का फ़ैसला पहले ही कर लिया है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 15, 2024
दरअसल भाजपा संविधान को पलटकर… pic.twitter.com/6mcp1VDcLg
मोदी जी अपने लोगों से संविधान बदलने की बात करवाते हैं : प्रियंका
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने भी राजस्थान के दौसा की अपनी चुनावी रैली में बीजेपी नेताओं के संविधान बदलने से जुड़े बयान पर निशाना साधा. उन्होंने अपने भाषण में कहा, “नरेंद्र मोदी जी की बातें अब हल्की लगने लगी हैं, क्योंकि 10 साल में उन्होंने जनता के सामने खूब झूठ परोसा है. मंच पर मोदी जी संविधान की बातें करते हैं, लेकिन अपने लोगों से संविधान बदलने की बात करवाते हैं. इस संविधान के लिए आपके पूर्वज लड़े, क्योंकि संविधान ने सबको समान अधिकार दिए हैं. बीजेपी संविधान बदलकर आपके अधिकार छीनना चाहती है.”
नरेंद्र मोदी जी की बातें अब हल्की लगने लगी हैं, क्योंकि 10 साल में उन्होंने जनता के सामने खूब झूठ परोसा है।
— Congress (@INCIndia) April 15, 2024
मंच पर मोदी जी संविधान की बातें करते हैं, लेकिन अपने लोगों से संविधान बदलने की बात करवाते हैं।
इस संविधान के लिए आपके पूर्वज लड़े, क्योंकि संविधान ने सबको समान अधिकार दिए… pic.twitter.com/SPBj5Betgq
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संविधान की तरफ आंख उठाई तो दलित, पिछड़े, गरीब आंख निकाल लेंगे : लालू
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी संविधान के बारे में दिए गए बीजेपी नेताओं के बयानों पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा है कि “भाजपा के वरिष्ठ नेता लगातार संविधान बदलने और समाप्त करने का दावा कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री और इनके शीर्ष नेता इन पर कुछ कारवाई करने की बजाय इसके बदले उन्हें ईनाम स्वरूप चुनाव लड़वा रहे है. ये बीजेपी वाले चाहते क्या हैं? इन्हें संविधान, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और ग़रीबों से समस्या क्या है? संविधान बदल ये इस देश से समता, स्वतंत्रता, बंधुता, सामाजिक न्याय और आरक्षण ख़त्म करना चाहते है. ये लोगों को RSS और पूंजीपतियों का ग़ुलाम बनाना चाहते हैं. संविधान की तरफ़ आँख उठाकर भी देखा तो इस देश के दलित, पिछड़ा और गरीब लोग मिलकर इनकी आँख निकाल लेंगे. बार बार संविधान बदलने की बात कर ये क्या साबित करना चाहते हैं? हमारा संविधान बाबा साहब अंबेडकर ने लिखा है, किसी ऐरे ग़ैरे बाबा ने नहीं. लोकतंत्र में यकीन रखने वाले इस देश के न्यायप्रिय, अमनपसंद और दलित-पिछड़े तुम्हें औक़ात में ला देंगे. तुम कौन होते हो, संविधान बदलने वाले?
भाजपा के वरिष्ठ नेता लगातार संविधान बदलने और समाप्त करने का दावा कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री और इनके शीर्ष नेता इन पर कुछ कारवाई करने की बजाय इसके बदले उन्हें ईनाम स्वरूप चुनाव लड़वा रहे है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) April 15, 2024
ये BJP वाले चाहते क्या हैं? इन्हें संविधान, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और ग़रीबों से… pic.twitter.com/jJyOuhLK1B
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भाजपा लोगों के संवैधानिक अधिकार छीनना चाहती है : तेजस्वी
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी इस मसले पर टिप्पणी की है. उन्होंने सवाल उठाया है कि “बीजेपी के लोगों को बाबा साहेब द्वारा रचित संविधान से इतनी समस्या क्यों है कि लगभग किसी ना किसी प्रदेश में प्रतिदिन बीजेपी का कोई ना कोई नेता/प्रत्याशी संविधान बदलने और संविधान समाप्त करने का दावा करता है और धमकी देता है? ऐसे बीजेपी नेताओं का कहना है कि सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए लेकिन संविधान बदलने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए. ये भाजपाई कहते है कि ऐसा नियम बदलना होगा और संविधान भी बदलना होगा. संविधान और बाबा साहेब हमें समानता, स्वतंत्रता, बंधुता और शिक्षा का अधिकार देते हैं, इसलिए भाजपाई वंचितों, उपेक्षितों, उत्पीड़ितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, गरीबों और न्यायप्रिय लोगों से ये अधिकार छीनना चाहते हैं तभी तो संविधान बदलना चाहते हैं. सोचो और समझो - बीजेपी के शीर्ष नेता संविधान बदलना क्यों चाहते हैं? इनकी छुपी मंशा क्या है?
आज भारतीय संविधान के सृजनकर्ता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर नवादा में केक काटकर धूम-धाम से मनाई एवं सभी को बधाई दी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 14, 2024
बीजेपी के लोगों को बाबा साहेब द्वारा रचित संविधान से इतनी समस्या क्यों है कि लगभग किसी ना किसी प्रदेश में प्रतिदिन बीजेपी का कोई ना कोई नेता/प्रत्याशी संविधान… pic.twitter.com/TsyJWrmsnz
इन बीजेपी नेताओं के बयानों पर भी हुआ है विवाद
दरअसल अरुण गोविल से पहले भी बीजेपी के कई उम्मीदवारों और नेताओं के संविधान में बदलाव के मुद्दे पर ऐसे बयान आ चुके हैं. यही वजह है कि अब विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बनाने की दिशा में बढ़ता लग रहा है. रविवार को ही अयोध्या के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि संविधान में बदलाव करने या नया संविधान बनाने के लिए दो-तिहाई बहुमत चाहिए, वरना सरकार तो 272 सांसदों से भी बन जाती है. उनके इस वीडियो पर भी कांग्रेस समेत विपक्षी दल कड़ा एतराज जाहिर कर चुके हैं.
आज अंबेडकर जयंती है।
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) April 14, 2024
परसों मोदी जी ने कहा था कि स्वयं अंबेडकर जी भी आ जाएँ तो भी संविधान नहीं बदल सकते।
अब अयोध्या से भाजपा के वर्तमान सांसद लल्लू सिंह खुलेआम कह रहे हैं संविधान बदलना है इसलिए 400 सीटें जीतनी होंगी।
मोदी जी इन्हें दिल से माफ़ कर पाएँगे? pic.twitter.com/y6UdLj3uNf
ज्योति मिर्धा और अनंत हेगड़े के बयान पर भी हुआ विवाद
लल्लू सिंह से पहले राजस्थान के नागौर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं ज्योति मिर्धा और कर्नाटक के बीजेपी सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े संविधान में बदलाव की बात करके विवाद खड़ा कर चुके हैं. हालांकि बाद में ज्योति मिर्धा ने अपने बयान पर सफाई दी और हेगड़े के बयान से बीजेपी ने खुद को अलग कर लिया. लेकिन संविधान के मुद्दे पर बार-बार आ रहे ऐसे बयानों ने विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा तो दे ही दिया है.